सरगुजा : कोरोना महामारी ने वर्ष 2020 अब कुछ ही दिनों में खत्म होने वाला है. इसके साथ ही पूरा देश नए साल की तैयारी में जुट गया है. 2020 में कोरोना महामारी की वजह से सभी सेक्टरों के काम थम से गए हैं. राज्य की सरकार से लेकर जिला प्रशासन तक सभी लोग इस महामारी के दौर में दिन रात काम पर लगे हुए थे. नगर निगम के कर्मचारियों ने भी इस दौरान अहम भूमिका निभाई है. इस साल के जाते ही सभी अब दोगुने उत्साह के साथ नए साल के आगमन के लिए तैयार है. ETV भारत की टीम ने अंबिकापुर महापौर से नए साल में शहर के विकास को लेकर बनाई गई कार्ययोजना और उम्मीदों के संबंध में खास बातचीत की.
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ETV भारत से बातचीत के दौरान अंबिकापुर नगर निगम के मेयर डॉ. अजय तिर्की ने बताया की वो शहर को ट्रांसपोर्ट नगर की सौगात देकर रिंग रोड को पार्किंग मुक्त करना चाहते हैं. ताकि दुर्घटनाओं से लोगों की रक्षा की जा सके. थोक सब्जी मंडी, नगर निगम का नया प्रशासनिक भवन, नये बस स्टैंड के फर्श का निर्माण सहित सबसे बड़ी उपलब्धि के रूप में अमृत मिशन योजना के तहत हर घर मे 24 घंटे पानी सप्लाई की सौगात इस वर्ष में शहर वासियों को मिल जाएगी.
ऑक्सीजन पार्क सहित 8 नये गार्डन
स्वच्छता के क्षेत्र में सर्वेक्षण को चैलेंज के रूप में देखते हुये नगर निगम काम करेगा. विश्व विख्यात देश का पहला गार्बेज कैफे जो कोरोना प्रोटोकाल के तहत बंद था, उसे भी नए वर्ष में और व्यवस्थित करके शुरू किया जायेगा. शहर में ऑक्सीजन पार्क सहित 8 नये गार्डन बनाये गए हैं. शहर की जलवायु में इसका प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलेगा. स्वच्छ अम्बिकापुर अब स्वस्थ अंबिकापुर की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ायेगा. स्वच्छता के क्षेत्र में अंबिकापुर नगर निगम को कई उपलब्धियां हासिल है अब निगम नए इनोवेशन के साथ नए साल में स्वस्थ अंबिकापुर की ओर काम करेगा.
गोधन एम्पोरियम का मिलेगा लाभ
इनोवेशन के लिये पहचाने जाने वाला अंबिकापुर वर्ष 2021 में भी अपने नये इनोवेशन जारी रखेगा. खासकर प्रदेश के पहले गोधन एम्पोरियम के शुभारंभ के बाद इसका लाभ 2021 में लिया जा सकेगा. मेयर ने अंबिकापुर नगर निगम की योजनाओं की सफलता का मंत्र भी ETV भारत से साझा किया. उन्होंने बताया की किसी भी योजना को शुरू करने से पहले उसके अंतिम स्टेज तक की प्लानिंग अनिवार्य रूप से की जाती है. ताकि बाद में उससे होने वाली परेशानियों से बचा जा सके, जैसे गोबर खरीदना शुरू किया गया, लेकिन अब गोबर में रिसाइकल की व्यवस्था करते हुये गोबर के ब्रिक्स बनाकर उसका उपयोग किया जा रहा है.