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Tips for Healthy Life : बीमारी से बचाकर आपको फुर्तीला बनाए रखती हैं ये 6 आदतें - फुर्तीला बनाए रखती हैं ये 6 आदतें

जब आप अपनी एक अच्छी फूड हैबिट बना लेते हैं तो कई सारी बीमारियां आपसे वैसे ही दूर रहने लगती हैं. सही मात्रा में सही तरीके से कैलोरी का सेवन और उसको खर्च किए जाने का फार्मूला आपको फिट रखने में सहायक साबित हो सकता है. यही फिट रहने का फार्मूला है...

Healthy Food
अच्छी फूड हैबिट में शामिल करें
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Published : Jun 22, 2023, 11:27 AM IST

नई दिल्ली : हर कोई अच्छा स्वास्थ्य चाहता है और अपनी खाने पीने की आदतों में बदलाव चाहता है. अगर आपको लगता है कि आपकी लाइफ स्टाइल ऐसी है जिसमें आप को फिट नहीं महसूस कर रहे हैं तो यह जानकारी आपके लिए मददगार हो सकती है और आप कुछ बातों का ध्यान रखकर अपने लिए एक अच्छी फूड हैबिट बना सकते हैं. सही मात्रा में सही तरीके से कैलोरी का सेवन और उसको खर्च किए जाने का फार्मूला आपको फिट रखने में सहायक होता है.

Healthy Indian Food and Things to eat
अच्छी शाकाहारी फूड हैबिट

आपको बता दें कि आपके स्वस्थ रहने में आपके भोजन का सबसे बड़ा योगदान है. भोजन ही आपके स्वास्थ्य का निर्धारण करता है. इसीलिए एक स्वस्थ आहार को मानव जीवन के स्वास्थ्य की कुंजी कहा गया है. आप अपनी कार्यशैली व मेहनत के हिसाब से खानपान का चयन करें. इसके लिए सही मात्रा में कैलोरी का सेवन करें, ताकि आप अपने द्वारा उपभोग की जाने वाली ऊर्जा और आपके द्वारा खर्च की जाने वाली ऊर्जा के बीच संतुलन बना रह सके.

यदि आप अपने शरीर की आवश्यकता से अधिक खाते या पीते हैं, तो आपका वजन बढ़ जाएगा, क्योंकि जो ऊर्जा आप उपयोग नहीं करते हैं वह वसा के रूप में शरीर में जमा होती जाती है. यदि आप बहुत कम खाते-पीते हैं, तो आपका वजन कम होने लगता है और इससे आपकी कार्यक्षमता घटने लगती है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपको संतुलित आहार मिल रहा है और आपके शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व मिल रहे हैं, आपको विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ भी खाते रहना चाहिए.

Healthy Indian Food North Indian and South Indian Food
सादा खाना चाहे दक्षिण भारत में या उत्तर भारत में

आमतौर पर यह स्वस्थ व्यक्ति के लिए (पुरुषों को) प्रतिदिन लगभग 2,500 कैलोरी (10,500 किलोजूल) की जरूरत होती है. वहीं महिलाओं को प्रतिदिन लगभग 2,000 कैलोरी (8,400 किलोजूल) की जरूरत होती है. वहीं कुछ लोगों की फिजिकल मेहनत व काम के कारण इसकी मात्रा घटती-बढ़ती जाती है.

इन 6 बातों का रखें ध्यान..

  1. अपने भोजन में उच्च फाइबर स्टार्चयुक्त कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें. आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन में स्टार्चयुक्त कार्बोहाइड्रेट की मात्रा एक तिहाई से अधिक होनी चाहिए. इनमें आलू, ब्रेड, चावल, पास्ता और मोटे अनाज शामिल हो सकते हैं.
  2. खूब फल और सब्जियाँ खायें. आपके हर दिन के भोजन में विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियों के कम से कम 5 हिस्से होने चाहिए. ताजा फल व सब्जियों के साथ अंकुरित अनाज व डिब्बाबंद व सूखे मेवे को भी शामिल किया जा सकता है. इसका आपकी एक्टिविटी व सक्रियता पर फर्क पड़ता है.
  3. अगर आप मांसाहारी हैं तो अधिक मछली खाएं. मछली प्रोटीन का अच्छा स्रोत है और इसमें कई विटामिन और खनिज होते हैं. सप्ताह में कम से कम 2 बार मछली खाने का लक्ष्य रखें, जिसमें कम से कम 1 बार तैलीय मछली का उपयोग करें. तैलीय मछली में ओमेगा-3 वसा की मात्रा अधिक होती है, जो हृदय संबंधी रोगों को रोकने में मददगार होती है.
  4. फैट बढ़ाने वाली चीजों और चीनी का सेवन कम से कम करें. अगर आप फैट बढ़ाने वाली चीजों का चयन करते हैं तो ध्यान रहे कि वह आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाने वाला न हो. पुरुषों को एक दिन में 30 ग्राम से अधिक संतृप्त फैट नहीं लेना चाहिए. वहीं महिलाओं को एक दिन में 20 ग्राम से अधिक संतृप्त वसा लेने से बचना चाहिए.
  5. कम नमक खाने की आदत डालनी चाहिए. वयस्कों के लिए प्रतिदिन 6 ग्राम से अधिक नमक नहीं खाना चाहिए. बहुत अधिक नमक खाने से आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. उच्च रक्तचाप वाले लोगों में हृदय संबंधी बीमारियों के बढ़ने का खतरा तेज हो जाता है. भले ही आप अपने भोजन में नमक कम डालते हों..लेकिन आप अधिक चीजें खा रहे हैं तो भी आप बहुत अधिक नमक खा रहे होंगे. जब आप खाने पीने का सामान खरीदते हैं तो उसमें लगभग तीन-चौथाई नमक पहले से ही मौजूद होता है, जैसे सूप, ब्रेड और सॉस जैसी चीजें.
  6. खुद को एक्टिव बनाएं और वजन बढ़ने न दें. स्वस्थ भोजन के साथ-साथ, नियमित व्यायाम जरूरी है. अगर आप व्यायाम न करते हों तो भी आपको शारीरिक श्रम वाले काम करने की जरूरत है. यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए भी महत्वपूर्ण है. आम तौर पर देखा जाता है कि अधिक वजन या मोटापे के कारण टाइप 2 मधुमेह, कैंसर, हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी बीमारियां घेर लेती हैं. वहीं जरूरत से कम वजन होने के कारण भी आपके स्वास्थ्य पर भी पड़ता है.

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नई दिल्ली : हर कोई अच्छा स्वास्थ्य चाहता है और अपनी खाने पीने की आदतों में बदलाव चाहता है. अगर आपको लगता है कि आपकी लाइफ स्टाइल ऐसी है जिसमें आप को फिट नहीं महसूस कर रहे हैं तो यह जानकारी आपके लिए मददगार हो सकती है और आप कुछ बातों का ध्यान रखकर अपने लिए एक अच्छी फूड हैबिट बना सकते हैं. सही मात्रा में सही तरीके से कैलोरी का सेवन और उसको खर्च किए जाने का फार्मूला आपको फिट रखने में सहायक होता है.

Healthy Indian Food and Things to eat
अच्छी शाकाहारी फूड हैबिट

आपको बता दें कि आपके स्वस्थ रहने में आपके भोजन का सबसे बड़ा योगदान है. भोजन ही आपके स्वास्थ्य का निर्धारण करता है. इसीलिए एक स्वस्थ आहार को मानव जीवन के स्वास्थ्य की कुंजी कहा गया है. आप अपनी कार्यशैली व मेहनत के हिसाब से खानपान का चयन करें. इसके लिए सही मात्रा में कैलोरी का सेवन करें, ताकि आप अपने द्वारा उपभोग की जाने वाली ऊर्जा और आपके द्वारा खर्च की जाने वाली ऊर्जा के बीच संतुलन बना रह सके.

यदि आप अपने शरीर की आवश्यकता से अधिक खाते या पीते हैं, तो आपका वजन बढ़ जाएगा, क्योंकि जो ऊर्जा आप उपयोग नहीं करते हैं वह वसा के रूप में शरीर में जमा होती जाती है. यदि आप बहुत कम खाते-पीते हैं, तो आपका वजन कम होने लगता है और इससे आपकी कार्यक्षमता घटने लगती है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपको संतुलित आहार मिल रहा है और आपके शरीर को सभी आवश्यक पोषक तत्व मिल रहे हैं, आपको विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ भी खाते रहना चाहिए.

Healthy Indian Food North Indian and South Indian Food
सादा खाना चाहे दक्षिण भारत में या उत्तर भारत में

आमतौर पर यह स्वस्थ व्यक्ति के लिए (पुरुषों को) प्रतिदिन लगभग 2,500 कैलोरी (10,500 किलोजूल) की जरूरत होती है. वहीं महिलाओं को प्रतिदिन लगभग 2,000 कैलोरी (8,400 किलोजूल) की जरूरत होती है. वहीं कुछ लोगों की फिजिकल मेहनत व काम के कारण इसकी मात्रा घटती-बढ़ती जाती है.

इन 6 बातों का रखें ध्यान..

  1. अपने भोजन में उच्च फाइबर स्टार्चयुक्त कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें. आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन में स्टार्चयुक्त कार्बोहाइड्रेट की मात्रा एक तिहाई से अधिक होनी चाहिए. इनमें आलू, ब्रेड, चावल, पास्ता और मोटे अनाज शामिल हो सकते हैं.
  2. खूब फल और सब्जियाँ खायें. आपके हर दिन के भोजन में विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियों के कम से कम 5 हिस्से होने चाहिए. ताजा फल व सब्जियों के साथ अंकुरित अनाज व डिब्बाबंद व सूखे मेवे को भी शामिल किया जा सकता है. इसका आपकी एक्टिविटी व सक्रियता पर फर्क पड़ता है.
  3. अगर आप मांसाहारी हैं तो अधिक मछली खाएं. मछली प्रोटीन का अच्छा स्रोत है और इसमें कई विटामिन और खनिज होते हैं. सप्ताह में कम से कम 2 बार मछली खाने का लक्ष्य रखें, जिसमें कम से कम 1 बार तैलीय मछली का उपयोग करें. तैलीय मछली में ओमेगा-3 वसा की मात्रा अधिक होती है, जो हृदय संबंधी रोगों को रोकने में मददगार होती है.
  4. फैट बढ़ाने वाली चीजों और चीनी का सेवन कम से कम करें. अगर आप फैट बढ़ाने वाली चीजों का चयन करते हैं तो ध्यान रहे कि वह आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाने वाला न हो. पुरुषों को एक दिन में 30 ग्राम से अधिक संतृप्त फैट नहीं लेना चाहिए. वहीं महिलाओं को एक दिन में 20 ग्राम से अधिक संतृप्त वसा लेने से बचना चाहिए.
  5. कम नमक खाने की आदत डालनी चाहिए. वयस्कों के लिए प्रतिदिन 6 ग्राम से अधिक नमक नहीं खाना चाहिए. बहुत अधिक नमक खाने से आपका ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. उच्च रक्तचाप वाले लोगों में हृदय संबंधी बीमारियों के बढ़ने का खतरा तेज हो जाता है. भले ही आप अपने भोजन में नमक कम डालते हों..लेकिन आप अधिक चीजें खा रहे हैं तो भी आप बहुत अधिक नमक खा रहे होंगे. जब आप खाने पीने का सामान खरीदते हैं तो उसमें लगभग तीन-चौथाई नमक पहले से ही मौजूद होता है, जैसे सूप, ब्रेड और सॉस जैसी चीजें.
  6. खुद को एक्टिव बनाएं और वजन बढ़ने न दें. स्वस्थ भोजन के साथ-साथ, नियमित व्यायाम जरूरी है. अगर आप व्यायाम न करते हों तो भी आपको शारीरिक श्रम वाले काम करने की जरूरत है. यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए भी महत्वपूर्ण है. आम तौर पर देखा जाता है कि अधिक वजन या मोटापे के कारण टाइप 2 मधुमेह, कैंसर, हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी बीमारियां घेर लेती हैं. वहीं जरूरत से कम वजन होने के कारण भी आपके स्वास्थ्य पर भी पड़ता है.

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