बीजापुर : कोरोना संक्रमण के प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से छात्र - छात्राओं की शिक्षा में कमी न आए इसके लिए कई प्रकार के कदम उठाए जा रहे हैं. जिले में भी पढ़ई तुंहर दुआर योजना के अन्तर्गत शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन शिक्षा के साथ-साथ जिन बच्चों के पास मोबाइल नहीं है, उनकी शिक्षा को ध्यान में रखते हुए गांवों और गली मोहल्ले में कक्षा लगाकर पढ़ाई कराया जा रहा हैं. इसके तहत शिक्षकों द्वारा घर-घर जाकर छात्रों को पुस्तक और गणवेश का वितरण किया जा रहा है, जिससे छात्रों को पढ़ाई करने में कोई समस्या न हो, इसको ध्यान में रखते हुए समय पर पुस्तकें भी उपलब्ध कराई जा रही है.
बीजापुर विकासखण्ड के अन्तर्गत तुमनार, कोतापाल, जैतालूर, ईटपाल गांव में शिक्षकों द्वारा गली-मोहल्ले में कक्षाएं लगाई जा रही हैं. इन कक्षाओं में छात्र-छात्राएं दो घंटा अध्ययन कर रहे हैं. बच्चों के सुविधानुसार पंचायत भवन, पेड़ के नीचे और अन्य जगहों पर कक्षाएं लगाई जा रही है. इस दौरान शिक्षकों द्वारा कोरोना से बचाव के सभी नियम जैसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और मास्क का उपयोग करने पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
सुविधानुसार बैठाकर हो रही पढ़ाई
कक्षाओं का संचालन कक्षावार सुविधानुसार बैठाकर हो रहा है, जिसके माध्यम से छात्र-छात्राएं अब अपने घर के आसपास विद्यालय जैसी सुविधा पाकर बेहद खुश और उत्साहित हैं. छात्रों के साथ पालकों में भी खुशी है. महामारी के कारण अभी विद्यालय नहीं खुले हैं, लेकिन अब विद्यालय जैसे माहौल देखने को मिल रहा है. बीजापुर जिले में गली-मोहल्ला क्लास के माध्यम से अब हर छात्र-छात्राओं तक शिक्षा पहुंचाने की कवायद शुरू हो गई है. वहीं जिले के कई गांव में लाउडस्पीकर के माध्यम से भी पढ़ाई करायी जा रही है.
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स्कूल शिक्षा सत्र हर साल जून- जुलाई से शुरू हो जाता है ,लेकिन इस बार वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से स्कूल समय पर नहीं शुरू नहीं हो पाया है. वहीं राज्य शासन ने छात्रों की शिक्षा को सुचारू तरीके से जारी रखने के लिए पढ़ई तुंहर दुआर योजनाओं के जरिए ऑनलाइन पढ़ाई कराया जा रहा है. जिससे उनकी पढ़ाई में किसी प्रकार की परेशानी न आए.