कोरबा: रेत माफिया के खिलाफ जिला प्रशासन ने गुरुवार को कार्रवाई की है. लॉकडाउन के दौरान भी रेत माफिया जिले में सक्रिय रहे. वहीं लॉकडाउन के खत्म होते ही अवैध रेत परिवहन और उत्खनन धड़ल्ले से जारी है. शहर के पास स्थित ढेंगुरनाला में जिला प्रशासन ने रेत से भरे ट्रैक्टर को जब्त किया है. प्रशासन की जांच टीम गुरुवार दोपहर बालको-रिसदी रोड के पास स्थित ढेंगुरनाला पहुंची थी. जहां अवैध रूप से रेत भरते हुए तीन ट्रैक्टरों को जब्त किया गया. वहीं नाले से अवैध रूप से रेत उत्खनन करते एक ट्रैक्टर को जब्त किया गया है.
जानकारी के मुताबिक ट्रैक्टर के हाइड्रोलिक सिस्टम में बड़ा रापा लगाकर नाले में गहराई से रेत को किनारे तक खींचा जा रहा था. जिसके बाद किनारे में इकट्ठी हुई रेत को मजदूरों से ट्रॉली में भरवाया जा रहा था. मौके पर पहुंचे डिप्टी कलेक्टर आशीष देवांगन और नायब तहसीलदार पंचराम सलामे ने तीनों ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया है. इसके पहले प्रशासन की जांच टीम ने रिसदी से बालको रोड पर अवैध रेत परिवहन करते हुए ट्रैक्टर को भी जब्त किया था. साथ ही जब्त किए गए चारों ट्रैक्टर के चालकों से पूछताछ करते हुए रेत उत्खनन और परिवहन से संबंधित जरूरी दस्तावेज दिखाने को कहा था, लेकिन ट्रैक्टर चालक कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाए थे. जिसके बाद रामपुर पुलिस ने चारों को अभिरक्षा में रखा है.
लगातार हो रही कार्रवाई
लगभग 3-4 दिन पहले ही प्रशासन की टीम ने आईटीआई चौक से बालको रोड में रामपुर के पास स्थित ढेंगुरनाला में आधी रात को अवैध रूप से रेत परिवहन करते 3 ट्रैक्टर को जब्त किया था.
कलेक्टर ने बनाई जिला स्तरीय टास्क फोर्स
रेत माफिया पर लगाम कसने के लिए कोरबा कलेक्टर किरण कौशल ने जिला स्तरीय टास्क फोर्स गठित की है. 6 सदस्यीय इस टास्क फोर्स के प्रभारी डिप्टी कलेक्टर आशीष देवांगन बनाए गए हैं. इसके साथ ही नायब तहसीलदार पंच राम सलामे, सहायक खनिज अधिकारी सबीना बेगम, पर्यावरण विभाग के सहायक अभियंता विजय पोर्ते, खनिज निरीक्षक उत्तम खूंटे और नगर सैनिक रमाकांत दुबे इस टास्क फोर्स के सदस्य बनाए गए हैं.
ट्रैक्टर मालिकों तक नहीं पहुंच सकी प्रशासन की टीम
अवैध रेत उत्खनन और परिवहन में लगे ट्रैक्टर को जब्त किया गया है, लेकिन पर्दे के पीछे के सफेदपोश लोगों तक प्रशासन नहीं पहुंच पा रही है. ट्रैक्टर मालिकों सहित बड़े माफिया पर अब तक कार्रवाई नहीं हो सकी है.