पटना: महागठबंधन ने लंबे इंतजार के बाद सीट शेंयरिंग का ऐलान कर दिया है. महागठबंधन ने इस सीट शेयरिंग में सीपीआई को बाहर कर दिया है. इसके साथ ही महागठबंधन से कन्हैया कुमार के चुनाव लड़ने के कयास पर विराम लग गया.
बेगूसराय सीट को लेकर राष्ट्रीय जनता दल और सीपीआई के बीच लगातार खींचतान चल रही थी. सीपीआई इस सीट से जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया की उम्मीदवारी चाहता था, जबकि राजद ने यह साफ कर दिया था कि वह किसी भी हाल में यह सीट नहीं छोड़ेगा. आखिरकार महागठबंधन की सीट शेयरिंग में सीपीआई को जगह नहीं मिल पाई.
कन्हैया कुमार देशभर में एक चर्चित चेहरा बने हुए थे. लगातार एक युवा चेहरे के रूप में कन्हैया का नाम सामने आ रहा था उससे कई राजनेता पशोपेश में थे. सीपीआई लगातार बेगूसराय संसदीय सीट से कन्हैया को उतारने की बात कह रहा था और इसे लेकर राष्ट्रीय जनता दल के साथ सीपीआई की चर्चा हो रही थी. लेकिन आखिरकार यह साफ हो गया कि अब महागठबंधन में सीपीआई के लिए कोई जगह नहीं है.
राजद ने कन्हैया को रोका
बेगूसराय संसदीय सीट राष्ट्रीय नेता दल के लिए महत्वपूर्ण हो गया था, क्योंकि राजद तनवीर हसन को वहां से उम्मीदवार बनाना चाह रहा था. सीपीआई कन्हैया के लिए अड़ा था. ये राजद को यह मंजूर नहीं था. एक तो अल्पसंख्यक वोट और दूसरा युवा चेहरे के तौर पर कन्हैया खासे चर्चित हो रहे थे. सूत्रों के मुताबिक, राजद प्रमुख लालू बिहार में तेजस्वी के आगे किसी और युवा चेहरे को प्रमोट नहीं करना चाहते थे. यही वजह है कि कन्हैया हॉट केक होते हुए भी महागठबंधन में अपनी जगह नहीं बना पाए.