ETV Bharat / state

नशा मुक्ति अभियान को लेकर स्कूलों में कई कार्यक्रम आयोजित

author img

By

Published : Nov 17, 2021, 6:09 PM IST

नशा मुक्ति अभियान को एक दिवस के रूप में प्रचार प्रसार को लेकर इन दिनों विभिन्न स्कूलों मनाया जा रहा है. ऐसे में राजधानी पटना के धनरूआ प्रखंड में छात्रों के बीच नशा मुक्ति अभियान को लेकर विभिन्न तरह के प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पढ़ें पूरी खबर..

Competition program organized in schools for drug de-addiction in Patna
Competition program organized in schools for drug de-addiction in Patna

पटना: नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता (Drug Addiction Awareness) के लिए 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस (Drug De-Addiction Day) मनाया जाएगा. इसको लेकर विद्यालय स्तर पर मद्य निषेद्य से संबंधित निबंध लेखन, वाद-विवाद और अन्य विषयों पर प्रतियोगिता का आयोजन कराया जा रहा है. प्रतियोगिता का मुख्य विषय 'शराब वर्जित बिहार हर्षित' रखा गया है. इसी क्रम में राजधानी पटना के धनरुआ प्रखंड (Dhanarua Block) में बच्चों के बीच नशा मुक्ति अभियान को लेकर विभिन्न तरह के प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

यह भी पढ़ें - सरकारी प्रारंभिक स्कूल के शिक्षकों और विद्यार्थियों को सिखाई जाएगी अंग्रेजी, शिक्षा विभाग चलाएगा अभियान

शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में आयोजित प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा दिखायी. जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर नशा मुक्ति दिवस के उपलक्ष में राजधानी पटना के धनरुआ प्रखंड के एक स्कूल को चयनित किया गया है. जहां पर पूरे प्रखंड के सभी स्कूलों के बच्चे को इस कार्यक्रम में शामिल किया गया है. इस दौरान स्कूल में कई तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसमें निबंध प्रतियोगिता लेखन, पेंटिंग सहित कई तरह के एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.

देखें वीडियो

बता दें इस कार्यक्रम में धनरुआ प्रखंड के कुल 17 विद्यालय जिसमें हाई स्कूल, मध्य विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया है. जहां कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों के लिए शराब वर्जित बिहार हर्षित निबंध लेखन और कक्षा छह से आठ के छात्रों के बीच मद्यपान बंद घर-घर आनंद विषय पर निबंध प्रतियोगिता, वाद - विवाद प्रतियोगिता और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.

कार्यक्रम के आयोजक की माने तो धनरुआ प्रखंड के कुल 17 विद्यालयों के 38 छात्र छात्राओं के पूरे कार्यक्रम में शामिल किया गया है. जिसमें चयनित बच्चों को आगामी 19 नवंबर को जिला स्तरीय कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा. सभी स्कूलों से एक छात्र और छात्रा को शामिल किया गया है. बच्चों के साथ विद्यालय के एक योग्य शिक्षक यानी मेंटर के रूप में भी नामित किया गया है.

यह भी पढ़ें - बिहार के 5700 से ज्यादा स्कूलों में शिक्षा के गुणवत्ता पर हुआ सर्वे, CBSE को दी गई थी जिम्मेदारी

पटना: नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता (Drug Addiction Awareness) के लिए 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस (Drug De-Addiction Day) मनाया जाएगा. इसको लेकर विद्यालय स्तर पर मद्य निषेद्य से संबंधित निबंध लेखन, वाद-विवाद और अन्य विषयों पर प्रतियोगिता का आयोजन कराया जा रहा है. प्रतियोगिता का मुख्य विषय 'शराब वर्जित बिहार हर्षित' रखा गया है. इसी क्रम में राजधानी पटना के धनरुआ प्रखंड (Dhanarua Block) में बच्चों के बीच नशा मुक्ति अभियान को लेकर विभिन्न तरह के प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

यह भी पढ़ें - सरकारी प्रारंभिक स्कूल के शिक्षकों और विद्यार्थियों को सिखाई जाएगी अंग्रेजी, शिक्षा विभाग चलाएगा अभियान

शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में आयोजित प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा दिखायी. जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर नशा मुक्ति दिवस के उपलक्ष में राजधानी पटना के धनरुआ प्रखंड के एक स्कूल को चयनित किया गया है. जहां पर पूरे प्रखंड के सभी स्कूलों के बच्चे को इस कार्यक्रम में शामिल किया गया है. इस दौरान स्कूल में कई तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसमें निबंध प्रतियोगिता लेखन, पेंटिंग सहित कई तरह के एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.

देखें वीडियो

बता दें इस कार्यक्रम में धनरुआ प्रखंड के कुल 17 विद्यालय जिसमें हाई स्कूल, मध्य विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया है. जहां कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों के लिए शराब वर्जित बिहार हर्षित निबंध लेखन और कक्षा छह से आठ के छात्रों के बीच मद्यपान बंद घर-घर आनंद विषय पर निबंध प्रतियोगिता, वाद - विवाद प्रतियोगिता और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.

कार्यक्रम के आयोजक की माने तो धनरुआ प्रखंड के कुल 17 विद्यालयों के 38 छात्र छात्राओं के पूरे कार्यक्रम में शामिल किया गया है. जिसमें चयनित बच्चों को आगामी 19 नवंबर को जिला स्तरीय कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा. सभी स्कूलों से एक छात्र और छात्रा को शामिल किया गया है. बच्चों के साथ विद्यालय के एक योग्य शिक्षक यानी मेंटर के रूप में भी नामित किया गया है.

यह भी पढ़ें - बिहार के 5700 से ज्यादा स्कूलों में शिक्षा के गुणवत्ता पर हुआ सर्वे, CBSE को दी गई थी जिम्मेदारी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.