पटनाः बिहार विधानसभा का बजट सत्र (Bihar Budget 2022) आज से शुरू हो गया. यह सत्र 31 मार्च तक चलेगा. इसको लेकर एनडीए विधानमंडल दल की बैठक हुई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में यह बैठक हुई. विधानसभा के सेंट्रल हॉल में हुई बैठक में सीएम नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री रेणु देवी और अन्य नेता शामिल हुए.
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कहा जा रहा है कि इस दौरान कि जीतन राम मांझी, मुकेश सहनी, सहित सत्ताधारी पार्टी के कई विधायकों ने अफसरशाही पर अपनी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अफसर कोई बात को गंभीरता से नहीं लेते हैं. साथ ही विकास नहीं कराने की भी बात इसमें उठी. हालांकि नीतीश कुमार ने सभी से सत्र के दौरान सदन में उपस्थित रहने को कहा. विपक्ष के सवालों के जवाब देने और अन्य मुद्दों पर चर्चा भी की गयी. सूत्र के अनुसार मुकेश सहनी ने तो इस्तीफे दे देने तक की बात कह दी.
मुख्यमंत्री ने सभी की बात सुनी और सदस्यों को सदन में मौजूद रहने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने सभी से कहा कि जिन सदस्यों को कोई समस्या है उसे लिखित में मुख्यमंत्री कार्यालय में दें. उन्होंने आश्वासन भी दिया कि आगे से प्रोटोकॉल का पालन भी किया जाएगा. क्षेत्र की समस्या के बारे में भी लिखित शिकायत दें. समस्या को जरूर दूर किया जाएगा. हालांकि बैठक के बाद बीजेपी और जदयू के विधायकों ने खुलकर कुछ भी बोलने से बचते रहे.
बता दें कि बिहार विधानसभा का बजट सत्र (Bihar Assembly Budget Session 2022) शुरू हो गया. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Bihar Assembly Speaker Vijay Sinha) ने पहले सदन को संबोधित किया. सदन के संबोधन के बाद राज्यपाल फागू चौहान (Governor Fagu Chauhan) ने सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया. उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने इसके बाद आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट सदन में पेश किया. वहीं शोक प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित हो गई.
26 और 27 फरवरी को शनिवार और रविवार होने के कारण बैठक नहीं होगी. 28 फरवरी से सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल से शुरू होगी. शून्यकाल और ध्यानाकर्षण भी होगा. 28 फरवरी को उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद बिहार सरकार का बजट पेश करेंगे. राज्यपाल के अभिभाषण पर भी चर्चा होगी. 1 मार्च को महाशिवरात्रि होने के कारण बैठक नहीं होगी. 2 मार्च को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी और सरकार का उत्तर भी होगा. 3 मार्च और 4 मार्च को बिहार बजट पर चर्चा होगी.
5 मार्च और 6 मार्च शनिवार और रविवार होने के कारण बैठक नहीं होगी. 7 मार्च को तृतीय अनुपूरक आय-व्यय पर चर्चा की जाएगी. 8 मार्च, 9 मार्च, 10 मार्च और 11 मार्च को भी विभिन्न विभागों के बजट पर चर्चा होगी और सरकार सदन से पास करायेगी. 12 मार्च और 13 मार्च को शनिवार और रविवार है. इसलिए बैठक नहीं होगी.
14 मार्च, 15 मार्च, 16 मार्च और 17 मार्च को भी विभिन्न विभागों के बजट पर चर्चा होगी और चर्चा के बाद सरकार सदन से उसे पास कराएगी. 18 मार्च को होली की छुट्टी रहेगी. 19 और 20 मार्च शनिवार रविवार है, इसलिए बैठक नहीं होगी.
21 मार्च को विभागीय बजट पर चर्चा होगी और सरकार फिर सदन से पास कराएगी. 22 मार्च बिहार दिवस के कारण सदन की कार्यवाही नहीं होगी. 23 मार्च, 24 मार्च और 25 मार्च को भी विभागीय बजट पर चर्चा होगी और फिर उसे पास कराया जाएगा. 26 मार्च और 27 मार्च शनिवार व रविवार होने के कारण बैठक नहीं होगी. 28 मार्च को राजकीय विधेयक पेश होगा और अन्य राजकीय कार्य किए जाएंगे. 29 मार्च को गैर सरकारी संकल्प सदन में लाए जाएंगे उस पर चर्चा होगी. 30 मार्च को राजकीय विधेयक और राजकीय कार्य किए जाएंगे. 31 मार्च को गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा होगी.
बजट सत्र में कुल 22 बैठकें होंगी. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा की ओर से सदन की कार्यवाही सुचारू तरीके से संचालित किए जाने को लेकर कई स्तर पर तैयारी की गई है. पहली बार विधायकों के पीए को भी ट्रेनिंग दी गयी है. साथ ही सरकार के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर रणनीति तैयार की गई है. सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.
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