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अंधविश्वास: कोरोना को माता मानकर कैमूर में महिलाएं कर रही पूजा-अर्चना

जिले में लोग कोरोना को महामारी मानने के बजाय अब दैवीय प्रकोप मानने लगे हैं. शुक्रवार को कोरोना वायरस के प्रकोप से निजात पाने के लिए नहर, पोखर, बाग बगीचे, मंदिरों आदि जगहों पर पूजा-अर्चना की.

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Published : Jun 5, 2020, 8:53 PM IST

Updated : Jun 6, 2020, 11:04 PM IST

कैमूर: पूरे देश में कोरोना को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. वैज्ञानिक दवा खोजने में लगे हुए हैं. वहीं जिले में लोगों के बीच अंधविश्वास हावी है. जिले में कोरोना को माता का स्वरूप मानते हुए उनके गुस्से को शांत करने के लिए पूजा-अर्चना की होड़ लगी हुई है. महिलाओं में अंधविश्वास इस कदर हावी है कि उन्हें लगता है कि इस तरह पूजा करने से कोरोना माता शांत होकर वापस चली जाएंगी.

जिले में लोग कोरोना को महामारी मानने के बजाय अब दैवीय प्रकोप मानने लगे हैं. जिले में कई जगहों से कोरोना देवी की पूजा की खबरें सामने आ रही हैं. महिलाओं ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के प्रकोप से निजात पाने के लिए नहर, पोखर, बाग बगीचे, मंदिरों आदि जगहों पर पूजा-अर्चना की. लोगों की यह मान्यता है कि नौ अड़हुल का फूल, नौ लवंग और नौ गुड़ के लड्डू चढ़ाने से कोरोना माता शांत हो जाएंगी. जिले के मोहनिया में दर्जनों महिलाओं ने भारी बारिश के बीच में कोरोना को देवी मान कर पूजा अर्चना की. महिलाओं ने पारंपरिक गीत भी गाए. पोखर के तट पर फूल, लवंग और प्रसाद में लड्डू चढ़ाए. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जम कर धज्जियां उड़ाई गई.

पेश है रिपोर्ट

मोबाइल पर मिली जानकारी
महिलाओं का कहना है कि कोरोना से पूरा देश परेशान है. उन्होंने कहा कि मोबाइल पर एक मैसेज के जरिए उन्हें इस पूजन के बारे में जानकारी मिली. उन्होंने कहा कि मैसेज के अनुसार दो महिलाएं घास काट रही थी. तभी पास के खेत में घास चर रही गाय औरत बन गई. उसने महिलाओं से कहा कि मै कोरोना माई हूं. मेरी पूजा अर्चना करो. यह खबर जिले में आग की तरह फैल गई. जिसके बाद दर्जनों महिलाओं ने शुक्रवार को भारी बारिश के बीच पोखर के पिंड पर कोरोना को देवी मान कर पूजा अर्चना की.

महिलाएं कर रही पूजा
महिलाएं कर रही पूजा

कैमूर: पूरे देश में कोरोना को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. वैज्ञानिक दवा खोजने में लगे हुए हैं. वहीं जिले में लोगों के बीच अंधविश्वास हावी है. जिले में कोरोना को माता का स्वरूप मानते हुए उनके गुस्से को शांत करने के लिए पूजा-अर्चना की होड़ लगी हुई है. महिलाओं में अंधविश्वास इस कदर हावी है कि उन्हें लगता है कि इस तरह पूजा करने से कोरोना माता शांत होकर वापस चली जाएंगी.

जिले में लोग कोरोना को महामारी मानने के बजाय अब दैवीय प्रकोप मानने लगे हैं. जिले में कई जगहों से कोरोना देवी की पूजा की खबरें सामने आ रही हैं. महिलाओं ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के प्रकोप से निजात पाने के लिए नहर, पोखर, बाग बगीचे, मंदिरों आदि जगहों पर पूजा-अर्चना की. लोगों की यह मान्यता है कि नौ अड़हुल का फूल, नौ लवंग और नौ गुड़ के लड्डू चढ़ाने से कोरोना माता शांत हो जाएंगी. जिले के मोहनिया में दर्जनों महिलाओं ने भारी बारिश के बीच में कोरोना को देवी मान कर पूजा अर्चना की. महिलाओं ने पारंपरिक गीत भी गाए. पोखर के तट पर फूल, लवंग और प्रसाद में लड्डू चढ़ाए. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जम कर धज्जियां उड़ाई गई.

पेश है रिपोर्ट

मोबाइल पर मिली जानकारी
महिलाओं का कहना है कि कोरोना से पूरा देश परेशान है. उन्होंने कहा कि मोबाइल पर एक मैसेज के जरिए उन्हें इस पूजन के बारे में जानकारी मिली. उन्होंने कहा कि मैसेज के अनुसार दो महिलाएं घास काट रही थी. तभी पास के खेत में घास चर रही गाय औरत बन गई. उसने महिलाओं से कहा कि मै कोरोना माई हूं. मेरी पूजा अर्चना करो. यह खबर जिले में आग की तरह फैल गई. जिसके बाद दर्जनों महिलाओं ने शुक्रवार को भारी बारिश के बीच पोखर के पिंड पर कोरोना को देवी मान कर पूजा अर्चना की.

महिलाएं कर रही पूजा
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Last Updated : Jun 6, 2020, 11:04 PM IST
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