बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर संभाग के 35 मजदूरों को महाराष्ट्र में बंधक (Bilaspur laborers held hostage)बनाए जाने का मामला सामने आया है. जिसमे जांजगीर चांपा जिले के मजदूर भी शामिल है. बंधक बनाए गए मजदूरों में 15 नाबालिग ( Minor laborers Bilaspur hostage Maharashtra) शामिल है. मामले की शिकायत सरकंडा बिलासपुर निवासी छत राम केवट ने IG और पुलिस अधीक्षक बिलासपुर से 4 दिसंबर को की है. अब देखना होगा कि कब तक इन मजदूरों को छुड़ाया जाता है.
ज्यादा मजदूरी का लालच
जांजगीर चांपा जिले के पामगढ़, चंडीपारा और लगरा गांव के साथ बिलासपुर के सरकंडा और चकरभाठा क्षेत्र के 35 मजदूर 3 माह पहले मुलमुला के अक्षय यादव के साथ मजदूरी करने महाराष्ट्र गए थे. जहां अक्षय यादव ने ज्यादा पैसा मिलने की बात कह कर दूसरे ठेकेदार के पास गन्ना कटाई और पेराई की लिए भेज दिया. अब ठेकेदार उनसे मारपीट कर रहा है और मजदूरी भुगतान किए बिना बंधक बना कर काम करा रहा है. विरोध करने वाले तीन मजदूर गायब बताए जा रहे हैं. रवि कैवर्त नाम के मजदूर के बीमार पड़ने पर उसे घर भेजने की बात कही जा रही है. लेकिन अब तक घर नहीं पहुंचा है. जिसके बाद छतराम ने IG और पुलिस अधीक्षक से मामले में रिपोर्ट दर्ज कर बंधक मजदूरों को छुड़वाने की अपील की है.
छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में मजदूरों और किसानों के लिए काम की कमी नहीं होने का दावा कर रही है. लेकिन फिर भी दूसरे राज्यों के ऐजेंट ज्यादा रुपयों का लालच देकर छत्तीसगढ़ के मजदूरों का पलायन करवा रहे हैं.