मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र की महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि वह इसके बजाय मुंबई और नागपुर के बीच इस तरह के तेज गति वाले रेल संपर्क को प्राथमिकता देंगे. ठाकरे ने गठबंधन में किसी भी तरह कि अस्थिरता को सिरे से खारिज कर दिया.
विपक्षी दल भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा, 'अगर मेरी सरकार तीन पहिये वाली है, यह सही दिशा में आगे बढ़ रही है तो आपको पेट में दर्द क्यों हो रहा है?'
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इससे पहले सत्तारूढ़ एमवीए की तुलना तीन-पहिया, ऑटो रिक्शा से करते हुए इसकी स्थिरता पर संदेह प्रकट किया था.
ठाकरे ने कहा कि जब वह आखिरी बार राजग की बैठक में शामिल हुए थे तो वहां 'एक ट्रेन की तरह 30 से 35 पहिये थे.'
ठाकरे ने सोमवार को अपने 60वें जन्मदिन के मद्देनजर रविवार को शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में प्रकाशित अपने साक्षात्कार के दूसरे और अंतिम भाग में कहा, 'मेरी सरकार का भविष्य विपक्ष के हाथ में नहीं है. स्टेयरिंग मेरे हाथ में है. तीन पहिये (ऑटो-रिक्शा) वाला वाहन गरीब लोगों का है. बाकी के दो पीछे बैठे हैं.'
उन्होंने कहा, 'सितंबर-अक्टूबर का इंतजार क्यों करना जैसा कि अटकलें लगाई जा रही हैं. जिस किसी को भी मेरी सरकार गिरानी है वह आज ही गिराए. कुछ लोगों को बनाने में खुशी मिलती है जबकि कुछ को गिराने में खुशी मिलती है. अगर आपको बिगाड़ने में आनंद मिलता है तो ऐसा ही करिए.'
मुख्यमंत्री ने पूछा, 'आप कहते हैं कि एमवीए सरकार लोकतांत्रिक सिद्धांतों के खिलाफ बनी लेकिन जब आप उसे गिराते हो तब क्या यह लोकतंत्र है?'
एक सवाल पर ठाकरे ने कहा कि उन्होंने पाला नहीं बदला था बल्कि एक गठबंधन किया था.
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर उन्होंने कहा, 'तीन पहिये वाला वाहन गरीब लोगों का वाहन है. अगर मुझे बुलेट ट्रेन और ऑटो रिक्शा के बीच चुनना होगा तो मैं ऑटो रिक्शा को चुनूंगा. अगर लोग बुलेट ट्रेन नहीं चाहते तो ऐसा नहीं होगा.'
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उन परियोजनाओं को बंद करेंगे जिन्हें लोग नहीं चाहते. उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए 16,000 करोड़ रुपये के समझौते ज्ञापन शुरुआती चरण में हैं तथा और निवेश आ रहा है.
ठाकरे ने साथ ही कहा कि तीन दलों की गठबंधन सरकार में नजरअंदाज किए जाने की कांग्रेस की शिकायत को प्रदेश कांग्रेस नेताओं के साथ उनकी बैठक के बाद हल कर लिया गया है. उन्होंने कहा, 'मेरा राकांपा प्रमुख शरद पवार से अच्छा तालमेल है. मैं बीच-बीच में सोनिया गांधी को भी फोन करता रहता हूं.'
उन्होंने माना कि राज्य की अर्थव्यवस्था की हालत ठीक नहीं है लेकिन साथ ही कहा कि पूरी दुनिया इस संकट का सामना कर रही है.
शिवसेना अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मुख्यमंत्रियों को लोकलुभावनवादी कदमों के तौर पर किसी तरह की छूट या सब्सिडी देने की घोषणा न करने के लिए कहा है क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था पर और बोझ बढ़ेगा.
कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान बाहर न निकलने को लेकर आलोचनाओं पर ठाकरे ने कहा कि वह घर में बैठकर ही चर्चा और विचार-विमर्श के साथ ही एमओयू पर हस्ताक्षर कर रहे हैं.
राज्य में निवेश में चीनी कंपनियों की भागीदारी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि हाल के एमओयू में चीनी कंपनियों की मौजूदगी से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि क्या देश में चीनी निवेश रहना चाहिए या नहीं. उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक के दौरान मैंने उनसे चीन के साथ व्यापार करने पर राष्ट्रीय नीति बनाने का अनुरोध किया था.'