ETV Bharat / city

छत्तीसगढ़ में बढ़ रहा महिला अपराध, जानिए कितना बढ़ा ग्राफ ?

छत्तीसगढ़ को शांति का टापू कहा जाता है. लेकिन इस शांति के टापू पर किसी की नजर लग गई है. आंकड़ों की यदि बात करें तो महिला अपराध के मामले प्रदेश में बढ़ते जा रहे हैं.प्रदेश की न्यायधानी भी इससे अछूती नहीं रही (Women crime figures are increasing in Bilaspur) है.

Women crime figures are increasing in Bilaspur
छत्तीसगढ़ में बढ़ रहा महिला अपराध
author img

By

Published : Jul 19, 2022, 12:56 PM IST

Updated : Jul 19, 2022, 5:15 PM IST

बिलासपुर : बिलासपुर महिला अपराध में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है. ज्यादातर मामले नाबालिग बच्चियों के साथ हुए अपराध के सामने आ रहे (Women crime figures are increasing in Bilaspur) हैं. दैहिक शोषण के मामले भी अत्यधिक सामने आए हैं. बिलासपुर जिले के 19 थाना क्षेत्रो में 6 महीने में लगभग 324 महिला और बच्ची संबंधी अपराध घटित हुए हैं. जिनमें पुलिस ने 180 प्रकरण दर्ज किए हैं. 207 आरोपियों को पकड़ा भी गया है और 112 मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, इसी के साथ ही 32 मामले खारजी में गए हैं. लगातार महिलाओं के प्रति अत्याचार और शोषण के मामले चिंताजनक हैं.

छत्तीसगढ़ में बढ़ रहा महिला अपराध


क्यों बढ़ रहा महिला अपराध : भले ही जमाना कितना भी बदल गया हो और लोगों की सोच बदल गई हो लेकिन, आज भी महिलाओं के प्रति लोगों की सोच पूरी तरह से बदल नहीं पाई है. वह उन पर अभी बुरी नजर जमाए बैठे हैं. बिलासपुर जिले में जनवरी से लेकर जून तक 6 महीने में महिला और बच्चों के साथ घटित अपराध यह साबित करते हैं कि आज ही महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो पाई (women crime in chhattisgarh) है. उन पर लैंगिक शोषण हो रहा है. नाबालिग बच्चियों और दहेज शोषण के मामले ज्यादा घटित हो रहे हैं. प्यार में धोखा, शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण और नाबालिग बच्चियों को भगाने के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं.


कितने प्रकरण हुए दर्ज : बिलासपुर जिले में 19 थाने की और इन 19 थानों में जनवरी 2022 से जून 2022 तक 180 महिला एवं बच्ची संबंधी अपराध दर्ज हुए इनमें पुलिस ने लगभग 324 महिला और बच्चियों के साथ हुए लैंगिग शोषण के मामले में 207 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये वो मामले है. जिनमें महिलाओं के साथ बलात्कार, शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण, बच्चियों कर साथ शारीरिक शोषण और छेड़छाड़ के साथ ही प्यार में धोखा देकर उनके साथ शोषण का है. ऐसे मामलों में ज्यादातर आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई है. इसके अलावा घर से भगाकर बच्चियों से विवाह या उनके साथ शारीरिक संबंध बनाने के मामलों में पुलिस अलग से टीम बनाकर बच्चियों की सकुशल बरामदी के साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाती है.

पीड़ित बच्चियों का किया जाता है काउंसलिंग : बढ़ते महिला अपराध की अगर बात करे तो जिले में सबसे ज्यादा नाबालिग बच्चियों के साथ अपराध घटित हुए. बहला-फुसलाकर घर से भगाने के मामलों के साथ छोटी बच्चियों के साथ छेड़खानी और अनैतिक कार्य के मामले में जिले में पिछले साल के मुकाबले कुछ बढ़े (Most of the women crime cases in Bilaspur) हैं. पुलिस इन मामलों में तत्काल अपराध कायम कर कार्रवाई भी करती है. कई ऐसे मामले हैं जिनमें पुलिस ने अपराध दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर आरोपी के साथ बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है. जिले की एसएसपी पारुल ने बताया कि ''जिले में अब तक 180 प्रकरणों में 112 मामलों में 207 आरोपियों को पकड़ लिए है. छोटी बच्चियों को बरामद करने के बाद उनका काउंसलिंग किया जाता है, साथ ही महिलाओं को सखी सेंटर के माध्यम से उनकी मानसिक स्थिति को स्थिर करने और उन्हें समझाईश देकर फिर से उन्हें समाज मे नई जिंदगी जीने के लायक बनाया जाता (Rules for quick action on crime against women in Chhattisgarh) है.''


क्या है पुलिस विभाग का कहना : बिलासपुर जिले की एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि '' महिला अपराध संबंधित प्रकरणों में उनके द्वारा निर्देशित किया गया है, कि सभी थानों में गंभीरता से अपराध दर्ज किया जाए. इसके साथ ही आईजी बिलासपुर के निर्देश पर अब तक सभी थानों में महिलाओं के मामले में अपराध कायम होते ही जल्द कार्रवाई की जाती है. जिले में महिला अपराधों के मामले में काफी सराहनीय कार्रवाई की गई है.''



कैसे रुकेंगे महिला अपराध : सामाजिक कार्यकर्ता और एडवोकेट प्रियंका शुक्ला ने कहा कि " महिला अपराध तब तक कम नही हो सकता जब तक पुलिस, सामाजिक संगठन, और सरकार मिलकर महिलाओं की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को लेकर आपस मे मिलकर प्रयास नही करेंगे. तब तक महिलाओं के प्रति अपराध कम नही किया जा सकेंगे. सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका शुक्ला ने बताया ''अपराध पहले भी हुआ करते थे. जिनके साथ अपराध होते थे. वो लोक लाज के भय से सामने नही आते थे. लेकिन अब जागरूकता बढ़ी है और अपराध दर्ज कराया जा रहा है.''

बिलासपुर जिले 19 थाना में अब तक दर्ज हुए अपराध

1. बिल्हा थाना

(1) शीलभंग 2
(2) अपहरण 8
(3) पोक्सो 1

2. चकरभाठा थाना

(1) बलात्कार 3
(2) शीलभंग 2
(3) अपहरण 12
(4) पोक्सो 6

3. सिटी कोतवाली थाना

(1) बलात्कार 2
(2) शीलभंग 3
(3) छेड़छाड़ 3
(4) अपहरण 1

4. सिविल लाइन थाना

(1) बलात्कार 7
(2) शीलभंग 5
(3) छेड़छाड़ 7
(4) अपहरण 12
(5) पोक्सो 5

5. हिर्री थाना

(1) बलात्कार 0
(2) शीलभंग 0
(3) छेड़छाड़ 1
(4) अपहरण 1
(5) पोक्सो 2

6. कोनी थाना

(1) बलात्कार 5
(2) शीलभंग 0
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 3
(5) पोक्सो 5

7. कोटा थाना

(1) बलात्कार 5
(2) शीलभंग 3
(3) छेड़छाड़ 1
(4) अपहरण 9
(5) पोक्सो 5

8. महिला थाना

(1) बलात्कार 1
(2) शीलभंग 0
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 0
(5) पोक्सो 1

9. मस्तूरी थाना

(1) बलात्कार 2
(2) शीलभंग 3
(3) छेड़छाड़ 1
(4) अपहरण 9
(5) पोक्सो 1

10. पचपेड़ी थाना

(1) बलात्कार 0
(2) शीलभंग 0
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 2
(5) पोक्सो 0

11. रतनपुर थाना

(1) बलात्कार 3
(2) शीलभंग 2
(3) छेड़छाड़ 2
(4) अपहरण 6
(5) पोक्सो 1

12. सकरी थाना

(1) बलात्कार 5
(2) शीलभंग 5
(3) छेड़छाड़ 1
(4) अपहरण 14
(5) पोक्सो 6

13. सरकंडा थाना

(1) बलात्कार 12
(2) शीलभंग 10
(3) छेड़छाड़ 3
(4) अपहरण 14
(5) पोक्सो 0

14. सीपत थाना

(1) बलात्कार 2
(2) शीलभंग 2
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 8
(5) पोक्सो 6

15. सिरगिट्टी थाना
(1) बलात्कार 3
(2) शीलभंग 1
(3) छेड़छाड़ 8
(4) अपहरण 5
(5) पोक्सो 9

16. तखतपुर थाना

(1) बलात्कार 1
(2) शीलभंग 0
(3) छेड़छाड़ 2
(4) अपहरण 15
(5) पोक्सो 2

17. तारबाहर थाना

(1) बलात्कार 0
(2) शीलभंग 3
(3) छेड़छाड़ 1
(4) अपहरण 3
(5) पोक्सो 0

18. तोरवा थाना

(1) बलात्कार 4
(2) शीलभंग 3
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 11
(5) पोक्सो11

19. अजाक थाना

(1) बलात्कार 0
(2) शीलभंग 1
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 0
(5) पोक्सो 0

बिलासपुर जिले में महिलाओं पर पंजीकृत अपराध

(1) बलात्कार 55
(2) शीलभंग 45
(3) छेड़छाड़ 30
(4) अपहरण 133
(5) पोक्सो 61

बिलासपुर : बिलासपुर महिला अपराध में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है. ज्यादातर मामले नाबालिग बच्चियों के साथ हुए अपराध के सामने आ रहे (Women crime figures are increasing in Bilaspur) हैं. दैहिक शोषण के मामले भी अत्यधिक सामने आए हैं. बिलासपुर जिले के 19 थाना क्षेत्रो में 6 महीने में लगभग 324 महिला और बच्ची संबंधी अपराध घटित हुए हैं. जिनमें पुलिस ने 180 प्रकरण दर्ज किए हैं. 207 आरोपियों को पकड़ा भी गया है और 112 मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, इसी के साथ ही 32 मामले खारजी में गए हैं. लगातार महिलाओं के प्रति अत्याचार और शोषण के मामले चिंताजनक हैं.

छत्तीसगढ़ में बढ़ रहा महिला अपराध


क्यों बढ़ रहा महिला अपराध : भले ही जमाना कितना भी बदल गया हो और लोगों की सोच बदल गई हो लेकिन, आज भी महिलाओं के प्रति लोगों की सोच पूरी तरह से बदल नहीं पाई है. वह उन पर अभी बुरी नजर जमाए बैठे हैं. बिलासपुर जिले में जनवरी से लेकर जून तक 6 महीने में महिला और बच्चों के साथ घटित अपराध यह साबित करते हैं कि आज ही महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो पाई (women crime in chhattisgarh) है. उन पर लैंगिक शोषण हो रहा है. नाबालिग बच्चियों और दहेज शोषण के मामले ज्यादा घटित हो रहे हैं. प्यार में धोखा, शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण और नाबालिग बच्चियों को भगाने के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं.


कितने प्रकरण हुए दर्ज : बिलासपुर जिले में 19 थाने की और इन 19 थानों में जनवरी 2022 से जून 2022 तक 180 महिला एवं बच्ची संबंधी अपराध दर्ज हुए इनमें पुलिस ने लगभग 324 महिला और बच्चियों के साथ हुए लैंगिग शोषण के मामले में 207 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये वो मामले है. जिनमें महिलाओं के साथ बलात्कार, शादी का झांसा देकर दैहिक शोषण, बच्चियों कर साथ शारीरिक शोषण और छेड़छाड़ के साथ ही प्यार में धोखा देकर उनके साथ शोषण का है. ऐसे मामलों में ज्यादातर आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई है. इसके अलावा घर से भगाकर बच्चियों से विवाह या उनके साथ शारीरिक संबंध बनाने के मामलों में पुलिस अलग से टीम बनाकर बच्चियों की सकुशल बरामदी के साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाती है.

पीड़ित बच्चियों का किया जाता है काउंसलिंग : बढ़ते महिला अपराध की अगर बात करे तो जिले में सबसे ज्यादा नाबालिग बच्चियों के साथ अपराध घटित हुए. बहला-फुसलाकर घर से भगाने के मामलों के साथ छोटी बच्चियों के साथ छेड़खानी और अनैतिक कार्य के मामले में जिले में पिछले साल के मुकाबले कुछ बढ़े (Most of the women crime cases in Bilaspur) हैं. पुलिस इन मामलों में तत्काल अपराध कायम कर कार्रवाई भी करती है. कई ऐसे मामले हैं जिनमें पुलिस ने अपराध दर्ज होने के 24 घंटे के अंदर आरोपी के साथ बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है. जिले की एसएसपी पारुल ने बताया कि ''जिले में अब तक 180 प्रकरणों में 112 मामलों में 207 आरोपियों को पकड़ लिए है. छोटी बच्चियों को बरामद करने के बाद उनका काउंसलिंग किया जाता है, साथ ही महिलाओं को सखी सेंटर के माध्यम से उनकी मानसिक स्थिति को स्थिर करने और उन्हें समझाईश देकर फिर से उन्हें समाज मे नई जिंदगी जीने के लायक बनाया जाता (Rules for quick action on crime against women in Chhattisgarh) है.''


क्या है पुलिस विभाग का कहना : बिलासपुर जिले की एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि '' महिला अपराध संबंधित प्रकरणों में उनके द्वारा निर्देशित किया गया है, कि सभी थानों में गंभीरता से अपराध दर्ज किया जाए. इसके साथ ही आईजी बिलासपुर के निर्देश पर अब तक सभी थानों में महिलाओं के मामले में अपराध कायम होते ही जल्द कार्रवाई की जाती है. जिले में महिला अपराधों के मामले में काफी सराहनीय कार्रवाई की गई है.''



कैसे रुकेंगे महिला अपराध : सामाजिक कार्यकर्ता और एडवोकेट प्रियंका शुक्ला ने कहा कि " महिला अपराध तब तक कम नही हो सकता जब तक पुलिस, सामाजिक संगठन, और सरकार मिलकर महिलाओं की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को लेकर आपस मे मिलकर प्रयास नही करेंगे. तब तक महिलाओं के प्रति अपराध कम नही किया जा सकेंगे. सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका शुक्ला ने बताया ''अपराध पहले भी हुआ करते थे. जिनके साथ अपराध होते थे. वो लोक लाज के भय से सामने नही आते थे. लेकिन अब जागरूकता बढ़ी है और अपराध दर्ज कराया जा रहा है.''

बिलासपुर जिले 19 थाना में अब तक दर्ज हुए अपराध

1. बिल्हा थाना

(1) शीलभंग 2
(2) अपहरण 8
(3) पोक्सो 1

2. चकरभाठा थाना

(1) बलात्कार 3
(2) शीलभंग 2
(3) अपहरण 12
(4) पोक्सो 6

3. सिटी कोतवाली थाना

(1) बलात्कार 2
(2) शीलभंग 3
(3) छेड़छाड़ 3
(4) अपहरण 1

4. सिविल लाइन थाना

(1) बलात्कार 7
(2) शीलभंग 5
(3) छेड़छाड़ 7
(4) अपहरण 12
(5) पोक्सो 5

5. हिर्री थाना

(1) बलात्कार 0
(2) शीलभंग 0
(3) छेड़छाड़ 1
(4) अपहरण 1
(5) पोक्सो 2

6. कोनी थाना

(1) बलात्कार 5
(2) शीलभंग 0
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 3
(5) पोक्सो 5

7. कोटा थाना

(1) बलात्कार 5
(2) शीलभंग 3
(3) छेड़छाड़ 1
(4) अपहरण 9
(5) पोक्सो 5

8. महिला थाना

(1) बलात्कार 1
(2) शीलभंग 0
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 0
(5) पोक्सो 1

9. मस्तूरी थाना

(1) बलात्कार 2
(2) शीलभंग 3
(3) छेड़छाड़ 1
(4) अपहरण 9
(5) पोक्सो 1

10. पचपेड़ी थाना

(1) बलात्कार 0
(2) शीलभंग 0
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 2
(5) पोक्सो 0

11. रतनपुर थाना

(1) बलात्कार 3
(2) शीलभंग 2
(3) छेड़छाड़ 2
(4) अपहरण 6
(5) पोक्सो 1

12. सकरी थाना

(1) बलात्कार 5
(2) शीलभंग 5
(3) छेड़छाड़ 1
(4) अपहरण 14
(5) पोक्सो 6

13. सरकंडा थाना

(1) बलात्कार 12
(2) शीलभंग 10
(3) छेड़छाड़ 3
(4) अपहरण 14
(5) पोक्सो 0

14. सीपत थाना

(1) बलात्कार 2
(2) शीलभंग 2
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 8
(5) पोक्सो 6

15. सिरगिट्टी थाना
(1) बलात्कार 3
(2) शीलभंग 1
(3) छेड़छाड़ 8
(4) अपहरण 5
(5) पोक्सो 9

16. तखतपुर थाना

(1) बलात्कार 1
(2) शीलभंग 0
(3) छेड़छाड़ 2
(4) अपहरण 15
(5) पोक्सो 2

17. तारबाहर थाना

(1) बलात्कार 0
(2) शीलभंग 3
(3) छेड़छाड़ 1
(4) अपहरण 3
(5) पोक्सो 0

18. तोरवा थाना

(1) बलात्कार 4
(2) शीलभंग 3
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 11
(5) पोक्सो11

19. अजाक थाना

(1) बलात्कार 0
(2) शीलभंग 1
(3) छेड़छाड़ 0
(4) अपहरण 0
(5) पोक्सो 0

बिलासपुर जिले में महिलाओं पर पंजीकृत अपराध

(1) बलात्कार 55
(2) शीलभंग 45
(3) छेड़छाड़ 30
(4) अपहरण 133
(5) पोक्सो 61

Last Updated : Jul 19, 2022, 5:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.