सीतामढ़ी: जिले के बोखरा प्रखंड के उर्दू मध्य विद्यालय सउरिया गांव में क्वॉरेंटाइन में रह रहे एक 45 वर्षीय व्यक्ति की रविवार की सुबह अचानक मौत हो गई. यह घटना आसपास के क्षेत्रों में चर्चा का विषय बना हुआ है. स्थानीय मुखिया और ग्रामीणों का बताना है कि मृतक 15 दिन पहले दिल्ली से लौटा था. उसके बाद से वह बीमार था.
शनिवार को उसकी तबीयत अचानक ज्यादा खराब हो गई. इसके बाद उसे इलाज के लिए सीतामढ़ी ले जाया गया. लेकिन उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया था.
कई रोग से था पीड़ित
ग्रामीणों ने बताया कि गरीबी के कारण वह पटना जाने में असमर्थ था. इसलिए वापस गांव चला गया. ग्रामीणों के विरोध के बाद उसे गांव के उर्दू मध्य विद्यालय में रखा गया था. जहां रविवार की सुबह उसकी मौत हो गई. पंचायत के मुखिया ललित कुमार चौधरी ने बताया कि मृतक अपनी पत्नी और बच्चे के साथ 15 दिन पहले दिल्ली से लौटा था. वह कई रोग से पीड़ित था.
रविवार की सुबह हुई मौत
ललित कुमार चौधरी ने बताया कि होम क्वॉरेंटाइन में उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई. इसके बाद उसे इलाज के लिए सीतामढ़ी ले जाया गया था. लेकिन वहां से वापस आने के बाद ग्रामीणों ने उसके गांव में आने पर रोक लगा दिया. जिसके बाद गांव के विद्यालय में मजदूर, पत्नी और बच्चों को अलग-अलग कमरे में क्वॉरेंटाइन किया गया था. लेकिन रविवार की सुबह अचानक उसकी मौत हो गई है. जिसकी सूचना स्थानीय अंचलाधिकारी, बीडीओ और एसडीओ को दे दी गई है.
दिल्ली से लौटा था मजदूर
अंचलाधिकारी ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की है. मजदूर की मौत पहले से चली आ रही बीमारी के कारण हुई है. इस मामले पर बोखरा प्रखंड के अंचलाधिकारी अवधेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 45 वर्षीय मृतक 15 दिन पहले दिल्ली से लौटा था. वह बीमार चल रहा था. संभवत: उसकी मौत हृदय गति रुक जाने के कारण हुई है. मुखिया ने घटना की सूचना दी है. मामले की जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है. मुखिया के प्रयास से ही उसे क्वॉरेंटाइन के लिए उर्दू मध्य विद्यालय में रखा गया था.