रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ महीनों से हाई प्रोफाइल लोगों की फर्जी आईडी बनाकर पैसों की मांग की जा रही है. इस तरह की वारदात को साइबर फ्रॉड अंजाम देते हैं. पहले वे फेक आईडी बनाते हैं, फिर उनके परिचितों को फ्रेंड रिकवेस्ट भेजते हैं. उसके बाद उनसे चैट करते हैं. चैट के दौरान दुर्घटना होना या फिर जरूरी काम के बहाने वाले मैसेज भेज कर पैसों की मांग करते हैं. यदि हाई प्रोफाइल व्यक्ति होता है, तो उसके हिसाब से पैसों की मांग की कीमत भी वैसे ही होती है.
डॉ रमन सिंह के नाम से बनाई फर्जी आईडी: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह के नाम से एक फर्जी आईडी फ्रॉड ने बनाई. उसके बाद मैसेज कर 50 हजार की मांग की जा रही थी. इसकी जानकारी खुद सोशल मीडिया के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने दी. उन्होंने यह भी कहा कि "मेरे नाम से पैसों की मांग की जा रही है. कृपया सतर्क रहें और ऐसे फ्रॉड से बचें." उन्होंने सोशल मीडिया और ऑनलाइन ठगी से बचे रहने की अपील लोगों से की.
डॉ शिव डहरिया के नाम से भी पैसों की मांग: छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव डहरिया के नाम से भी पैसों की मांग की गई है. ठग ने उनके नाम से भी एक फर्जी आईडी बनाया. उसके बाद मैसेज भेज कर 20 से 30 हजार रुपये की मांग की जा रही थी. इसकी शिकायत उनके पीए के द्वारा थाने में की गई
रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी के कुलपति का फेसबुक आईडी किया हैक: पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केएल वर्मा की फेसबुक आईडी ठग ने हैक कर ली. उनकी आईडी से विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों को मैसेज भेजा गया कि वे मुसीबत में है. उनके खाते में रकम जमा कराएं. कुलपति को कुछ घंटों के भीतर खबर लग गई. इसके बाद उन्होंने तुरंत एफआईआर दर्ज कराई.
आईपीएस विजय अग्रवाल के नाम पर ठगी की कोशिश: आईपीएस अफसर विजय अग्रवाल के नाम से भी ठगी की कोशिश की गई. साइबर फ्रॉड ने पुलिस विभाग के कई अफसरों और कर्मियों को मैसेज भेजा और जरूरी काम है कहकर पैसों की मांग की गई. आईपीएस विजय अग्रवाल ने इसकी शिकायत दर्ज कराई थी.
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ऐसे करते हैं ठगी: साइबर एक्सपर्ट मोहित साहू बताते हैं कि "फेसबुक हैकर फेसबुक अकाउंट से किसी व्यक्ति की फोटो और डिटेल सहित दोस्तों की लिस्ट निकाल लेते हैं और उन्हें पुनः फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर जुड़ने के लिए आमंत्रित करते हैं. जिसके बाद हैकर संबंधित व्यक्ति बन कर दोस्तों से मैसेंजर में चैट करता है और अर्जेंट कार्य बताकर पैसे की मांग करता है. जिसके लिए हैकर पेमेंट के लिए नंबर भी दे रहे हैं. इससे बचने के लिए सबसे पहले फेसबुक लॉक रखें. ताकि उसका कोई मिस यूज ना कर सके. यदि कोई पैसों की मांग करता है, तो एक बार फोन पर बात करें. पहले कन्फर्म करें कि आपका साथी है भी या नहीं. यदि कन्फर्म हो तभी पैसे दें, क्योंकि बहुत से फ्रॉड इसी तरह से ठगी कर रहे हैं.
इनके नाम पर पैसों की मांग: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, मंत्री शिव डहरिया, धरसींवा विधायक अनीता शर्मा के पीए रोहित अग्निहोत्री, कुलपति केएल वर्मा, आईपीएस अभिषेक मीणा, प्रखर पांडे, विजय अग्रवाल समेत कई आईएएस और आईपीएस अफसरों की फर्जी आईडी बनाकर ठगी की कोशिश की जा चुकी है.
क्या कहते हैं अफसर: रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि "बीते कुछ समय से यह ट्रेंड देखा जा रहा है कि कंपनी के चेयरमैन या अफसरों के अलावा अन्य लोगों की डीपी लगाकर उनके करीबियों को मैसेज भेजकर पैसो की मांग की जा रही है. कुछ जनप्रतिनिधियों की भी फेक आईडी बनाकर फ्रॉड करने की कोशिश की गई. हालांकि फ्रॉड इस तरह के केसेस में सफल नहीं हो पाए हैं. लोगों को सतर्क रहने की जरूररत है. कभी कोई डीपी लगाकर फोन करे या मैसेज करे, तो उनके झांसे में न आएं. यदि इस तरह की कोई घटना होती है, तो पुलिस में शिकायत दर्ज करें."