पटनाः उपेंद्र कुशवाहा को आज फिर एक बड़ा झटका लगा है.रालोसपा के प्रधान महासचिव औरउपेंद्र कुशवाहा के खास रामबिहारी सिंह ने भी पार्टी छोड़ दिया है. उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा पर तानाशाही रवैय्या अपनाने का आरोप लगाया है.
रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. पहले से ही उनके कई नेता जदयू का दामन थाम चुके हैं. अब पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव राम बिहारी सिंह ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.सिंह ने कहा कि पार्टी में लोकतंत्र नहीं है.कई मौकों पर मैंने उपेंद्र कुशवाहा को आगाह किया,लेकिन वह सारे निर्णय स्वयं ही लेते हैं. आरोप लगाते हुए रालोसपा के प्रधान महासचिव ने कहा कि पार्टी में सिर्फ पैसे वालों की पूछ है, काम करने वालों कीकोई कद्र नहीं.
कई लोगों ने छोड़ दी पार्टी तत
इससे पहले पार्टी के विधायक नागमणि ने भी कुशवाहा पर कई आरोप लगाएथे. जिसके बाद उन्हें से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. अब पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के इस्तीफे से कुशवाहा को बड़ा झटका लगा है.रालोसपा से एक-एक कर तमाम बड़े नेता अलग हो रहे हैं.गौरतलब है कि एनडीए से अलग होने के बाद दो विधायक एक एमएलसी और एक सांसद भी अलग हो चुके हैं.इसी मुद्दे पर पार्टी से भगवान सिंह कुशवाहा भी बाहर हो गए थे. बाद के दिनों में नागमणि को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया था.
पार्टी के वफादार कुशवाहा से क्यों नाराज
अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर अचानक उपेंद्र कुशवाहा कीपार्टी के वफादार उनसे नाराज क्यों हो रहे हैं. हालांकि समय-समय पर उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार पर पार्टी को तोड़ने का आरोप लगाते रहे हैं.जानकारी यह भी है कि राम बिहारी सिंह का अगला ठिकाना जेडीयू ही होगा. राम बिहारी सिंह का कहना कि एनडीए से अलग होने से कोई फायदा नहीं है, इस बात को मैनेबाल्मीकि नगर के शिविर में भी खुले मंच से कहा था. बावजूद इसके उपेंद्र कुशवाहा ने सिर्फ अपने मन का करते हुए एनडीए से अलग हो गए.