पटना: कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. पूरी दुनिया में कोरोना वायरस हर दिन अपना पांव पसार रहा है. ऐसे में लोग डरे और सहमे हुए हैं. कोरोना वायरस को लेकर लोग खानपान में काफी परहेज करने लगे हैं. खासकर लोग नॉनवेज से दूरी बना रहे हैं. लेकिन, डॉक्टरों का मानना है कि कोरोना वायरस चिकन खाने से नहीं बल्कि कोरोना वायरस एक छुआछूत की बीमारी है. जिन्हें खांसी-जुखाम है लोगों को विशेष तौर पर उनसे परहेज करना चाहिए क्योंकि यह संक्रामक बीमारी है.
इस बीच पशु विज्ञान महाविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी के अस्सिटेंट प्रोफेसर पंकज कुमार ने साफ-साफ कहा है कि अभी तक ऐसा सामने कोई वैज्ञानिक प्रमाण सामने नहीं आया है कि मांस खाने से कोरोना वायरस लोगों में फैल सकता है. इसलिए लोगों को इन अफवाहों से बचना चाहिए. उन्होंने कहा है कि मांसाहारी भोजन से कोरोना वायरस का कहीं कोई संबंध नहीं है.
अभी तक नहीं मिला कोई प्रमाण
अस्सिटेंट प्रोफेसर पंकज कुमार ने कहा कि विषाणु कोई भी हो एक निश्चित तापमान पर जाने के बाद वह मर जाते हैं और कोरोना वायरस भी इस तरह का विषाणु है. इसलिए मांसाहारी भोजन से कोरोना वायरस का कहीं भी कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि लोग महज अफवाह में आकर ऐसा कर रहे हैं जो कि गलत है. उन्होंने साफ-साफ कहा कि दुनिया में किसी भी वैज्ञानिक अनुसंधान में इस तरह नहीं पाया गया है कि जानवरों के मांस से भी कोरोना वायरस मनुष्य में फैल सकता है. इसका अभी तक कोई प्रमाण भी नहीं मिला है.
मांसाहारी भोजन से नहीं फैलता कोरोना
बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर राजधानी में बहुत कम दाम में चिकन मिल रहा है. लोगों के बीच यह अफवाह है कि नॉनवेज खाने से कोरोना वायरस फैलता है. इन अफवाहों पर विराम लगाते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर पंकज कुमार ने बताया कि मांसाहारी भोजन से कोरोना वायरस का कोई संबंध नहीं है.
कोरोना से डरा हुआ है पूरा विश्व
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैला हुआ है, जिससे लोग डरे और सहमे हुए हैं. ऐसे में लोग और खानपान से भी परहेज करने लगे हैं. जबकि डॉक्टरों का कहना है कि खानपान पर नहीं बल्कि साफ-सफाई पर ध्यान देने से कोरोना से बचा जा सकता है.