ETV Bharat / state

सरस्वती विद्या मंदिर मुंगेर में विभागीय आचार्य प्रतिभा विकास वर्ग की शुरुआत, कई गणमान्य रहे मौजूद

रविवार को सरस्वती विद्या मंदिर, मुंगेर (Saraswati Vidya Mandir Munger) में विभागीय आचार्य प्रतिभा विकास वर्ग-2022 की शुरूआत हुई. इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक देवेन्द्र प्रसाद, प्रचारक नवल किशोर प्रसाद, पटना विभाग निरीक्षक डॉक्टर रमेशमणि पाठक, रोहतास विभाग निरीक्षक उमाशंकर पोद्दार, गया विभाग निरीक्षक ब्रह्मदेव प्रसाद सहित कई गणमान्य उपस्थित रहें.

विभागीय आचार्य प्रतिभा विकास वर्ग-2022 की शुरूआत
विभागीय आचार्य प्रतिभा विकास वर्ग-2022 की शुरूआत
author img

By

Published : Dec 19, 2022, 6:58 AM IST

मुंगेर: भारती शिक्षा समिति बिहार (Bharti Shiksha Samiti Bihar) एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति बिहार (Child Education Management Committee Bihar) के तत्वावधान में रविवार को सरस्वती विद्या मंदिर, मुंगेर (Saraswati Vidya Mandir Munger) में विभागीय आचार्य प्रतिभा विकास वर्ग-2022 (Acharya Pratibha Vikas Varg 2022) की शुरूआत हुई. कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन कर विद्या भारती उत्तर-पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव नकुल कुमार शर्मा, रोहतास विभाग के निरीक्षक उमाशंकर पोद्दार, सरस्वती विद्या मंदिर मुंगेर के अध्यक्ष अमरनाथ केशरी एवं प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह ने की.

ये भी पढ़ें- शिक्षक 3 और रसोइए 9, गया में सरकारी स्कूल का हाल.. 15 दिनों से पठन-पाठन बाधित

अपनी दिनचर्या व्यवस्थित करें छात्र: कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय सचिव नकुल कुमार शर्मा ने कहा कि अपनी दिनचर्या व्यवस्थित एवं विद्यालय के अनुकूल बनाने तथा सभी कार्य सहजतापूर्वक करने के लिए प्रतिदिन आसन, प्राणायाम, योग इत्यादि करना चाहिए. हम स्वस्थ रहेंगे तभी अपने छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे सकेंगे. विद्या भारती ने अपने पांच आधारभूत विषयों में शारीरिक एवं योग को विशेष महत्व दिया है. इसे अपने जीवन में भी उतारना एवं छात्रों को भी उतारने के लिए प्रेरित करना हैं. अपना छात्र रोजगार मांगने वाला नहीं बल्कि रोजगार देने वाला बने.

"हम सभी जहां से प्रेरणा लेकर कार्य करते हैं. ऐसे सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा के लिए अपने महत्वपूर्ण समय में से एक घंटा अवश्य निकालना चाहिए. आचार्य का मतलब है कि स्वयं के आचरण से दूसरों को प्रेरित करना. इसलिए विद्या भारती में शिक्षक को आचार्य कहा जाता है. छात्र हमारे प्रत्येक गतिविधियों को सूक्ष्मता से निरीक्षण करते हैं, तदनुसार आचरण करते हैं. अतः हमें प्रत्येक दृष्टि से आदर्श बनना होगा. तभी हम विद्या भारती के उद्देश्यों की पूर्ति कर सकेंगे".- नकुल कुमार शर्मा, क्षेत्रीय सचिव


नई शिक्षा नीति आएगी गुणवत्ता में वृद्धि: कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए रोहतास विभाग के निरीक्षक उमाशंकर पोद्दार ने कहा कि नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की दृष्टि से विद्यालय की गुणवत्ता में वृद्धि, विद्यालय ज्ञानार्जन का केन्द्र बने, छात्रों को सरल एवं सहज वातावरण उपलब्ध हो सके, उनके अंदर विभिन्न कौशलों का विकास हो, कक्षा कक्ष में होने वाले परिवर्तन, आनंदमयी शिक्षा तथा कई विषयों को साथ में लेकर चलना आदि की तैयारी एवं प्रयास को गति देना इस आचार्य प्रतिभा विकास वर्ग का उद्देश्य है. जिस पर हम सभी अगले तीन दिनों तक चिंतन, मंथन करने वाले हैं.

विश्व की सबसे बड़ी गैर सरकारी शिक्षा संस्थान है विद्या भारती: अध्यक्षीय उद्बोधन में अमरनाथ केशरी ने कहा कि आचार्य गहराईपूर्वक विचार कर अपने छात्रों, समाज एवं अभिभावक से मिलकर कारगर नीति अपनाकर भारत माता को परम वैभव तक पहुंचाने का भरसक प्रयत्न करें तभी हमारा प्रयोजन सफल होग. आचार्यों के मेहनत और कार्य के बल पर ही विद्या भारती विश्व की सबसे बड़ी गैर सरकारी शिक्षा संस्थान बनी है. इस कार्यशाला में बताए जाने वाले बातों को अपनाएं और राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें. वहीं मंच संचालन मुंगेर विभाग के जिला निरीक्षक सतीश कुमार सिंह तथा अतिथि परिचय एवं स्वागत विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह के द्वारा किया गया.

मौके पर मौजूद रहे गणमान्य: इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक देवेन्द्र प्रसाद, प्रचारक नवल किशोर प्रसाद, पटना विभाग निरीक्षक डॉक्टर रमेशमणि पाठक, रोहतास विभाग निरीक्षक उमाशंकर पोद्दार, गया विभाग निरीक्षक ब्रह्मदेव प्रसाद, नालंदा विभाग निरीक्षक सह प्रांतीय प्रचार संयोजक राकेश नारायण अम्बष्ठ, मुंगेर जिला निरीक्षक सतीश कुमार सिंह, भोजपुर विभाग के प्रवासी कार्यकर्ता वीरेन्द्र कुमार,भागलपुर विभाग के प्रवासी कार्यकर्ता विनोद कुमार, सेवा कार्य के प्रवासी कार्यकर्ता गंगा चौधरी एवं परमेश्वर कुमार, उप प्रधानाचार्य उज्ज्वल किशोर सिन्हा, बालिका खंड की प्रधानाचार्या कीर्ति रश्मि सहित लगभग 500 प्रतिभागी उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें- बिहार में शिक्षा व्यवस्था का हाल देखिए- यहां पेड़ों के नीचे लगती है पाठशाला, 70 साल से नहीं बदली तस्वीर

मुंगेर: भारती शिक्षा समिति बिहार (Bharti Shiksha Samiti Bihar) एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति बिहार (Child Education Management Committee Bihar) के तत्वावधान में रविवार को सरस्वती विद्या मंदिर, मुंगेर (Saraswati Vidya Mandir Munger) में विभागीय आचार्य प्रतिभा विकास वर्ग-2022 (Acharya Pratibha Vikas Varg 2022) की शुरूआत हुई. कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन कर विद्या भारती उत्तर-पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव नकुल कुमार शर्मा, रोहतास विभाग के निरीक्षक उमाशंकर पोद्दार, सरस्वती विद्या मंदिर मुंगेर के अध्यक्ष अमरनाथ केशरी एवं प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह ने की.

ये भी पढ़ें- शिक्षक 3 और रसोइए 9, गया में सरकारी स्कूल का हाल.. 15 दिनों से पठन-पाठन बाधित

अपनी दिनचर्या व्यवस्थित करें छात्र: कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय सचिव नकुल कुमार शर्मा ने कहा कि अपनी दिनचर्या व्यवस्थित एवं विद्यालय के अनुकूल बनाने तथा सभी कार्य सहजतापूर्वक करने के लिए प्रतिदिन आसन, प्राणायाम, योग इत्यादि करना चाहिए. हम स्वस्थ रहेंगे तभी अपने छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे सकेंगे. विद्या भारती ने अपने पांच आधारभूत विषयों में शारीरिक एवं योग को विशेष महत्व दिया है. इसे अपने जीवन में भी उतारना एवं छात्रों को भी उतारने के लिए प्रेरित करना हैं. अपना छात्र रोजगार मांगने वाला नहीं बल्कि रोजगार देने वाला बने.

"हम सभी जहां से प्रेरणा लेकर कार्य करते हैं. ऐसे सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा के लिए अपने महत्वपूर्ण समय में से एक घंटा अवश्य निकालना चाहिए. आचार्य का मतलब है कि स्वयं के आचरण से दूसरों को प्रेरित करना. इसलिए विद्या भारती में शिक्षक को आचार्य कहा जाता है. छात्र हमारे प्रत्येक गतिविधियों को सूक्ष्मता से निरीक्षण करते हैं, तदनुसार आचरण करते हैं. अतः हमें प्रत्येक दृष्टि से आदर्श बनना होगा. तभी हम विद्या भारती के उद्देश्यों की पूर्ति कर सकेंगे".- नकुल कुमार शर्मा, क्षेत्रीय सचिव


नई शिक्षा नीति आएगी गुणवत्ता में वृद्धि: कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए रोहतास विभाग के निरीक्षक उमाशंकर पोद्दार ने कहा कि नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की दृष्टि से विद्यालय की गुणवत्ता में वृद्धि, विद्यालय ज्ञानार्जन का केन्द्र बने, छात्रों को सरल एवं सहज वातावरण उपलब्ध हो सके, उनके अंदर विभिन्न कौशलों का विकास हो, कक्षा कक्ष में होने वाले परिवर्तन, आनंदमयी शिक्षा तथा कई विषयों को साथ में लेकर चलना आदि की तैयारी एवं प्रयास को गति देना इस आचार्य प्रतिभा विकास वर्ग का उद्देश्य है. जिस पर हम सभी अगले तीन दिनों तक चिंतन, मंथन करने वाले हैं.

विश्व की सबसे बड़ी गैर सरकारी शिक्षा संस्थान है विद्या भारती: अध्यक्षीय उद्बोधन में अमरनाथ केशरी ने कहा कि आचार्य गहराईपूर्वक विचार कर अपने छात्रों, समाज एवं अभिभावक से मिलकर कारगर नीति अपनाकर भारत माता को परम वैभव तक पहुंचाने का भरसक प्रयत्न करें तभी हमारा प्रयोजन सफल होग. आचार्यों के मेहनत और कार्य के बल पर ही विद्या भारती विश्व की सबसे बड़ी गैर सरकारी शिक्षा संस्थान बनी है. इस कार्यशाला में बताए जाने वाले बातों को अपनाएं और राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें. वहीं मंच संचालन मुंगेर विभाग के जिला निरीक्षक सतीश कुमार सिंह तथा अतिथि परिचय एवं स्वागत विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह के द्वारा किया गया.

मौके पर मौजूद रहे गणमान्य: इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक देवेन्द्र प्रसाद, प्रचारक नवल किशोर प्रसाद, पटना विभाग निरीक्षक डॉक्टर रमेशमणि पाठक, रोहतास विभाग निरीक्षक उमाशंकर पोद्दार, गया विभाग निरीक्षक ब्रह्मदेव प्रसाद, नालंदा विभाग निरीक्षक सह प्रांतीय प्रचार संयोजक राकेश नारायण अम्बष्ठ, मुंगेर जिला निरीक्षक सतीश कुमार सिंह, भोजपुर विभाग के प्रवासी कार्यकर्ता वीरेन्द्र कुमार,भागलपुर विभाग के प्रवासी कार्यकर्ता विनोद कुमार, सेवा कार्य के प्रवासी कार्यकर्ता गंगा चौधरी एवं परमेश्वर कुमार, उप प्रधानाचार्य उज्ज्वल किशोर सिन्हा, बालिका खंड की प्रधानाचार्या कीर्ति रश्मि सहित लगभग 500 प्रतिभागी उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें- बिहार में शिक्षा व्यवस्था का हाल देखिए- यहां पेड़ों के नीचे लगती है पाठशाला, 70 साल से नहीं बदली तस्वीर

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.