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रोजगार सृजन में महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, दिल्ली अग्रणी

महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा और दिल्ली ने इस साल फरवरी में 9.5 लाख से अधिक औपचारिक नौकरियां दी है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार देश में देश में खोले गए कुल ईपीएफओ ग्राहकों की संख्या के दो-तिहाई से अधिक है.

फरवरी 2022 में रोजगार सृजन
फरवरी 2022 में रोजगार सृजन
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Published : Apr 21, 2022, 10:17 AM IST

नई दिल्ली: महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा और दिल्ली ने इस साल फरवरी में 9.5 लाख से अधिक औपचारिक नौकरियां सृजित की है. जो कि फरवरी माह में जुड़े कुल ईपीएफओ ग्राहकों की संख्या के दो-तिहाई से अधिक है. नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने फरवरी में 14.12 लाख से अधिक नए ग्राहक जोड़े है जबकि इन सात राज्यों ने दो-तिहाई (9.52 लाख) से अधिक ग्राहक जोड़े हैं. बुधवार को जारी ईपीएफओ के अस्थायी पेरोल डेटा से पता चला कि पेंशन फंड मैनेजर ने फरवरी 2022 में 14.12 लाख शुद्ध ग्राहक जोड़े हैं. हालांकि फरवरी में जनवरी 2022 की तुलना में 31,826 की मामूली वृद्धि हुई है.

अधिकारियों के अनुसार साल-दर-साल की तुलना में फरवरी 2022 के दौरान शुद्ध ग्राहकों की संख्या में 1,74,314 की वृद्धि हुई है, जबकि फरवरी 2021 में यह वृद्धि मामूली थी. श्रम और रोजगार मंत्रालय के अनुसार अक्टूबर 2021 से शुद्ध ग्राहक वृद्धि में लगातार वृद्धि हो रही है. इस दौरान जोड़े गए कुल 14.12 लाख शुद्ध ग्राहकों में से लगभग 8.41 लाख नए सदस्यों को पहली बार ईपीएफ और एमपी अधिनियम 1952 के सामाजिक सुरक्षा कवर के तहत पंजीकृत किया गया है. लगभग 5.71 लाख शुद्ध ग्राहक अंतिम निकासी के लिए दावा करने के बजाय पिछले पीएफ खाते से अपने संचय को वर्तमान पीएफ खाते में स्थानांतरित करके ईपीएफओ से बाहर निकल गए. लेकिन फिर वे दोबारा जुड़ गए हैं. पेरोल डेटा की आयु-वार तुलना बताती है कि फरवरी में 3.7 लाख नए ग्राहकों में सबसे अधिक 22-25 वर्ष आयु वर्ग के थे. इसके बाद 29-35 वर्ष के आयु वर्ग के 2.98 लाख शुद्ध ग्राहक जुड़े हैं. 18-25 वर्ष के आयु वर्ग के सदस्य महीने के दौरान कुल नामांकन का लगभग 45% हैं. आंकड़ा बताता है कि पहली बार नौकरी चाहने वाले कई लोग बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र से जुड़े हैं.

इंजीनियरिंग, ऑटो और निर्माण क्षेत्रों में : नौकरियां उद्योग-वार पेरोल डेटा इंगित करता है कि मुख्य रूप से दो श्रेणियां जैसे 'विशेषज्ञ सेवाएं' (जनशक्ति एजेंसियों, निजी सुरक्षा एजेंसियों और छोटे ठेकेदारों आदि से मिलकर) और व्यापारिक-वाणिज्यिक प्रतिष्ठान फरवरी में कुल ग्राहक वृद्धि का 47% से अधिक हैं. इंजीनियरिंग ठेकेदारों, ऑटोमोबाइल सर्विसिंग, भवन और निर्माण, उद्योग क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में इस साल फरवरी में वृद्धि हुई है.

महिलाओं की भागीदारी: लिंग-वार विश्लेषण से पता चलता है इस दौरान महिला नामांकन में लगभग 22% की हिस्सेदारी के साथ महीने के दौरान शुद्ध महिला पेरोल वृद्धि लगभग 3.10 लाख है. इसने जनवरी 2022 के महीने के दौरान नामांकन की तुलना में महिला श्रमिकों के शुद्ध नामांकन में 22,402 की वृद्धि दर्ज की गई है. यह काफी हद तक महीने के दौरान कम महिलाओं ने नौकरी छोड़ी और उच्च नई जॉइनिंग के कारण है. साथ ही अक्टूबर 2021 से शुद्ध महिला ग्राहकों में लगातार वृद्धि हुई है, जो कार्यबल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है.

यह भी पढ़ें-भारत में जॉब गिवर की संख्या में इजाफा, 1.67 लाख नई कंपनियां हुई पंजीकृत

नई दिल्ली: महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा और दिल्ली ने इस साल फरवरी में 9.5 लाख से अधिक औपचारिक नौकरियां सृजित की है. जो कि फरवरी माह में जुड़े कुल ईपीएफओ ग्राहकों की संख्या के दो-तिहाई से अधिक है. नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने फरवरी में 14.12 लाख से अधिक नए ग्राहक जोड़े है जबकि इन सात राज्यों ने दो-तिहाई (9.52 लाख) से अधिक ग्राहक जोड़े हैं. बुधवार को जारी ईपीएफओ के अस्थायी पेरोल डेटा से पता चला कि पेंशन फंड मैनेजर ने फरवरी 2022 में 14.12 लाख शुद्ध ग्राहक जोड़े हैं. हालांकि फरवरी में जनवरी 2022 की तुलना में 31,826 की मामूली वृद्धि हुई है.

अधिकारियों के अनुसार साल-दर-साल की तुलना में फरवरी 2022 के दौरान शुद्ध ग्राहकों की संख्या में 1,74,314 की वृद्धि हुई है, जबकि फरवरी 2021 में यह वृद्धि मामूली थी. श्रम और रोजगार मंत्रालय के अनुसार अक्टूबर 2021 से शुद्ध ग्राहक वृद्धि में लगातार वृद्धि हो रही है. इस दौरान जोड़े गए कुल 14.12 लाख शुद्ध ग्राहकों में से लगभग 8.41 लाख नए सदस्यों को पहली बार ईपीएफ और एमपी अधिनियम 1952 के सामाजिक सुरक्षा कवर के तहत पंजीकृत किया गया है. लगभग 5.71 लाख शुद्ध ग्राहक अंतिम निकासी के लिए दावा करने के बजाय पिछले पीएफ खाते से अपने संचय को वर्तमान पीएफ खाते में स्थानांतरित करके ईपीएफओ से बाहर निकल गए. लेकिन फिर वे दोबारा जुड़ गए हैं. पेरोल डेटा की आयु-वार तुलना बताती है कि फरवरी में 3.7 लाख नए ग्राहकों में सबसे अधिक 22-25 वर्ष आयु वर्ग के थे. इसके बाद 29-35 वर्ष के आयु वर्ग के 2.98 लाख शुद्ध ग्राहक जुड़े हैं. 18-25 वर्ष के आयु वर्ग के सदस्य महीने के दौरान कुल नामांकन का लगभग 45% हैं. आंकड़ा बताता है कि पहली बार नौकरी चाहने वाले कई लोग बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र से जुड़े हैं.

इंजीनियरिंग, ऑटो और निर्माण क्षेत्रों में : नौकरियां उद्योग-वार पेरोल डेटा इंगित करता है कि मुख्य रूप से दो श्रेणियां जैसे 'विशेषज्ञ सेवाएं' (जनशक्ति एजेंसियों, निजी सुरक्षा एजेंसियों और छोटे ठेकेदारों आदि से मिलकर) और व्यापारिक-वाणिज्यिक प्रतिष्ठान फरवरी में कुल ग्राहक वृद्धि का 47% से अधिक हैं. इंजीनियरिंग ठेकेदारों, ऑटोमोबाइल सर्विसिंग, भवन और निर्माण, उद्योग क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में इस साल फरवरी में वृद्धि हुई है.

महिलाओं की भागीदारी: लिंग-वार विश्लेषण से पता चलता है इस दौरान महिला नामांकन में लगभग 22% की हिस्सेदारी के साथ महीने के दौरान शुद्ध महिला पेरोल वृद्धि लगभग 3.10 लाख है. इसने जनवरी 2022 के महीने के दौरान नामांकन की तुलना में महिला श्रमिकों के शुद्ध नामांकन में 22,402 की वृद्धि दर्ज की गई है. यह काफी हद तक महीने के दौरान कम महिलाओं ने नौकरी छोड़ी और उच्च नई जॉइनिंग के कारण है. साथ ही अक्टूबर 2021 से शुद्ध महिला ग्राहकों में लगातार वृद्धि हुई है, जो कार्यबल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है.

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