पटना: बिहार में लगातार बढ़ रहे भीषण गर्मी (Weather Update Of Bihar) को लेकर बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने कई विभागों को अलर्ट (Disaster Management Issue Alert For Heatwave In Bihar) रहने का निर्देश दिया है. दरअसल मार्च महीने में ही मई जैसी गर्मी (Heat Knock in Bihar) पड़ रही है. आपदा प्रबंधन विभाग ने अपने अपने स्तर से संभावित भीषण गर्मी और लू से निपटने को लेकर पुख्ता इंतजाम करने का विभागों को निर्देश दिया गया है. अस्पतालों को खासतौर पर सतर्क और पूरी तरह से तैयार रहने को कहा गया है.
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आपदा प्रबंधन का अलर्ट: गर्मी के मौसम में पेयजल संकट सबसे ज्यादा उत्पन्न होती है. इस कारण आपदा विभाग ने नगर विकास विभाग को शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक प्याऊ की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. हीट वेब एक्शन प्लान के तहत संबंधित कार्यालय और निकायों को लू से बचाव (सनस्ट्रोक) के लिए निर्देश जारी करने को भी कहा गया है. इसके साथ ही लू से बचने को लेकर भी आमलोगों को जागरूक करने को कहा गया है. स्वास्थ्य विभाग को सभी अस्पतालों में लू से प्रभावित लोगों की इलाज की व्यवस्था एवं स्वास्थ्य केंद्रों पर ओआरएस पैकेट, जीवक रक्षक दवा, आइसोलेशन वार्ड और गंभीर रूप से बीमार लोगों के लिए विशेष इंतजाम, चलंत चिकित्सा दल की व्यवस्था करने का निर्देश भी दिया गया है.
पेयजल संकट दूर करने के निर्देश: आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि ग्रीष्मकालीन मौसम शुरू हो गया है. बिहार में गर्मी के मौसम में भीषण गर्मी के साथ लू चलती है. ऐसे में जनजीवन प्रभावित भी होता है. पीएचईडी विभाग को खराब चापाकलों को युद्ध स्तर पर मरम्मत करने और पेयजल संकट वाले इलाके में टैंकर की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.
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स्कूल के समय में हो सकता है बदलाव: शिक्षा विभाग को विद्यालय सुबह की पाली में संचालित करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही लू चलने पर गर्मी की छुट्टी समय से पहले करने और स्कूलों में ओआरएस की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्रों पर पेयजल की व्यवस्था करने, नवजात शिशु, बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष चिकित्सकीय व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. वहीं पशुपालन विभाग को सरकारी ट्यूबवेल या अन्य स्थानों पर गड्ढा खोदकर पशुओं के लिए पानी का इंतजाम करने को कहा गया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने ग्रामीण विकास विभाग को मनरेगा अंतर्गत तालाब, आहर, नदी की खुदाई में तेजी लाने का निर्देश दिया है.
24 सालों का टूटा रिकॉर्ड: आपको बता दें कि मार्च महीने में ही जिस तरह से मई महीने की तरह गर्मी पड़ रही है, कहीं ना कहीं 24 सालों का रिकॉर्ड इस साल मार्च महीने में टूटा है. जिस वजह से मई में काफी गर्मी लू चलने की संभावना जताई जा रही है. श्रम संसाधन विभाग को मजदूरों की कार्य अवधि में बदलाव, कार्यस्थल पर पेयजल और मजदूरों के लिए जागरूकता कैंप लगाने का निर्देश दिया गया है. वहीं परिवहन विभाग को वाहनों का परिचालन कम करने का निर्देश दिया गया है.
मार्च में ही लू जैसे हालात: दिन के 11:00 से 3 बजे तक वाहनों को नियंत्रित किया जाएगा. ऊर्जा विभाग को बिजली के ढीली तारों को दुरुस्त करने और निबंध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है. पर्यावरण विभाग को जानवरों के पिंजरे को ठंडा रखने का इंतजाम करने को कहा गया है. पर्यटन स्थलों पर पेयजल की व्यवस्था रखने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को लू से बचाव के उपाय से संबंधित विज्ञापन का प्रचार प्रसार सैनिक माध्यमों से करने का निर्देश दिया गया है.
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