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International Coffee Day : अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस क्यों मनाते है और क्या है इसका इतिहास - कॉफी का इतिहास

1963 में लंदन में स्थापित अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन ने पहली बार 1 अक्टूबर 2015 को अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस घोषित किया था. इसके बाद से हम हर साल कॉफी डे मनाते हैं. भारत की कॉफी हाई क्वालिटी की होती है. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं. Know about coffee day, importance of coffee day

International Coffee Day
अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 1, 2023, 12:15 AM IST

Updated : Oct 13, 2023, 5:42 PM IST

हैदराबाद : इसमें कोई शक नहीं कि कॉफी हमारे पसंदीदा पेय में से एक है. हम इसे इतना पसंद करते हैं कि हर साल दुनिया भर में अरबों कप कॉफी लोग पी जाते हैं. दिन की शुरुआत हो या किसी दोस्त के साथ बातचीत, कॉफी हम सभी की जिंदगी का एक हिस्सा बन गया है. एक अक्टूबर के दिन दुनियाभर में इंटरनेशनल कॉफी डे (International Coffee Day) मनाया जाता है, तो इस खास मौके पर जानेंगे दुनिया की कुछ मशहुर कॉफी के बारे में, कॉफी के इतिहास के बारे में और कॉफी पीने के फयदे के बारे में.

कॉफी का इतिहास

कॉफी के इतिहास बहुत पुराना है, कॉफी के इतिहास की बात की जाए तो लगभग सभी लोग अलग-अलग तर्क देते हैं. कई लोगों का मानना है कि कॉफी अफ्रीका, वियतनाम, इंडोनेशिया और अमेरिका जैसे देशों में प्राचीन काल से ही लोग पसंद करते थे. एक तर्क के अनुसार यूरोप में 16वीं शताब्दी और 17वीं शताब्दी के बीच कॉफी काफी मशहूर थी. वहीं एक अन्य तर्क के अनुसार कॉफी की सबसे पहले शुरुआत 850 ईसवी के आसपास इथियोपिया देश में हुई थी. मुख्य रूप से लाल सागर के दक्षिण छोर पर मौजूद इथियोपिया को कॉफी के जन्मस्थल के रूप में जाना जाता है.

भारत में कॉफी

भारत एशिया में कॉफी का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है और दुनिया में कॉफी का छठा सबसे बड़ा उत्पादक और पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक है. भारत की कॉफी उच्चतम गुणवत्ता के लिए जानी जाती है, और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रीमियम माना जाता है. भारत में कॉफ़ी के दो मुख्य प्रकार हैं पहला अरेबिका, और दूसरा रोबस्टा. अरेबिका का स्वाद मीठा और मुलायम होता है वहीं रोबस्टा आमतौर पर कलिकाओं पर अधिक कड़वा और कठोर होता है. भारत में कॉफी के उद्योग से 2 मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार मिला है. भारत का अधिकांश कॉफी उत्पादन देश के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित है, कर्नाटक कॉफी का सबसे बड़ा उत्पादक है, जो भारत का लगभग 70 प्रतीशत उत्पादन करता है.

अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस की शुरुआत

अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस पहली बार 2015 में मनाया गया था. 1963 में लंदन में स्थापित अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन ने पहली बार 1 अक्टूबर 2015 को अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस घोषित किया. यह दिन दुनिया भर में कॉफी के निष्पक्ष व्यापार को भी बढ़ावा देता है. हालांकी अलग-अलग देश अलग-अलग तारीखों पर अपने-अपने राष्ट्रीय कॉफी दिवस मनाते हैं. लेकिन अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस 1 अक्टबूर को ही मनाया जाता है.

कॉफी पीने के फायदे

  1. कॉफी एक फल है हालांकि आमतौर पर कॉफी को बीन कहा जाता है.
  2. कॉफी पीना फायदेमंद होता है, कॉफी लोगों को लंबे समय तक जीने में मदद करता है और हृदय रोग होने की संभावना कम हो जाती है.
  3. कॉफी डायबिटीज के जोखिम को कम करता है और कैंसर के खतरे को कम करता है.
  4. कॉफी हमारे मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करके वजन को घटाने में मदद करता है.

ये भी पढ़ें : International Podcast Day: अंतरराष्ट्रीय पॉडकास्ट दिवस के बारे में जानें सबकुछ

हैदराबाद : इसमें कोई शक नहीं कि कॉफी हमारे पसंदीदा पेय में से एक है. हम इसे इतना पसंद करते हैं कि हर साल दुनिया भर में अरबों कप कॉफी लोग पी जाते हैं. दिन की शुरुआत हो या किसी दोस्त के साथ बातचीत, कॉफी हम सभी की जिंदगी का एक हिस्सा बन गया है. एक अक्टूबर के दिन दुनियाभर में इंटरनेशनल कॉफी डे (International Coffee Day) मनाया जाता है, तो इस खास मौके पर जानेंगे दुनिया की कुछ मशहुर कॉफी के बारे में, कॉफी के इतिहास के बारे में और कॉफी पीने के फयदे के बारे में.

कॉफी का इतिहास

कॉफी के इतिहास बहुत पुराना है, कॉफी के इतिहास की बात की जाए तो लगभग सभी लोग अलग-अलग तर्क देते हैं. कई लोगों का मानना है कि कॉफी अफ्रीका, वियतनाम, इंडोनेशिया और अमेरिका जैसे देशों में प्राचीन काल से ही लोग पसंद करते थे. एक तर्क के अनुसार यूरोप में 16वीं शताब्दी और 17वीं शताब्दी के बीच कॉफी काफी मशहूर थी. वहीं एक अन्य तर्क के अनुसार कॉफी की सबसे पहले शुरुआत 850 ईसवी के आसपास इथियोपिया देश में हुई थी. मुख्य रूप से लाल सागर के दक्षिण छोर पर मौजूद इथियोपिया को कॉफी के जन्मस्थल के रूप में जाना जाता है.

भारत में कॉफी

भारत एशिया में कॉफी का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है और दुनिया में कॉफी का छठा सबसे बड़ा उत्पादक और पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक है. भारत की कॉफी उच्चतम गुणवत्ता के लिए जानी जाती है, और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रीमियम माना जाता है. भारत में कॉफ़ी के दो मुख्य प्रकार हैं पहला अरेबिका, और दूसरा रोबस्टा. अरेबिका का स्वाद मीठा और मुलायम होता है वहीं रोबस्टा आमतौर पर कलिकाओं पर अधिक कड़वा और कठोर होता है. भारत में कॉफी के उद्योग से 2 मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार मिला है. भारत का अधिकांश कॉफी उत्पादन देश के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित है, कर्नाटक कॉफी का सबसे बड़ा उत्पादक है, जो भारत का लगभग 70 प्रतीशत उत्पादन करता है.

अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस की शुरुआत

अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस पहली बार 2015 में मनाया गया था. 1963 में लंदन में स्थापित अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन ने पहली बार 1 अक्टूबर 2015 को अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस घोषित किया. यह दिन दुनिया भर में कॉफी के निष्पक्ष व्यापार को भी बढ़ावा देता है. हालांकी अलग-अलग देश अलग-अलग तारीखों पर अपने-अपने राष्ट्रीय कॉफी दिवस मनाते हैं. लेकिन अंतरराष्ट्रीय कॉफी दिवस 1 अक्टबूर को ही मनाया जाता है.

कॉफी पीने के फायदे

  1. कॉफी एक फल है हालांकि आमतौर पर कॉफी को बीन कहा जाता है.
  2. कॉफी पीना फायदेमंद होता है, कॉफी लोगों को लंबे समय तक जीने में मदद करता है और हृदय रोग होने की संभावना कम हो जाती है.
  3. कॉफी डायबिटीज के जोखिम को कम करता है और कैंसर के खतरे को कम करता है.
  4. कॉफी हमारे मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करके वजन को घटाने में मदद करता है.

ये भी पढ़ें : International Podcast Day: अंतरराष्ट्रीय पॉडकास्ट दिवस के बारे में जानें सबकुछ

Last Updated : Oct 13, 2023, 5:42 PM IST
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