छपरा: जिले के परसा विधानसभा क्षेत्र के बड़का बनेया वार्ड-8 की ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया है. ग्रामीणों कच्ची सड़क और नल-जल योजना का काम अधूरा छोड़े जाने को लेकर है. हालांकि बरका बनेया वार्ड-8 के सदस्य की मौत हो जाने के बाद सरकारी कामकाज ठप पड़ा हुआ है.
ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
ग्रामीणों ने कच्ची सड़क और नल जल योजना का काम अधूरा छोड़े जाने को लेकर 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का नारेबाजी किया है. ग्रामीणों ने बताया कि कई दशक से इस गांव में कच्ची सड़क से लोग आवागमन करते हैं. इन सड़क में घुटने भर गड्ढा हो गया है, जिसके कारण आए दिन गाड़ी पलट जाती है. वहीं ग्रामीणों ने एकजुटता का परिचय देते हुए बताया इस बार चुनाव में वोट का बहिष्कार किया जाएगा.
ड्रीम प्रोजेक्ट हुआ ध्वस्त
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार किसी की भी हो, लेकिन गांव में विकास के नाम पर कुछ नहीं होता है. ‘हर घर नल का जल’ मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है, लेकिन अभी तक लगभग जिले का हर घर नल के जल से वंचित है.
ग्रामीण उठा रहे आवाज
ग्रामीणों का कहना है कि हर राजनीतिक पार्टी अपने हिसाब से चुनाव की तैयारी करने में लगी हुई है. वहीं दूसरी ओर ग्रामीण भी चुनावी माहौल में गांव की समस्याओं को लेकर जागरूक हो रहे हैं. यही वजह है कि इस बार जिले के कई गांवों से आवाज उठनी शुरू हो गई है.
इस साल वोट बहिष्कार
ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय विधायक सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने आते हैं. उन्होंने कहा कि इस साल बरका बनेया वार्ड-8 की जनता वोट बहिष्कार करेगी. इस दौरान मदन महतो, कामेश्वर महतो, प्रद्युम्न सिंह, पप्पू सिंह तमाम लोग मौजूद रहे.
छपरा: ग्रामीणों ने MLA के खिलाफ की नारेबाजी, कहा- रोड नहीं तो वोट नहीं
छपरा जिले में ग्रामीणों ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में विकास कार्य के नाम पर कुछ नहीं किया जाता है. वहीं उन्होंने कहा कि इस वर्ष सभी लोग वोट का बहिष्कार करेंगे.
छपरा: जिले के परसा विधानसभा क्षेत्र के बड़का बनेया वार्ड-8 की ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया है. ग्रामीणों कच्ची सड़क और नल-जल योजना का काम अधूरा छोड़े जाने को लेकर है. हालांकि बरका बनेया वार्ड-8 के सदस्य की मौत हो जाने के बाद सरकारी कामकाज ठप पड़ा हुआ है.
ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
ग्रामीणों ने कच्ची सड़क और नल जल योजना का काम अधूरा छोड़े जाने को लेकर 'रोड नहीं तो वोट नहीं' का नारेबाजी किया है. ग्रामीणों ने बताया कि कई दशक से इस गांव में कच्ची सड़क से लोग आवागमन करते हैं. इन सड़क में घुटने भर गड्ढा हो गया है, जिसके कारण आए दिन गाड़ी पलट जाती है. वहीं ग्रामीणों ने एकजुटता का परिचय देते हुए बताया इस बार चुनाव में वोट का बहिष्कार किया जाएगा.
ड्रीम प्रोजेक्ट हुआ ध्वस्त
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार किसी की भी हो, लेकिन गांव में विकास के नाम पर कुछ नहीं होता है. ‘हर घर नल का जल’ मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है, लेकिन अभी तक लगभग जिले का हर घर नल के जल से वंचित है.
ग्रामीण उठा रहे आवाज
ग्रामीणों का कहना है कि हर राजनीतिक पार्टी अपने हिसाब से चुनाव की तैयारी करने में लगी हुई है. वहीं दूसरी ओर ग्रामीण भी चुनावी माहौल में गांव की समस्याओं को लेकर जागरूक हो रहे हैं. यही वजह है कि इस बार जिले के कई गांवों से आवाज उठनी शुरू हो गई है.
इस साल वोट बहिष्कार
ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय विधायक सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने आते हैं. उन्होंने कहा कि इस साल बरका बनेया वार्ड-8 की जनता वोट बहिष्कार करेगी. इस दौरान मदन महतो, कामेश्वर महतो, प्रद्युम्न सिंह, पप्पू सिंह तमाम लोग मौजूद रहे.