कैमूर: जिले में कोरोना का संक्रमण लगातार काफी तेजी से बढ़ रहा है. बाल रोग चिकित्सकों के अनुसार इस बार कोरोना का संक्रमण बच्चों को भी अपनी चपेट में ले रहा है. सर्दी, बुखार खांसी होने पर तत्काल बिना किसी लापरवाही के जांच कराने की सलाह चिकित्सकों ने दी है. बच्चों में कोरोना संक्रमण के संबंध में पूछे जाने पर सदर अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अरविंद कुमार द्विवेदी ने बताया इस बार कोरोना बच्चों को भी चपेट में ले रहा है.
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उन्होंने कहा कि बच्चों में कोरोना वायरस के लक्षण खांसी, बुखार, सर्दी, डायरिया एवं सांस तेजी से चलना प्रमुख हैं. इसके अलावा माता-पिता और परिवार में किसी को बुखार एवं बच्चों में यह लक्षण हो बच्चों की भी जांच हर हाल में होनी चाहिए. सभी को मास्क लगाने के साथ-साथ, कम से कम 2 गज की दूरी बनाकर रहना जरूरी है.
बच्चों को घरों से बाहर नहीं निकलने दें
'कोरोना वायरस के प्रति आपकी लापरवाही स्वास्थ्य के प्रति ठीक नहीं है. 'कोई आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें. अन्यथा घर पर ही रहें. बच्चों को किसी भी हालत में घर से बाहर नहीं निकाले दें. किसी के साथ भी बैठने के दौरान कम से कम 2 गज की दूरी बनाकर ही बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए. बिना मास्क लगाए किसी से बात नहीं करनी चाहिए. बात करने के दौरान भी 2 गज की दूरी अवश्य रखें.' : डॉ. अरविंद कुमार द्विवेदी, बाल रोग विशेषज्ञ
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बच्चों को कोरोना से बचाव के उपाय
1. यदि माता-पिता को बुखार खांसी है, तो यथासंभव बच्चों से दूर रहें
2. बच्चों को दूसरे परिवार के बच्चों के साथ नहीं खेलने दें
3. बच्चों को बाजार नहीं ले जाए, ठंडा पानी, फ्रिज का आइसक्रीम न दें
4. बच्चों को सामान्य तापमान में ही सुलाएं, एसी का तापमान 28 से कम नहीं करें
5. बहुत जरूरी हो तब ही बच्चों को मास्क लगाकर घर से बाहर ले जाएं, बर्थडे, विवाह सहित अन्य समारोहों में बच्चों को ले जाने से परहेज करें.