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सुशील मोदी की CM नीतीश को चुनौती, 'कार्तिकेय कुमार को 24 घंटे में गिरफ्तार करवाएं'

पूर्व मंत्री कार्तिकेय कुमार की जमानत याचिका खारिज होने के बाद Rajya Sabha MP Sushil Modi ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की है. बीजेपी नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 24 घंटे के भीतर कार्तिकेय की गिरफ्तारी की चुनौती दी है.

Rajya Sabha MP Sushil Modi
राज्यसभा सांसद सुशील मोदी
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Published : Sep 1, 2022, 8:09 PM IST

Updated : Sep 1, 2022, 9:22 PM IST

पटना: दानापुर व्यवहार न्यायालय ने बिहार सरकार के पूर्व मंत्री कार्तिकेय कुमार की जमानत याचिका खारिज (Kartikeya Kumar bail plea rejected) कर दी है. अब उन्हें जमानत के लिए पटना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा. ऐसे में अब किसी भी वक्त उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. इसी बीच कोर्ट से फैसला आने के बाद बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने नीतीश सरकार को 24 घंटे के भीतर कार्तिकेय कुमार को गिरफ्तार करने की चुनौती दी है.

ये भी पढ़ें-अपने पुराने साथी सुशील मोदी के सवाल पर CM नीतीश ने क्यों कहा- 'नो कमेंट'

सुशील मोदी ने नीतीश पर बोला हमला: सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 'कार्तिकेय कुमार के बेल को कोर्ट ने खारिज कर दिया है और मैं उम्मीद करता हूं की बिहार पुलिस अविलंब कार्तिकेय कुमार को गिरफ्तार करेगी. देखिए ये नीतीश कुमार जो कहते हैं कि कानून का राज है. तो जिन लोगों ने कानून को अपने हाथों में लिया उसको 25 दिन तक कानून मंत्री बनाकर रखा.'

कार्तिकेय कुमार को गिरफ्तार करने की दी चुनाौती: बीजेपी नेता ने कहा कि 'क्या नीतीश कुमार नहीं मालूम था की उनपर वारंट है. फिर भी वो राजभवन पहुंच गये और शपथ ले लिया और उसके बाद भी लालू यादव के दबाव में उसको 25 दिन तक उसको मंत्री बनाए रखा और यही लालू यादव हैं जिन्होंने कहा था कि सुशील कुमार मोदी झुठा है और कार्तिकेय कुमार निर्दोष है. आज कोर्ट ने उसकी बेल को खारिज कर दिया. अब समय का तकाजा है नीतीज झी बिहार की जनता देख रही है कि अगले 24 घंटे के भीतर कार्तिकेय कुमार को पुलिस गिरफ्तार करती है कि नहीं, या वो फरार हो जाते हैं.'

"जिस बात की हमलोगों को आशंका थी कि इन लोगों ने किसी तरह कोर्ट को मैनेज कर और नो कोर्सिव एक्शन करवाया था और आज कोर्ट के अंदर उनके बेल को खारिज कर दिया. जो व्यक्ति अपहरण के मामले में चार्जसीटेड हैं. जिनके बेल को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया उसको आपने कानून मंत्री बना लिया. सुबह पहले उसका विभाग बदल दिया. अब कहते हैं कि आप प्रधानमंत्री के उम्मीदवार बनेंगे. मैं नीतीश कुमार जी की सरकार से ये देखना चाहता हूं कि अगले 24 घंटे के भीतर कार्तिकेय कुमार को गिरफ्तार करते हैं कि नहीं. तो ये चुनौती के नीतीश कुमार के सामने. देखिए क्या होता है."- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद

कार्तिकेय सिंह पर लगे थे आरोप : नीतीश मंत्रिमंडल में जगह मिलते ही कार्तिकेय कुमार विवादों में घिर गए थे. उनके ऊपर आरोप लगा था कि उनके खिलाफ कोर्ट से अपहरण के मामले में वारंट जारी किया जा चुका है. 2014 में राजीव रंजन को अगवा कर लिया गया था, इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए कार्तिकेय सिंह के खिलाफ वारंट जारी किया. इस मामले में कार्तिकेय सिंह ने अभी तक ना तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया है ना ही जमानत के लिए अर्जी दी है. इसको लेकर विपक्ष लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोल रहा था कि जिनके खिलाफ खुद गिरफ्तारी का वारंट जारी किया जा चुका हो, उसे विधि विभाग का मंत्री कैसे बनाया जा सकता है.

अनंत सिंह के हैं चुनावी रणनीतिकार : आपको बता दें कि कार्तिकेय कुमार को बाहुबली अनंत सिंह (Bahubali Anant Singh)के समर्थक 'कार्तिक मास्टर' के नाम से जानते हैं. वर्ष 2005 के बिहार विधानसभा चुनाव के बाद कार्तिकेय मास्टर और अनंत सिंह में दोस्ती काफी आगे बढ़ी थी. अनंत सिंह के चुनावी रणनीतिकार के रूप में कार्तिकेय ने खुद को साबित किया. जानकारी है कि अनंत सिंह के लिए सभी राजनीतिक दांव-पेंच पर्दे के पीछे से कार्तिकेय की मदद से ही अनंत सिंह संभालते हैं. इसलिए अनंत सिंह की पहली पसंद वे हैं. सबसे बड़े विश्वासी हैं. अनंत सिंह कार्तिकेय कुमार को खुद 'मास्टर साहब' कहकर पुकारते हैं. राजनीति में सक्रिय होने से पहले कार्तिकेय स्कूल में शिक्षक थे. वे मोकामा के रहने वाले हैं और उनके गांव का नाम शिवनार है. कार्तिकेय मास्टर की पत्नी रंजना कुमारी लगातार दो बार मुखिया बनीं.

ये भी पढ़ें-सुशील मोदी का नीतीश पर तंज, कहा- 'कार्तिकेय कुमार को बर्खास्त करने ही हिम्मत नहीं जुटा सके आप'

पटना: दानापुर व्यवहार न्यायालय ने बिहार सरकार के पूर्व मंत्री कार्तिकेय कुमार की जमानत याचिका खारिज (Kartikeya Kumar bail plea rejected) कर दी है. अब उन्हें जमानत के लिए पटना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा. ऐसे में अब किसी भी वक्त उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. इसी बीच कोर्ट से फैसला आने के बाद बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने नीतीश सरकार को 24 घंटे के भीतर कार्तिकेय कुमार को गिरफ्तार करने की चुनौती दी है.

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सुशील मोदी ने नीतीश पर बोला हमला: सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 'कार्तिकेय कुमार के बेल को कोर्ट ने खारिज कर दिया है और मैं उम्मीद करता हूं की बिहार पुलिस अविलंब कार्तिकेय कुमार को गिरफ्तार करेगी. देखिए ये नीतीश कुमार जो कहते हैं कि कानून का राज है. तो जिन लोगों ने कानून को अपने हाथों में लिया उसको 25 दिन तक कानून मंत्री बनाकर रखा.'

कार्तिकेय कुमार को गिरफ्तार करने की दी चुनाौती: बीजेपी नेता ने कहा कि 'क्या नीतीश कुमार नहीं मालूम था की उनपर वारंट है. फिर भी वो राजभवन पहुंच गये और शपथ ले लिया और उसके बाद भी लालू यादव के दबाव में उसको 25 दिन तक उसको मंत्री बनाए रखा और यही लालू यादव हैं जिन्होंने कहा था कि सुशील कुमार मोदी झुठा है और कार्तिकेय कुमार निर्दोष है. आज कोर्ट ने उसकी बेल को खारिज कर दिया. अब समय का तकाजा है नीतीज झी बिहार की जनता देख रही है कि अगले 24 घंटे के भीतर कार्तिकेय कुमार को पुलिस गिरफ्तार करती है कि नहीं, या वो फरार हो जाते हैं.'

"जिस बात की हमलोगों को आशंका थी कि इन लोगों ने किसी तरह कोर्ट को मैनेज कर और नो कोर्सिव एक्शन करवाया था और आज कोर्ट के अंदर उनके बेल को खारिज कर दिया. जो व्यक्ति अपहरण के मामले में चार्जसीटेड हैं. जिनके बेल को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया उसको आपने कानून मंत्री बना लिया. सुबह पहले उसका विभाग बदल दिया. अब कहते हैं कि आप प्रधानमंत्री के उम्मीदवार बनेंगे. मैं नीतीश कुमार जी की सरकार से ये देखना चाहता हूं कि अगले 24 घंटे के भीतर कार्तिकेय कुमार को गिरफ्तार करते हैं कि नहीं. तो ये चुनौती के नीतीश कुमार के सामने. देखिए क्या होता है."- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद

कार्तिकेय सिंह पर लगे थे आरोप : नीतीश मंत्रिमंडल में जगह मिलते ही कार्तिकेय कुमार विवादों में घिर गए थे. उनके ऊपर आरोप लगा था कि उनके खिलाफ कोर्ट से अपहरण के मामले में वारंट जारी किया जा चुका है. 2014 में राजीव रंजन को अगवा कर लिया गया था, इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए कार्तिकेय सिंह के खिलाफ वारंट जारी किया. इस मामले में कार्तिकेय सिंह ने अभी तक ना तो कोर्ट के सामने सरेंडर किया है ना ही जमानत के लिए अर्जी दी है. इसको लेकर विपक्ष लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोल रहा था कि जिनके खिलाफ खुद गिरफ्तारी का वारंट जारी किया जा चुका हो, उसे विधि विभाग का मंत्री कैसे बनाया जा सकता है.

अनंत सिंह के हैं चुनावी रणनीतिकार : आपको बता दें कि कार्तिकेय कुमार को बाहुबली अनंत सिंह (Bahubali Anant Singh)के समर्थक 'कार्तिक मास्टर' के नाम से जानते हैं. वर्ष 2005 के बिहार विधानसभा चुनाव के बाद कार्तिकेय मास्टर और अनंत सिंह में दोस्ती काफी आगे बढ़ी थी. अनंत सिंह के चुनावी रणनीतिकार के रूप में कार्तिकेय ने खुद को साबित किया. जानकारी है कि अनंत सिंह के लिए सभी राजनीतिक दांव-पेंच पर्दे के पीछे से कार्तिकेय की मदद से ही अनंत सिंह संभालते हैं. इसलिए अनंत सिंह की पहली पसंद वे हैं. सबसे बड़े विश्वासी हैं. अनंत सिंह कार्तिकेय कुमार को खुद 'मास्टर साहब' कहकर पुकारते हैं. राजनीति में सक्रिय होने से पहले कार्तिकेय स्कूल में शिक्षक थे. वे मोकामा के रहने वाले हैं और उनके गांव का नाम शिवनार है. कार्तिकेय मास्टर की पत्नी रंजना कुमारी लगातार दो बार मुखिया बनीं.

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Last Updated : Sep 1, 2022, 9:22 PM IST
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