रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बदलाव से सियासी गलियारे में उथल पुथल मची है. दीपक बैज को पीसीसी चीफ बनाए जाने के बाद अब भूपेश कैबिनेट में फेरबदल हो रहा है. खुद सीएम बघेल ने गुरुवार को कहा कि "देखते रहिए. इंतजार करिए." इसके बाद पार्टी ने प्रेमसाय सिंह टेकाम से इस्तीफा ले लिया. शाम होते तक यह तय हो गया कि टेकाम के बदले मोहन मरकाम को स्कूल शिक्षा मंत्री बनाया जाएगा. मोहन मरकाम आज मंत्री पद की शपथ लेंगे.
मंत्रिमंडल में फेरबदल पर भूपेश बघेल ने क्या कहा: चुनाव के 4 महीने पहले फेरबदल और पीसीसी चीफ बदलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि संगठन में लोगों को अलग अलग जिम्मेदारी मिलती रहती है. मोहन मरकाम का कार्यकाल समाप्त हो चुका था. सभी प्रदेशों में बदलाव हो रहे हैं और रायपुर महाअधिवेशन में पारित हुआ था कि 50 परसेंट जो सीटे हैं, वह 50 साल से कम उम्र वालों को मिलनी चाहिए. हमारे यहां शुरुआत हो रही है. दीपक बैज अभी मुश्किल से 42 के हैं.
जानिए कौन हैं मोहन मरकाम: साल 2008 में मोहन मरकाम को पहली बार कांग्रेस ने कोंडागांव सीट से चुनावी मैदान में उतारा था. इस चुनाव में उनका सीधा मुकाबला भाजपा की मंत्री लता उसेंडी से था. हालांकि इस चुनाव में उन्हें 2771 मतों से हार का सामना करना पड़ा लेकिन 2013 चुनाव में पार्टी ने उनकी कर्तव्यनिष्ठा का फल दिया और उन्हें चुनावी मैदान में उतारा. इस चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. साल 2018 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने एक बार फिर मोहन मरकाम पर भरोसा जताया और इस बार उन्होंने भाजपा की लता उसेंडी को भारी मतों के अंतर से शिकस्त दी.
राजनीति के जानकार वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि किसी को पद से हटाए जाने का मतलब यह नहीं है कि वह काबिल नहीं था. यह मैसेज देने की कोशिश रहेगी कि यदि आदिवासी समाज से मरकाम को अध्यक्ष पद से हटाया गया है तो उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा. मंत्रिमंडल से भी जो मंत्री हटाए जाएंगे इसका यह मतलब नहीं कि उन्होंने काम नहीं किया. उसके पीछे कई और वजह भी हो सकती है. उनका स्वास्थ्य भी कारण हो सकता है या फिर सत्ता संगठन में तालमेल की कमी या फिर उनके विभाग ने काम में किसी तरह की कमी या फिर कोई और भी वजह हो सकती है.
छत्तीसगढ़ के मंत्रियों की लिस्ट: 17 दिसंबर 2018 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की कमान संभाली थी. वर्तमान में टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, कवासी लखमा, शिव डहरिया, उमेश पटेल, जयसिंह अग्रवाल, गुरु रुद्र कुमार, अनिला भेड़िया के साथ ही मोहम्मद अकबर, प्रेमसाय सिंह टेकाम, रविंद्र चौबे और अमरजीत भगत मंत्री हैं.
- भूपेश बघेल: मुख्यमंत्री, सामान्य प्रशासन, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, वित्त, जनसंपर्क, खनन, ऊर्जा और अन्य विभाग जो किसी भी मंत्री को आवंटित नहीं किए जाते हैं.
- टी एस सिंहदेव स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, आर्थिक और सांख्यिकी वाणिज्यिक कर (GST), 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन
- ताम्रध्वज साहू: गृह, जेल, लोक निर्माण विभाग, पर्यटन और संस्कृति, धर्म न्यास और धर्मस्व
- रविन्द्र चौबे: कृषि और जैव प्रौद्योगिकी, पशुपालन, जल संसाधन, मत्स्य पालन, आयकूट
- मोहम्मद अकबर: आवास और पर्यावरण, वन, परिवहन, खाद्य, विधायी कार्य कानून
- कवासी लखमा: वाणिज्य और उद्योग, वाणिज्यिक कर (उत्पाद शुल्क), आबकारी मंत्री
- डॉ. शिव डहरिया: श्रम, नगरीय प्रशासन
- अनिला भेड़िया: महिला, बाल विकास और समाज कल्याण
- जय सिंह अग्रवाल: वाणिज्यिक कर (पंजीकरण और स्टाम्प), राजस्व और आपदा प्रबंधन पुनर्वास
- गुरु रुद्र कुमार: विलेज इंडस्ट्री, पब्लिक हेल्थ, इंजीनियरिंग
- उमेश पटेल: तकनीकी शिक्षा और रोजगार, उच्च शिक्षा, खेल और युवा कल्याण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, कौशल विकास, जनशक्ति योजना
- अमरजीत भगत: योजना, अर्थशास्त्र और सांख्यिकी, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण और संस्कृति मंत्री'