रायपुर/कवर्धा/बिलासपुर: विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर बसपा और भाजपा ने जहां अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी है, वहीं कांग्रेस लिस्ट फाइनल कर रही है. कांग्रेस ने पार्टी में हर एक को टिकट के लिए दावेदारी पेश करने का मौका दिया है. मंगलवार को आवेदन देने का अंतिम दिन रहा. छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों में सुबह से ही टिकट के दावेदार कांग्रेस दफ्तरों में पहुंचते रहे और दावा पेश करते रहे. एक एक विधानसभा सीटों पर दो-दो दर्जन से भी अधिक आवेदन मिले हैं. राजधानी रायपुर की बात की जाए तो यहां पर भी दावेदारों की संख्या कम नहीं है. यहां भी एक एक विधानसभा में 25 से 30 दावेदार मैदान में हैं.
'जो योग्य होगा, उसे मिलेगा टिकट': दावेदारों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, "पिछली बार भी ज्यादा उम्मीदवार आए थे. इस बार भी आ रहे हैं. सब की इच्छा है चुनाव लड़ने की. इसी बहाने हमें पता चलता है कि कौन चुनाव लड़ने का इच्छुक है. जो योग्य होगा, उसे टिकट दिया जाएगा. यदि अयोग्य व्यक्ति की पहचान होती है तो लोग रिजेक्ट करते हैं, लेकिन जीतने वाले उम्मीदवारों का चयन होता है तो वह विरोध नहीं करते हैं."
आवेदन जमा करने वाले भी जानते हैं कि कौन सा कैंडिडेट जीतने योग्य है और कौन सा नहीं. इसलिए योग्य व्यक्ति को टिकट दिया जाता है तो वह संतुष्ट हो जाते हैं. यदि अयोग्य व्यक्ति को टिकट जाता है तो वो नाराजगी जाहिर करते हैं. -भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
रायपुर में मंगलवार इन्होंने पेश की दावेदारी
- विकास उपाध्याय, पश्चिम विधानसभा
- महेंद्र छाबड़ा, उत्तर विधानसभा
- सुबोध हरितवाल, दक्षिण विधानसभा
- संदीप साहू, ग्रामीण विधानसभा
- सन्नी अग्रवाल, दक्षिण विधानसभा
- विकास तिवारी, दक्षिण विधानसभा
- अमर गिद्वानी, उत्तर विधानसभा
- प्रगति मोहित बाजपेयी, दक्षिण विधानसभा
कांग्रेस ने बताया लोकतांत्रिक प्रक्रिया: बीजेपी से मुकाबला के पहले कांग्रेस के दावेदारों के बीच मुकाबले के सवाल पर कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि दावेदारी करना आपस में मुकाबला नहीं होता. यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया है. इसे कांग्रेस की परंपरा बताते हुए सुशील आनंद शुक्ला ने छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने का दावा किया.
किसी कार्यकर्ता को राजनीतिक अधिकार देना या अपना अधिकार मांगना, कोई मुकाबला नहीं होता है. इनमें से जो सर्वोत्तम होगा, उसका चयन पार्टी करेगी. उसके बाद उसके लिए सब एक साथ काम करेंगे. यह पहली बार नहीं हुआ. पिछली बार भी इस परंपरा को हमने अपनाया और तीन चौथाई बहुमत से छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बनी थी. -सुशील आनंद शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष, मीडिया विभाग कांग्रेस
कांग्रेस विधायकों की परफार्मेंस ठीक नहीं-भाजपा: भाजपा मीडिया प्रमुख अमित चिमनानी का कहना है कि, "हर पार्टी में हर कार्यकर्ता का अधिकार होता है कि वह दावेदारी करें. यह पार्टी तय करती है कि जीतने वाले उम्मीदवार को टिकट दे." अमित चिमनानी ने टिकट के लिए दावेदारों की लंबी फेहरिस्त पर तंज किया. वर्तमान विधायकों की परफार्मेंस और सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर भी बड़ी बात कही.
कांग्रेस में जो 70 से ज्यादा विधायक हैं, प्रत्याशियों की भी बाढ़ आई हुई है, इस हिसाब से लग रहा है कि कांग्रेस विधायकों का परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहा है, उनकी टिकट कटेगी. यदि विधायकों का परफारमेंस ठीक नहीं है, तो मतलब सरकार का परफॉर्मेंस ठीक नहीं है, इसलिए आने वाले समय में भाजपा की सरकार बनने वाली है. -अमित चिमनानी, मीडिया प्रमुख, भाजपा छत्तीसगढ़
कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं को दी है छूट, ये लोकतंत्र की खूबसूरती: राजनीति के जानकार एवं वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा ने कांग्रेस की इस पूरी प्रक्रिया को लोकतंत्र की खूबसूरती बताया. कांग्रेस में हर कार्यकर्ता को चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी पेश करने का मौका मिलने की भी बात कही.
इसे लोकतंत्र की खूबसूरती के तौर पर देखा जा सकता है. कांग्रेस में इसकी छूट है. किसी भी कार्यकर्ताओं को लगता है कि वह चुनाव लड़ सकता, भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त दे सकता है, तो वह अपनी दावेदारी कर सकता है. वहां ऐसा कोई प्रोटोकोल नहीं है कि आपको 10-20 लोगों के साइन कराने पड़ेंगे. आपको लगता है तो आप आवेदन कर सकते हैं. -उचित शर्मा, राजनीति के जानकार एवं वरिष्ठ पत्रकार
जानिए किस जिले के कितने दावेदार आए सामने:
- जगदलपुर में 24 कांग्रेस नेताओं ने जगदलपुर विधानसभा सीट के लिए कांग्रेस के टिकट के लिए दावेदारी पेश की है.
- बालोद में साहू समाज के जिलाध्यक्ष सोमन साहू ने संजारी बालोद सीट से कांग्रेस के टिकट के लिए दावेदारी पेश की है.
- संजारी बालोद सीट से कांग्रेस के 44 नेताओं ने टिकट के लिए दावेदारी पेश की है.
- कवर्धा विधानसभा में 7 और पंडरिया में 10 से ज्यादा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने टिकट के लिए दावेदारी पेश की है.
- बिलासपुर की 6 विधानसभा सीटों पर 300 से अधिक नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने आवेदन दिए हैं.
- एमसीबी के बैकुंठपुर विधानसभा के लिए कुल 52 कांग्रेस नेताओं ने टिकट के लिए दावेदारी पेश की है.
- मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के लिए कुल 20 कांग्रेस नेताओं ने टिकट के लिए दावेदारी पेश की है.
- भरतपुर सोनहत विधानसभा से एकमात्र आवेदन विधायक गुलाब कमरो ने टिकट के लिए दावेदारी पेश की है.