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बिहार : नामांकन नहीं मिलने से परेशान छात्रा ने की आत्महत्या, जूझ रही थी आर्थिक तंगी से

छात्रा बिहारशरीफ के बड़ी पहाड़ी में रहकर पढ़ाई कर रही थी. अपने पढ़ाई का सारा खर्च वह खुद छोटे-छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ा कर निकाल लेती थी. पैसे के अभाव में नामांकन न मिलने पर परेशान होकर उसने यह भयावह कदम उठाया.

मृतका अंजली कुमारी को रोते-बिलखते परिजन
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Published : Jul 30, 2019, 11:31 AM IST

बिहारशरीफ: आर्थिक परेशानी से तंग आकर जिले की एक छात्रा ने सल्फास की गोली खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. मामला बेना थाना क्षेत्र अंतर्गत पैठना गांव का है. मृतका अंजली कुमारी ने इसी साल इंटर पास किया था और बीए में नामांकन के लिए कई दिनों से कॉलेजों का चक्कर लगा रही थी.

ट्यूशन पढ़ाकर खुद भी करती थी पढ़ाई
मामले पर मृतका की मां बीणा देवी का कहना है कि हमारी बेटी बिहारशरीफ के बड़ी पहाड़ी में रहकर पढ़ाई कर रही थी. अपने पढ़ाई का सारा खर्च वह खुद छोटे-छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ा कर निकाल लेती थी. बीए में नामांकन के लिए परेशान थी. पैसे के अभाव में नामांकन न मिलने पर परेशान होकर उसने यह भयानक कदम उठाया.

मृतका अंजली कुमारी को रोते-बिलखते परिजन

पांच हजार रुपये की थी जरुरत
मृतका की मां की मानें तो बीए में नामांकन के लिए मृतका को पांच हजार रुपये की जरुरत थी. जिसको देने में परिजन असमर्थ हो गए. बावजूद इसके छात्रा ने हार नहीं मानी और शहर के कई कॉलेजों में नामंकन के लिए चक्कर लगाई. आखिरी बार मृतका ने शहर के केएसटी कॉलेज में नामांकन के लिए आवेदन किया था.

मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद स्थानिय थाने की पुलिस आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंच कर मृतका के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया और गहनता से छानबीन में जुट गई. पुलिस का कहना है की मामले की जांच चल रही है. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा. प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का है.

बिहारशरीफ: आर्थिक परेशानी से तंग आकर जिले की एक छात्रा ने सल्फास की गोली खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. मामला बेना थाना क्षेत्र अंतर्गत पैठना गांव का है. मृतका अंजली कुमारी ने इसी साल इंटर पास किया था और बीए में नामांकन के लिए कई दिनों से कॉलेजों का चक्कर लगा रही थी.

ट्यूशन पढ़ाकर खुद भी करती थी पढ़ाई
मामले पर मृतका की मां बीणा देवी का कहना है कि हमारी बेटी बिहारशरीफ के बड़ी पहाड़ी में रहकर पढ़ाई कर रही थी. अपने पढ़ाई का सारा खर्च वह खुद छोटे-छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ा कर निकाल लेती थी. बीए में नामांकन के लिए परेशान थी. पैसे के अभाव में नामांकन न मिलने पर परेशान होकर उसने यह भयानक कदम उठाया.

मृतका अंजली कुमारी को रोते-बिलखते परिजन

पांच हजार रुपये की थी जरुरत
मृतका की मां की मानें तो बीए में नामांकन के लिए मृतका को पांच हजार रुपये की जरुरत थी. जिसको देने में परिजन असमर्थ हो गए. बावजूद इसके छात्रा ने हार नहीं मानी और शहर के कई कॉलेजों में नामंकन के लिए चक्कर लगाई. आखिरी बार मृतका ने शहर के केएसटी कॉलेज में नामांकन के लिए आवेदन किया था.

मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
वहीं मामला संज्ञान में आने के बाद स्थानिय थाने की पुलिस आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंच कर मृतका के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया और गहनता से छानबीन में जुट गई. पुलिस का कहना है की मामले की जांच चल रही है. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा. प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का है.

Intro:बेना थाना क्षेत्र इलाके के पैठना गांव में आर्थिक तंगी और कॉलेज में नामांकन नहीं होने के कारण इंटर पास छात्रा ने सल्फास की गोली खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। Body: गौरतलब है कि अंजली कुमारी बिहार शरीफ के बड़ी पहाड़ी में रहकर पढ़ाई कर रही थी। हालांकि उसका आर्थिक तंगी काफी खराब था ,बावजूद उसने हार नही मानी।वह छोटे-छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपने पढ़ाई का खर्चा निकाल रही थी इंटर पास होने के बाद बीए में नामांकन के लिए छात्रा कई दिनों से कॉलेज का चक्कर लगा रही थी।इस दौरान छात्रा ने शहर के कई कॉलेजों में चक्कर लगाने का काम किया। बावजूद छात्रा अंजलि कुमारी को कोई भी कॉलेज में दाखिला नहीं मिला। कॉलेज में दाखिला मिलने के नाम पर उसे बस तारीख मिली। जबकि छात्रा इंटर में सेकेंड डिवीजन पास हुई थी।

बाइट--बीणा देवी मृतका की मांConclusion:परिजनों ने बताया कि आखिरी बार उसने केएसटी कॉलेज में नामांकन के लिए अप्लाई किया था,परंतु वहां से भी छात्रा अंजलि कुमारी को नामांकन नहीं हुआ।जिसके बाद वह तनाव में आकर सल्फास की गोली खाकर आत्महत्या कर ली। यह कहने से परहेज नहीं होगा कि सरकारी उदासीनता और कॉलेज की खोखली नियम ने छात्रा आत्महत्या करने पर मजबूर किया।



राकेश कुमार संवाददाता
बिहारशरीफ
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