ETV Bharat / bharat

दिल्ली से रायपुर तक सियासी पारा गर्म, छत्तीसगढ़ कांग्रेस में कई बदलाव, भूपेश को यह भूमिका

छत्तीसगढ़ से कांग्रेस विधायकों के दिल्ली जाने का सिलसिला जारी है. दिल्ली में अब तक 35 विधायक पहुंच चुके हैं. हालांकि विधायक बृहस्पति सिंह दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस में सत्ता परिवर्तन का सवाल ही पैदा नहीं होता. इस बीच कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में कई सांगठनिक फेरबदल कर दिए हैं. साथ ही भूपेश बघेल को यूपी विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक भी नियुक्त किया गया है. छत्तीसगढ़ की सियासत में चल रही उठापटक के हर पहलू से रूबरू कराती रिपोर्ट.

Political
Political
author img

By

Published : Oct 3, 2021, 12:50 AM IST

नई दिल्ली/रायपुर : छत्तीसगढ़ से लगातार कांग्रेस विधायकों (Congress MLA) की दिल्ली दरबार में हाजिरी बढ़ती जा रही है. इससे छत्तीसगढ़ का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. दिल्ली में लगातार बढ़ रही छत्तीसगढ़ी कांग्रेस विधायकों की आमद ने रायपुर से लेकर दिल्ली तक में अस्थिरता का माहौल पैदा कर दिया है. इससे मीडिया में सत्ता परिवर्तन की खबरों को और बल मिल रहा है.

दिल्ली से रायपुर तक सियासी पारा गर्म

24 घंटे पहले तक ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि तीन दिन पहले दिल्ली पहुंचे विधायक शुक्रवार देर शाम तक छत्तीसगढ़ लौट आएंगे लेकिन लौटने के बजाय और भी विधायक दिल्ली पहुंचने लगे. अब तक 35 विधायक दिल्ली पहुंच चुके हैं.

ऐसे में रायपुर के राजनीतिक गलियारों में मुख्यमंत्री के बदलाव (Chief Minister Changes) की खबरें चर्चा में हैं. हालांकि सीएम बघेल ने भी पंजाब और छत्तीसगढ़ की स्थिति को अलग बताया और विधायकों के दिल्ली दौरे को तूल नहीं देने की बात कही है. जबकि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा है कि अब कका और बाबा के बीच चल रही कुर्सी की लड़ाई को राहुल गांधी को समाप्त करा देनी चाहिए.

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बदलाव

कांग्रेस ने शनिवार को अपनी छत्तीसगढ़ इकाई में बदलाव करते हुए कई नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक गिरीश देवांगन के स्थान पर अरूण सिंघानिया, अटल श्रीवास्तव की जगह पी आर खूंटे, भानू प्रताप सिंह के स्थान पर अंबिका मकराम और पदम मनहार की जगह वाणी राव को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का उपाध्यक्ष बनाया गया है.

इसी तरह दिवाकरप्रसाद यादव के स्थान पर वासुदेव यादव उत्तम वासुदेव की जगह अमरजीत चावला और पंकज शर्मा के स्थान सुमित्रा धृतलहरे को महासचिव नियुक्त किया गया है. शैलेश नितिन त्रिवेदी की जगह सुशील आनंद शुक्ला को मीडिया विभाग का प्रमुख बनाया गया है.

छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही चर्चा के बीच बघेल की इस नियुक्ति को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के ढाई वर्ष पूरे होने के बाद से लगातार चर्चा है कि मुख्यमंत्री पद ढाई-ढाई वर्ष तक बघेल और फिर राज्य के वरिष्ठ नेता एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को देने की बात हुई थी. ऐसे में बघेल समर्थक कई विधायक बुधवार को दिल्ली पहुंचे हैं.

दिल्ली से रायपुर तक सियासी पारा गर्म

यह भी पढ़ें-सुरजेवाला बोले- कैप्टन को सोनिया ने नहीं, विधायकों ने हटाया, अमरिंदर का पलटवार

यूपी विधानसभा के लिए चुनाव पर्यवेक्षक बने बघेल

छत्तीसगढ़ में सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, कांग्रेस सहित सभी पार्टियों ने इसके मद्देनजर अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी मिलने पर सीएम भूपेश बघेल ने पार्टी आलाकमान का शुक्रिया अदा किया है.

नई दिल्ली/रायपुर : छत्तीसगढ़ से लगातार कांग्रेस विधायकों (Congress MLA) की दिल्ली दरबार में हाजिरी बढ़ती जा रही है. इससे छत्तीसगढ़ का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. दिल्ली में लगातार बढ़ रही छत्तीसगढ़ी कांग्रेस विधायकों की आमद ने रायपुर से लेकर दिल्ली तक में अस्थिरता का माहौल पैदा कर दिया है. इससे मीडिया में सत्ता परिवर्तन की खबरों को और बल मिल रहा है.

दिल्ली से रायपुर तक सियासी पारा गर्म

24 घंटे पहले तक ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि तीन दिन पहले दिल्ली पहुंचे विधायक शुक्रवार देर शाम तक छत्तीसगढ़ लौट आएंगे लेकिन लौटने के बजाय और भी विधायक दिल्ली पहुंचने लगे. अब तक 35 विधायक दिल्ली पहुंच चुके हैं.

ऐसे में रायपुर के राजनीतिक गलियारों में मुख्यमंत्री के बदलाव (Chief Minister Changes) की खबरें चर्चा में हैं. हालांकि सीएम बघेल ने भी पंजाब और छत्तीसगढ़ की स्थिति को अलग बताया और विधायकों के दिल्ली दौरे को तूल नहीं देने की बात कही है. जबकि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा है कि अब कका और बाबा के बीच चल रही कुर्सी की लड़ाई को राहुल गांधी को समाप्त करा देनी चाहिए.

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बदलाव

कांग्रेस ने शनिवार को अपनी छत्तीसगढ़ इकाई में बदलाव करते हुए कई नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक गिरीश देवांगन के स्थान पर अरूण सिंघानिया, अटल श्रीवास्तव की जगह पी आर खूंटे, भानू प्रताप सिंह के स्थान पर अंबिका मकराम और पदम मनहार की जगह वाणी राव को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का उपाध्यक्ष बनाया गया है.

इसी तरह दिवाकरप्रसाद यादव के स्थान पर वासुदेव यादव उत्तम वासुदेव की जगह अमरजीत चावला और पंकज शर्मा के स्थान सुमित्रा धृतलहरे को महासचिव नियुक्त किया गया है. शैलेश नितिन त्रिवेदी की जगह सुशील आनंद शुक्ला को मीडिया विभाग का प्रमुख बनाया गया है.

छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रही चर्चा के बीच बघेल की इस नियुक्ति को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के ढाई वर्ष पूरे होने के बाद से लगातार चर्चा है कि मुख्यमंत्री पद ढाई-ढाई वर्ष तक बघेल और फिर राज्य के वरिष्ठ नेता एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को देने की बात हुई थी. ऐसे में बघेल समर्थक कई विधायक बुधवार को दिल्ली पहुंचे हैं.

दिल्ली से रायपुर तक सियासी पारा गर्म

यह भी पढ़ें-सुरजेवाला बोले- कैप्टन को सोनिया ने नहीं, विधायकों ने हटाया, अमरिंदर का पलटवार

यूपी विधानसभा के लिए चुनाव पर्यवेक्षक बने बघेल

छत्तीसगढ़ में सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, कांग्रेस सहित सभी पार्टियों ने इसके मद्देनजर अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी मिलने पर सीएम भूपेश बघेल ने पार्टी आलाकमान का शुक्रिया अदा किया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.