वैशाली: हाजीपुर व्यवहार न्यायालय आज एक अजीबोगरीब वाकया का गवाह बन गया. एक ही दिन आरजेडी के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व मंत्री और विधायक की अलग-अलग मामलों में पेशी हुई. चुनाव के दौरान जातिसूचक टिप्पणी के लिए जहां आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी (Lalu Yadav Appeared in Hajipur court by Video Conferencing) हुई, वहीं आचार संहिता उल्लंघन के मामले में पूर्व मंत्री राष्ट्रीय जनता दल के शिवचंद्र राम को अदालत आना पड़ा. इसके अलावा महुआ से राजद के विधायक मुकेश रोशन भी लॉकडाउन उल्लंघन के एक मामले में जमानत के लिए अदालत पहुंचे थे.
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जातिसूचक शब्द का किया था प्रयोगः इस विषय में लालू प्रसाद यादव के एडवोकेट श्याम बाबू राय ने बताया कि तेरसिया में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए लालू यादव पर जातिसूचक शब्द के प्रयोग का आरोप है. इस मामले में अदालत में उनकी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी हुई है.
पूर्व मंत्री और विधायक की भी पेशीः वहीं पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने बताया कि 2005 और 2010 में आचार संहिता उल्लंघन का उन पर मामला दर्ज किया गया था. जिस मामले में आज वे अदालत आए थे. वहीं महुआ से विधायक मुकेश रोशन ने कहा कि 2020 में लॉकडाउन के उल्लंघन का एक मामला था, जिसके जमानत के लिए आए थे. उन्होंने बताया कि महनार में जब वह गए थे तो बारिश की वजह से भीड़ लग गई थी और लॉकडाउन में भी भीड़ जमा करने का उन पर आरोप था.
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