नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ के चुनाव प्रचार में भाग लेने के लिए पहुंचे थे. आज अखिरी दिन के चुनाव प्रचार के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बातों पर अपना पक्ष रखा. इस दौरान उन्होंने कहा कि हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर हम सरकार के साथ हैं.
इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अपना संकलप हैं, एक अपनी सोच है. कांग्रेस किसी एक धर्म, जाति, क्षेत्र के लिए काम नहीं करती. हमारी सोच सभी के लिए काम करना है. यही बात हमें सत्ताधारी पार्टी से अलग बनाती है. अगर हम भी सत्तधारी पक्ष की तरह ही बरताव करने लगें तो कोई हमारे लिए क्यों वोट करेगा. वो उसको वोट डालेगा, जिसकी हम नकल उतार रहे हैं.
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आगे थरूर कहते हैं कि जो लोग सभी के लिए एक भारत चाहते हैं हमें उन लोगों के लिए बोलना चाहिए. मेरा ये मानना है कि बीजेपी को 37 प्रतिशत वोट मिले, 63 प्रतिशत ऐसा है, जो बीजेपी के साथ नहीं हैं और उस 37 प्रतिशत में भी कुछ ऐसे हैं, जो इस तरह का देश नहीं चाहते. इस लिए मेरा कहना है कि कांग्रेस अपनी सोच, अपनी छवि बनाए रखे, ये कभी बदलनी नहीं चाहिए.
इसलिए ज्वाइन की थी कांग्रेस
इसके साथ ही थरूर ने कहा कि मैं कांग्रेस में इस लिए नहीं आया था कि मेरा कोई जीवन भर का जुड़ाव हुआ हो, बल्कि मैं इस लिए आया क्योंकि मुझे लगा कि ये सबसे अच्छा माध्यम है, देश को उन्नति की ओर ले जाने का. कुछ सीटों और चंद वोटों के लिए हमें अपने संकल्प को नहीं बदलना चाहिए.
कांग्रेस और मेरी सोच में मतभेद नहीं
आगे वे कहते हैं हो सकता है कि पार्टी और मेरी सोच को लेकर थोड़ा मतभेद हो, लेकिन ये स्वस्थ मतभेद है. इन मतभेदों के चलते हम कई क्षेत्रों, जो छूट रह गए है उन पर बात कर चीजों में सुधार करेंगे. कांग्रेस में कोई ऐसा मतभेद नहीं है. सभी यहां ऐसे भारत की कामना करते हैं, जो सबका हो.
नहीं देंगे कश्मीर का एक भी इंच
पाकिस्तान की अुच्छेद 370 हटने के बाद से हो रही हरकतों पर थरूर कहते हैं कि भारत के अंदर जो कुछ भी हो रहा है उससे पाकिस्तान का कुछ लेना-देना नहीं है. पाकिस्तान से हम सिर्फ आतंकवाद के मुद्दे पर बात करेंगे. फिलहाल हम विपक्ष में है देश के अंदर होने वाली गतिविधियों पर सवाल खड़ा कर सकते हैं, लेकिन देश के बाहर हम सब एक हैं और किसी को कश्मीर का एक इंच भी नहीं देंगे.
पाक को सवाल खड़ा करने का कोई हक नहीं
इसके साथ ही थरूर कहते हैं कि पाकिस्तान को भारत पर सवाल खड़ा करने का कोई हक नहीं है. पाक को खुद की हरकते देखनी चाहिए. उन्होंने गिलगित-बलूचिस्तान और पीओके के स्टेटस को बदल लिया, जब वे ऐसा कई साल पहले कर सकते हैं तो वे हमारे ऊपर सवाल खड़ा करने वाले कौन होते हैं.
यूएनएचआरसी में भारत के साथ
कश्मीर के विषय पर आलोचना करते हुए थरूर ने कहा कि हमारे सांसद अभी भी एक महीने बाद नजर बंद हैं. फारूख अब्बदुला सांसद की कर्यवाही में भाग नहीं ले सके. लोगों के फोन काम नहीं कर रहे, मां-बाप को बच्चों को स्कूल छोड़ने में डर लग रहा है. इस तरह नहीं होना चाहिए, भारत में हर किसी को जीने का अधिकार है. यूएनएचआरसी में हम सब सरकार के साथ है, लेकिन जब ये मामला देश के अंदर उठेगा तो ये ठीक नहीं है, हम सवाल पूछेंगे.
सरकार कानून का कर रही गलत इस्तेमाल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के मामले पर थरूर ने कहा कि सरकार कानून का गलत इस्तेमाल कर रही है. इस तरह की हरकते एक लोकतांत्रिक देश में नहीं होनी. बस यही उम्मीद है कि कोर्ट अपना काम सही तरीके से करेंगी. हमें हमारे देश, कानून, संस्थानों और संविधान में विश्वास रखना होगा. फिलहाल यही मैं कह सकता हूं.