ETV Bharat / state

'कानून' पर CM नीतीश के विरोधी हैं उपेन्द्र कुशवाहा, BJP के हैं साथ

बढ़ती जनसंख्या को लेकर देश भर में एक बार फिर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग जोर पकड़ ली है. जिसको लेकर बिहार की सियासत भी गर्म हो गई है. इस कानून से जदयू में दो फाड़ हो गई है. इस कानून पर सीएम नीतीश कुमार और पार्टी के संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा का बयान अलग-अलग है.

जेडीयू नेता
जेडीयू नेता
author img

By

Published : Jul 13, 2021, 2:03 PM IST

Updated : Jul 13, 2021, 2:50 PM IST

पटना: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून (Population Control Law) की चर्चा के बाद बिहार में जदयू में दो फाड़ हो गई है. इस कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का बयान कुछ और है तो वहीं जदयू के संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) का बयान कुछ और है. इन दोनों नेताओं के बयान को लेकर एनडीए के सहयोगी दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) को कुछ सूझ नहीं रहा है. वहीं विपक्ष एनडीए सरकार पर चुटकी लेना शुरू कर दिया है.

यह भी पढ़ें: ये तो होना ही था! जनसंख्या नियत्रंण नीति पर नीतीश कुमार और रेणु देवी आमने-सामने

जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी साफ राय रखी है. उन्होंने कहा है कि बिहार में हम बच्चियों को पढ़ाना चाहते हैं. जनसंख्या अपने आप नियंत्रण में हो जाएगी. वहीं जदयू संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा इस कानून की सराहना कर रहे हैं. दोनों नेताओं के बयान के बाद बिहार की सियासत गर्म है.

'हमारे यहां जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत नहीं है. क्योंकि हमारे यहां बाल विवाह कानून पहले से है. हमारे यहां बच्चियों को पढ़ाया जा रहा है.'- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जदयू

देखें रिपोर्ट

नीरज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट कह दिया है कि हम इस कानून के पक्ष में नहीं हैं. वही उपेंद्र कुशवाहा द्वारा दिए गए बयान को लेकर नीरज कुमार ने कहा कि हम उनके बयान को ना कहीं सुना है और ना ही कहीं पढ़ा है. लेकिन जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बयान दिया है, वही पार्टी के लिए सर्वमान्य होगा.

यह भी पढ़ें: सुशासन बाबू के ड्रीम प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार, आखिर 2024 तक कैसे दौडे़गी मेट्रो

'जनसंख्या नियंत्रण कानून के पक्षधर में सभी लोग हैं, लेकिन इस कानून से पहले सबसे जरूरी है गरीब परिवार के बच्चों को पढ़ाएं. जनसंख्या अपने आप नियंत्रित हो जाएगी. सबसे जरूरी है कि शिक्षा को लेकर देशभर में कॉमन स्कूलिंग सिस्टम लागू हो.'- विजय यादव, प्रवक्ता, हम

विजय यादव ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कह चुके हैं. बिहार में हम लड़कियों को पढ़ाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पढ़े-लिखे लोग ऐसे ही जनसंख्या नियंत्रण किए हुए हैं. उन्होंने कहा कि हम गरीब परिवार के बच्चों-बच्चियों को पढ़ा दें तो जनसंख्या अपने आप कम हो जाएगी.

यह भी पढ़ें: जमा खान Exclusive : मेरे बयान में भाईचारे का संदेश था, जबरन धर्म परिवर्तन कराये जाने वालों पर हो कार्रवाई

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून पर दिए गए बयान को लेकर आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई बिरेंद्र ने कहा कि एक नेता सांप्रदायिक शक्तियों के साथ मिला हुआ है. दूसरा नेता सांप्रदायिक शक्तियों के साथ मिलकर सरकार चलाने में लगा हुआ है.

'जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर देशभर में जितने भी राजनीतिक दल हैं जो सत्ता पक्ष में है या फिर विपक्ष में, सभी नेताओं से विचार-विमर्श करके ही इस कानून पर सहमति बननी चाहिए. सभी नेता इस कानून के पक्षधर होते हैं तो इसे लागू कर देना चाहिए.' - भाई बिरेंद्र, मुख्य प्रवक्ता, आरजेडी

पटना: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून (Population Control Law) की चर्चा के बाद बिहार में जदयू में दो फाड़ हो गई है. इस कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का बयान कुछ और है तो वहीं जदयू के संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) का बयान कुछ और है. इन दोनों नेताओं के बयान को लेकर एनडीए के सहयोगी दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) को कुछ सूझ नहीं रहा है. वहीं विपक्ष एनडीए सरकार पर चुटकी लेना शुरू कर दिया है.

यह भी पढ़ें: ये तो होना ही था! जनसंख्या नियत्रंण नीति पर नीतीश कुमार और रेणु देवी आमने-सामने

जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी साफ राय रखी है. उन्होंने कहा है कि बिहार में हम बच्चियों को पढ़ाना चाहते हैं. जनसंख्या अपने आप नियंत्रण में हो जाएगी. वहीं जदयू संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा इस कानून की सराहना कर रहे हैं. दोनों नेताओं के बयान के बाद बिहार की सियासत गर्म है.

'हमारे यहां जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत नहीं है. क्योंकि हमारे यहां बाल विवाह कानून पहले से है. हमारे यहां बच्चियों को पढ़ाया जा रहा है.'- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जदयू

देखें रिपोर्ट

नीरज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट कह दिया है कि हम इस कानून के पक्ष में नहीं हैं. वही उपेंद्र कुशवाहा द्वारा दिए गए बयान को लेकर नीरज कुमार ने कहा कि हम उनके बयान को ना कहीं सुना है और ना ही कहीं पढ़ा है. लेकिन जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बयान दिया है, वही पार्टी के लिए सर्वमान्य होगा.

यह भी पढ़ें: सुशासन बाबू के ड्रीम प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार, आखिर 2024 तक कैसे दौडे़गी मेट्रो

'जनसंख्या नियंत्रण कानून के पक्षधर में सभी लोग हैं, लेकिन इस कानून से पहले सबसे जरूरी है गरीब परिवार के बच्चों को पढ़ाएं. जनसंख्या अपने आप नियंत्रित हो जाएगी. सबसे जरूरी है कि शिक्षा को लेकर देशभर में कॉमन स्कूलिंग सिस्टम लागू हो.'- विजय यादव, प्रवक्ता, हम

विजय यादव ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कह चुके हैं. बिहार में हम लड़कियों को पढ़ाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पढ़े-लिखे लोग ऐसे ही जनसंख्या नियंत्रण किए हुए हैं. उन्होंने कहा कि हम गरीब परिवार के बच्चों-बच्चियों को पढ़ा दें तो जनसंख्या अपने आप कम हो जाएगी.

यह भी पढ़ें: जमा खान Exclusive : मेरे बयान में भाईचारे का संदेश था, जबरन धर्म परिवर्तन कराये जाने वालों पर हो कार्रवाई

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून पर दिए गए बयान को लेकर आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई बिरेंद्र ने कहा कि एक नेता सांप्रदायिक शक्तियों के साथ मिला हुआ है. दूसरा नेता सांप्रदायिक शक्तियों के साथ मिलकर सरकार चलाने में लगा हुआ है.

'जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर देशभर में जितने भी राजनीतिक दल हैं जो सत्ता पक्ष में है या फिर विपक्ष में, सभी नेताओं से विचार-विमर्श करके ही इस कानून पर सहमति बननी चाहिए. सभी नेता इस कानून के पक्षधर होते हैं तो इसे लागू कर देना चाहिए.' - भाई बिरेंद्र, मुख्य प्रवक्ता, आरजेडी

Last Updated : Jul 13, 2021, 2:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.