धमतरी: महाविद्यालयों में शिक्षा का नया सत्र शुरू हो चुका है. इधर छात्र संगठनों की राजनीति (student union election in Chhattisgarh) भी गरम होने लगी है. धमतरी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने वोटिंग से छात्र संघ चुनावों की मांग बुलंद की है. मंगलवार को धमतरी पीजी कॉलेज के सामने एबीवीपी ने छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा मंत्री का पुतला जलाया. एबीवीपी ने जमकर नारेबाजी की. एबीवीपी की मांग है कि मेरिट के आधार पर छात्र संघ बनाने की जगह वोटिंग के आधार पर चुनाव होना चाहिए. ABVP protest in Dhamtari
छात्रसंघ चुनाव की मांग: मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा प्रदेश के प्रत्येक विश्वविद्यालय महाविद्यालय परिसर के सामने छात्रसंघ चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से कराने की मांग को लेकर उच्चशिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया गया. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शुरू से ही प्रत्यक्ष प्रणाली से छात्रसंघ चुनाव की मांग कर रहा है. इस साल प्रत्येक महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में ज्ञापन भी सौंपा गया था.
छात्रसंघ चुनाव से उभरता है छात्र नेतृत्व: एबवीपी का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव के माध्यम से ही समाज के सामने एक सशक्त छात्र नेतृत्व उभर कर सामने आता है. वे भविष्य में जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में समाज का नेतृत्व करते हैं. छात्र नेताओं ने कहा कि राजस्थान में जिस तरह से छात्र संघ चुनाव हुए और राजस्थान की युवा शक्ति ने जिस तरह से सत्तारूढ़ पार्टी के छात्र संगठन को नकारा, उससे छत्तीसगढ़ सरकार डरी हुई है कि कहीं पूरे प्रदेश की युवा शक्ति उसे नकार न दे. इस डर से वह छात्र संघ चुनावों से पीछे हट रही है. प्रदेश सरकार छात्र शक्ति से डर रही है.
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उच्च शिक्षा मंत्री का विरोध: जिला संयोजक पूजा यादव ने कहा कि ''अभाविप विद्यार्थियों के अधिकार के लिए हमेशा संघर्ष करती रही है. हम विद्यार्थियों के अधिकार का हनन नहीं होने देंगे. इसी के चलते पीजी कॉलेज में अभाविप धमतरी ने उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल का पुतला दहन कर विरोध दर्ज कराया है.''
विद्यार्थियों के नेतृत्व को दबाने का प्रयास: नगर मंत्री सुभाष यादव ने बताया कि ''उच्च शिक्षा मंत्री और छत्तीसगढ़ सरकार डरती है. इसलिए वह छात्रसंघ चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से नहीं कराना चाहती. यह सरकार विद्यार्थियों के नेतृत्व को दबाने का प्रयास कर रही है. यह गलत है. अगर छात्रसंघ चुनाव होता है तो निश्चित रूप से कुशल नेतृत्वकर्ता सामने आएंगे.''