रापयुर: नक्सलवाद से जूझ रहे छत्तीसगढ़ को लाल आतंक से मुक्त कराने के लिए सरकार लगातार अपनी कोशिशों में जुटी है. इसी कड़ी में रायपुर में डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा है कि जरुरत होने पर हम वीडियो कॉल के जरिए भी नक्सलियों से बातचीत के लिए तैयार हैं. नक्सलियों को जवाब देना चाहिए कि आखिर वो विकास के रास्ते में बाधा बनकर क्यों सालों से खड़े हैं.
वीडियो कॉल से नक्सलियों से बातचीत के लिए सरकार तैयार: डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं. वो सामने आकर नहीं बात कर सकते तो वीडियो कॉल के जरिए भी हम बात करने के लिए तैयार हैं. बातचीत होगी तो सालों से चली आ रही समस्या का समाधान होगा. डिप्टी सीएम ने कहा कि लेकिन नक्सलियों को भी जवाब देना होगा कि वो क्यों युवाओं की आंखों पर हिंसा का पट्टी बांधकर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं. क्यों युवाओं को बहकाकर सालों से उनको जंगल से बाहर नहीं आने दे रहे. नक्सलियों को इस बात का भी जवाब देना होगा कि वो क्यों लोकतंत्र को खत्म करने पर आमादा हैं. डिप्टी सीएम ने कहा कि बस्तर के लोग भी चाहते हैं उनके घरों में बिजली आए, लोग चाहते हैं कि उनके बच्चे भी स्कूलों में पढ़े लिखें लेकिन वो स्कूल क्यों नहीं खुलने देना चाहते, क्यों सड़कों को खोद देते हैं
कांग्रेस ने साय सरकार को बताया कन्फ्यूज: कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने डिप्टी सीएम के बयान का मजाक उड़ाया है. शुक्ला ने कहा कि नक्सलवाद की समस्या को लेकर बीजेपी में कंफ्यूजन है. कभी बीजेपी के नेता जब विपक्ष में थे तो कहते थे सरकार में आए तो घर में घुसकर मारेंगे. बीजेपी की अब छत्तीसगढ़ में सरकार है तो ऐसे में उसका बयान कैसे बदल गया. कांग्रेस की जब सरकार थी तो हमने 80 फीसदी माओवाद पर लगाम लगा दिया था. अब जो 20 फीसदी माओवाद बचा था उसे ये सरकार खत्म करे. बेवजह की बयानबाजी कर डिप्टी सीएम अपने पद की गरिमा गिरा रहे हैं.