दंतेवाड़ा\बीजापुर: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में शनिवार को नक्सलियों के लगाए IED विस्फोट में 3 सीआरपीएफ जवान घायल हो गए. घटना सुबह उस समय हुई जब सुरक्षाकर्मी बारसूर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत इंद्रावती नदी पर एक पुल के पास नक्सली बैनर में छिपाए गए विस्फोटक को डिफ्यूज कर रहे थे.
दंतेवाड़ा में आईईडी विस्फोट में जवान घायल: सीआरपीएफ अधिकारी ने बताया कि 2 दिसंबर से शुरू होने वाले "पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) सप्ताह" के तहत बारसूर-पल्ली मार्ग पर नक्सलियों की आवाजाही के बारे में एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए सीआरपीएफ की 195वीं बटालियन की एक टीम को वहां भेजा गया था. सातधार पुल के पास माओवादी बैनर और उसमें छिपाकर रखे गए आईईडी को देखते ही सुरक्षाकर्मियों ने उसे डिफ्यूज करना शुरू कर दिया. इस दौरान इसमें विस्फोट हो गया और तीन जवान घायल हो गए. जवानों को एयरलिफ्ट कर रायपुर भेजा गया है. इलाके में तलाशी अभियान जारी है.
बीजापुर में नक्सली कैंप ध्वस्त: बीजापुर जिले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली. जांगला थाना इलाके में बड़ेतुंगाली के जंगलों में नक्सली नेता भैरमगढ़ एरिया कमेटी के ACM शंकर, ACM राजेश और 20 से 25 सशस्त्र नक्सलियों के छिपे होने की सूचना डीआरजी, बस्तर फाइटर और छत्तीसगढ़ फोर्स दरभा कैंप को मिली. सूचना के तुरंत बाद संयुक्त टीम मौके के लिए रवाना हुई. बड़े तुंगाली के जंगलों में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. जवानों के बढ़ते दबाव से नक्सली कैंप छोड़कर भाग गए. सयुक्त बल ने माओवादी कैंप ध्वस्त कर घटना स्थल से तीर धनुष, टेंट के लिए पॉलीथिन, दवाईयां, माओवादी वर्दी, पोच, पटाखे और दैनिक सामान बरामद किया है.
नारायणपुर में नक्सलियों का उत्पात: नक्सलियों ने पीएलजीए सप्ताह के पहले दिन जिला मुख्यालय सेल 45 किलोमीटर दूर छोटेडोंगर रोड के बड़गांव के पास सड़क पर और माड़ीन नदी पुल पर भारी मात्रा में पर्चे फेंके हैं. नक्सलियों ने वहां बैनर भी बांधे हैं. नक्सलियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने बैनर पोस्टर चस्पा किया है. नक्सलियों ने सड़क पर पत्थर और लकड़ी से जाम भी कर दिया है.