गया: बिहार विधानसभा में चुनाव के दौरान सुरक्षा और अन्य मुद्दों को लेकर बिहार-झारखंड के अधिकारियों की हाई लेवल मीटिंग हुई. इस बैठक में मतदान से 48 घंटे पहले बॉर्डर सीलिंग की कार्रवाई के साथ ही विभिन्न जिलों की सीमा पर चेक पोस्ट के निर्माण पर चर्चा की गयी है.
संयुक्त अभियान की समीक्षा
बैठक में अंतर्राज्यीय स्तर पर नगद राशि की आवाजाही की जांच करने, चोरी-छिपे शराब और हथियार ले जा रहे लोगों पर कार्रवाई तेज करने पर रणनीति बनाई गयी. चुनाव को लेकर बिहार-झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ दोनों राज्यों की पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने संयुक्त अभियान की समीक्षा करते हुए इसे चुनाव तक लगातार जारी रखने की रणनीति बनायी. ताकि नक्सली संगठन चुनावी प्रक्रिया में किसी तरह का बाधा उत्पन्न नहीं कर सके.
कई अधिकारी हुए शामिल
बैठक मगध आयुक्त असंगमा चुबा आओ की अध्यक्षता में आयोजित की गयी. जिसमें मगध के आईजी राकेश राठी, गया, औरंगाबाद, नवादा के डीएम और एसपी शामिल हुए.
झारखंड की तरफ से पलामू, हजारीबाग के आयुक्त और डीआईजी के साथ ही पलामू, चतरा, हजारीबाग, कोडरमा और गिरीडीह के डीसी और एसपी शामिल हुए.
28 अक्टूबर को मतदान
नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाये जाने को लेकर सीआरपीएफ और अन्य अर्धसैनिक बल के अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए. बता दें इस इलाके में प्रथम चरण में 28 अक्टूबर को मतदान होना है. उसके लिए एक अक्टूबर को अधिसूचना जारी होने वाली है. एक अक्टूबर से 8 अक्टूबर के बीच प्रत्याशी नामांकन पत्र भरेंगे.
सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था
इस बीच एक अक्टूबर को ही चुनाव आयोग की उच्चस्तरीय टीम गया दौरे पर आ रही है. जिसमें मगध प्रमंडल के साथ ही आसपास के 12 जिले के अधिकारियों के साथ चुनाव तैयारी की समीक्षा करेगी. समीक्षा के दौरान सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था की भी चर्चा की जाएगी.