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चंपत राय के बयान पर छिड़ा बवाल, शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने इस्तीफे की उठाई मांग

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 9, 2024, 4:46 PM IST

Updated : Jan 9, 2024, 5:49 PM IST

Ayodhya Ram Temple राम मंदिर उद्घाटन में अब चंद दिन ही बचे हैं. ऐसे में अब श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के बयान के बाद विवाद छिड़ गया है. दरअसल चंपत राय के बयान पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. पढ़ें पूरी खबर..

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चंपत राय के बयान छिड़ा बवाल

हरिद्वार: श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के बयान पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि चारों शंकराचार्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं जा रहे हैं. यह निर्णय शंकराचार्य ने इसलिए लिया है, क्योंकि अभी पूरी तरह से मंदिर बनकर तैयार नहीं हुआ है. इसके बावजूद भी प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है, जिसकी कोई आवश्यकता नहीं थी. बता दें कि चंपत राय ने कुछ दिन पहले बयान दिया था कि राम मंदिर रामानंद संप्रदाय का है ना कि शैव शाक्त और संन्यासियों का है.

अविमुक्तेश्वरानंद ने चंपत राय के इस्तीफे की उठाई मांग: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि अगर चंपत राय कहते हैं कि यह मंदिर रामानंद संप्रदाय का है, तो उन्हें इस्तीफा देकर प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही पूरे मंदिर की जिम्मेदारी किसी और को देनी चाहिए. जिसमें हम उनका साथ देंगे. उन्होंने कहा कि जिस समय चंदा लेना था, उस समय यह मंदिर पूरे राष्ट्र का बताया गया. इसी बीच हमसे भी चंदा लिया गया और जब हमने वहां जाने से मना किया तो यह मंदिर रामानंद संप्रदाय का हो गया.

राम मंदिर उद्घाटन में शामिल नहीं होंगे शंकराचार्य: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि जिस समय ढांचा गिराया गया या फिर जब रामलला की मूर्ति को वहां पर विराजमान किया गया, तब किसी शंकराचार्य ने इसका विरोध नहीं किया, क्योंकि तब की परिस्थितियों में और अब की परिस्थितियों में जमीन-आसमान का अंतर है, लेकिन अब जल्दबाजी करना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि हम धर्म शास्त्रों के अनुसार चलने वाले व्यक्ति हैं और हमारे लिए धर्म और शास्त्र ही महत्वपूर्ण हैं, इसलिए सभी शंकराचार्य ने वहां न जाने का निर्णय लिया है.

ये भी पढ़ें: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले कैसा दिख रहा भव्य मंदिर, देखिए ट्रस्ट की ओर से जारी ताजा तस्वीरें

रामानंद संप्रदाय ही राम मंदिर का करवाता निर्माण: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सोशल मीडिया पर बयान देते हुए कहा कि अगर वह पहले ही इस बात को बता देते कि यह मंदिर रामानंद संप्रदाय का है तो रामानंद संप्रदाय ही इस मंदिर का निर्माण करवाता. उन्होंने कहा कि अब हमने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने से इनकार किया है, तो हमें एंटी मोदी बताया जा रहा है, लेकिन इस कारण से हम एंटी धर्मशास्त्र भी नहीं होना चाहते.

ये भी पढ़ें: अयोध्या के राम मंदिर में की जा रही भव्य नक्काशी, देखें मंदिर निर्माण की ताजा तस्वीरें

चंपत राय के बयान छिड़ा बवाल

हरिद्वार: श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के बयान पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि चारों शंकराचार्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं जा रहे हैं. यह निर्णय शंकराचार्य ने इसलिए लिया है, क्योंकि अभी पूरी तरह से मंदिर बनकर तैयार नहीं हुआ है. इसके बावजूद भी प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है, जिसकी कोई आवश्यकता नहीं थी. बता दें कि चंपत राय ने कुछ दिन पहले बयान दिया था कि राम मंदिर रामानंद संप्रदाय का है ना कि शैव शाक्त और संन्यासियों का है.

अविमुक्तेश्वरानंद ने चंपत राय के इस्तीफे की उठाई मांग: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि अगर चंपत राय कहते हैं कि यह मंदिर रामानंद संप्रदाय का है, तो उन्हें इस्तीफा देकर प्राण प्रतिष्ठा से पहले ही पूरे मंदिर की जिम्मेदारी किसी और को देनी चाहिए. जिसमें हम उनका साथ देंगे. उन्होंने कहा कि जिस समय चंदा लेना था, उस समय यह मंदिर पूरे राष्ट्र का बताया गया. इसी बीच हमसे भी चंदा लिया गया और जब हमने वहां जाने से मना किया तो यह मंदिर रामानंद संप्रदाय का हो गया.

राम मंदिर उद्घाटन में शामिल नहीं होंगे शंकराचार्य: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि जिस समय ढांचा गिराया गया या फिर जब रामलला की मूर्ति को वहां पर विराजमान किया गया, तब किसी शंकराचार्य ने इसका विरोध नहीं किया, क्योंकि तब की परिस्थितियों में और अब की परिस्थितियों में जमीन-आसमान का अंतर है, लेकिन अब जल्दबाजी करना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि हम धर्म शास्त्रों के अनुसार चलने वाले व्यक्ति हैं और हमारे लिए धर्म और शास्त्र ही महत्वपूर्ण हैं, इसलिए सभी शंकराचार्य ने वहां न जाने का निर्णय लिया है.

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रामानंद संप्रदाय ही राम मंदिर का करवाता निर्माण: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सोशल मीडिया पर बयान देते हुए कहा कि अगर वह पहले ही इस बात को बता देते कि यह मंदिर रामानंद संप्रदाय का है तो रामानंद संप्रदाय ही इस मंदिर का निर्माण करवाता. उन्होंने कहा कि अब हमने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने से इनकार किया है, तो हमें एंटी मोदी बताया जा रहा है, लेकिन इस कारण से हम एंटी धर्मशास्त्र भी नहीं होना चाहते.

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Last Updated : Jan 9, 2024, 5:49 PM IST
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