सीतामढ़ी: जिले में जल नल योजना पूरी तरह से बंदरबांट और अनियमितता की भेंट चढ़ चुका है. मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना में अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत प्रखंड विकास अधिकारी से लेकर जिला प्रशासन से की. इसके बावजूद अब तक यहां पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचे हैं और न ही उनकी ओर से कोई कार्रवाई की गई है. ग्रामीणों का आरोप है कि नल जल योजना में लगाए गए पाइप योजना के चालू होने से पहले ही टूट चुके हैं.
सरकार के प्रति नाराजगी
स्थानीय लोगों ने सरकार के नल जल योजना को लेकर काफी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अब तक बहुत सी जगह टंकी नहीं लगी है तो कहीं नल टूट गया है. ग्रामीणों ने बताया कि खरका बसंत उत्तरी पंचायत में कुल 11 वार्ड हैं. जिसमें रहने वाले परिवारों की संख्या 3555 है. वार्ड में 1, 2, 4, 5, 6 और 11 कुल 6 वार्ड में अब तक मात्र 875 कनेक्शन ही दिया गया है.
वार्ड 11 में नल जल की नहीं है टंकी
स्थानीय लोगों ने बताया कि वार्ड 11 में न ही टंकी है और न ही नल है और जहां पाइप है उसकी भी स्थिती जर्जर है. उन्होंने कहा कि इस पंचायत में कुल 1 करोड़ 80 लाख रुपये 6 वार्ड के लिए आवंटन किया गया था. जिसमे सभी पंचायत को 60 प्रतिशत के हिसाब से वार्ड के खाते में भेज दिया गया था और कार्य पूरा होने पर बाकी राशि भेजने की बात कही गई थी. इस काम को पूरा करने के लिए 2017 के दिसंबर महीने में ही सभी वार्ड को दिया गया था. साथ ही निर्देश के अनुसार 6 महीने के भीतर कार्य पूरा कर लना था जो कि अब तक कार्य पूरा नहीं किया गया है. उस पंचायत में कितने वार्ड सदस्यों से स्पष्टीकरण पूछा गया है. वहीं, समय पर काम पूरा नहीं होने पर इन लोगों कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है.
सीतामढ़ी: नल जल योजना की खुली पोल, अनियमितता को लेकर जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग
सीतामढ़ी के बोखरा प्रखंड में नल जल योजना में अनियमितता की शिकायत के बावजूद अधिकारियों की ओर से कई कार्रवाई नहीं की जा रही है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से किया शिकायत की है.
सीतामढ़ी: जिले में जल नल योजना पूरी तरह से बंदरबांट और अनियमितता की भेंट चढ़ चुका है. मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना में अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत प्रखंड विकास अधिकारी से लेकर जिला प्रशासन से की. इसके बावजूद अब तक यहां पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचे हैं और न ही उनकी ओर से कोई कार्रवाई की गई है. ग्रामीणों का आरोप है कि नल जल योजना में लगाए गए पाइप योजना के चालू होने से पहले ही टूट चुके हैं.
सरकार के प्रति नाराजगी
स्थानीय लोगों ने सरकार के नल जल योजना को लेकर काफी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अब तक बहुत सी जगह टंकी नहीं लगी है तो कहीं नल टूट गया है. ग्रामीणों ने बताया कि खरका बसंत उत्तरी पंचायत में कुल 11 वार्ड हैं. जिसमें रहने वाले परिवारों की संख्या 3555 है. वार्ड में 1, 2, 4, 5, 6 और 11 कुल 6 वार्ड में अब तक मात्र 875 कनेक्शन ही दिया गया है.
वार्ड 11 में नल जल की नहीं है टंकी
स्थानीय लोगों ने बताया कि वार्ड 11 में न ही टंकी है और न ही नल है और जहां पाइप है उसकी भी स्थिती जर्जर है. उन्होंने कहा कि इस पंचायत में कुल 1 करोड़ 80 लाख रुपये 6 वार्ड के लिए आवंटन किया गया था. जिसमे सभी पंचायत को 60 प्रतिशत के हिसाब से वार्ड के खाते में भेज दिया गया था और कार्य पूरा होने पर बाकी राशि भेजने की बात कही गई थी. इस काम को पूरा करने के लिए 2017 के दिसंबर महीने में ही सभी वार्ड को दिया गया था. साथ ही निर्देश के अनुसार 6 महीने के भीतर कार्य पूरा कर लना था जो कि अब तक कार्य पूरा नहीं किया गया है. उस पंचायत में कितने वार्ड सदस्यों से स्पष्टीकरण पूछा गया है. वहीं, समय पर काम पूरा नहीं होने पर इन लोगों कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है.