कांकेर: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने पीएलजीए सप्ताह शुरू होने से एक दिन पहले बड़ी नक्सली घटना को अंजाम दिया. नक्सलियों के परतापुर एरिया कमेटी ने ग्राम पंचायत कंदाड़ी के उपसरपंच की हत्या कर दी. नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर उपसरपंच रामशु कचलामी को मौत के घाट उतार दिया.
जनअदालत में उपसरपंच की हत्या: नक्सलियों ने उपसरपंच पर ग्रामीण की हत्या कर नक्सलियों को बदनाम करने की साजिश रचने, नक्सलियों को बहलाकर सरेंडर करने और पुलिस मुखबिरी जैसे कई आरोप उपसरपंच रामशु कचलामी पर लगाए और उसकी निर्मम हत्या कर दी. अचिन पुर गांव के पास नक्सलियों ने पर्चा फेंक कर घटना की जिम्मेदारी ली है.मारे गए उप सरपंच का शव अब तक बरामद नही किया गया है.
सड़क खोदकर रोड किया जाम: पीएलजीए सप्ताह शुरू होने के 1 दिन पहले ही नक्सलियों ने कांकेर जिले में भारी तांडव मचा रखा है. कंदाड़ी में उपसरपंच की हत्या के बाद नक्सलियों ने पखांजूर में जमकर तांडव मचाया. पखांजूर क्षेत्र के अचिनपुर और बुरका गांव में नक्सलियों ने सड़क खोदकर रोड जाम कर दिया है जिससे आने जाने वालों को काफी मुश्किल हो रही है.
मोबाइल टावर में लगाई आग: बुरका गांव में लगे निजी कंपनी के टावर को नक्सलियो ने आग के हवाले कर दिया है. इसके अलावा बेलगाल चौक समेत विभिन्न जगहों पर नक्सलियो ने भारी मात्रा में बेनर पोस्टर चस्पा किया है।जिसमे 2 दिसम्बर से 8 दिसंबर तक पूरे देशभर में पीएलजीए सप्ताह जोरशोर से मनाने की अपील की गई है. कांकेर एसपी दिव्यांग पटेल ने पूरे घटना की पुष्टि की है.
नक्सलियों ने बैनर पोस्टर बांधे: बंदे थाना क्षेत्र अंतर्गत बेलगांव में नक्सलियों ने भारी मात्रा में बैनर -पोस्टर लगाए है. बैनर पोस्टर में पीएलजीए की 23 वी वर्षगांठ को गाजा पर इजराइल युद्ध के खिलाफ फिलिस्तीन जनता के मुक्ति आंदोलन के समर्थन को वर्षगांठ मानने का जिक्र किया है. साथ ही गुरिल्ल युध्द तेज करने और आरएसएस भाजपा का भी बैनर में जिक्र है.
क्या है पीएलजीए सप्ताह: पीएलजीए सप्ताह को नक्सली शहीद दिवस के रूप में मनाते है. पीएलजीए का पूरा मतलब पीपुल्स लिबरेशन गोरिल्ला आर्मी है. पीएलजीए सप्ताह के दौरान नक्सली कई बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश में लगे रहते हैं. पीएलजीए सप्ताह नक्सली अपने संगठन के मारे गए सदस्यों को याद करते हुए हर साल 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक एक सप्ताह शहीद दिवस के रूप में मनाते हैं.