पूर्वी चंपारण (मोतिहारी): जिले में नदियों का जलस्तर सामान्य होने के साथ ही बाढ़ का पानी लोगों के घरों से निकल चुका है. लेकिन अभी भी कई गांवों में घरों के आसपास और सड़कों पर जलजमाव की स्थिति है. मोतिहारी के बंजरिया प्रखंड स्थित अजगरी गांव के लोग बाढ़ के डेढ़ महीने बाद भी जलजमाव से परेशान हैं.
बीमारियों को आमंत्रण
अजगरी गांव में जमा पानी सड़ रहा है. साथ ही यह कई बीमारियों को आमंत्रण दे रहा है, लेकिन जिला प्रशासन की तरफ से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जमा पानी में अब तक ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी नहीं कराया गया है. यहां अधिकांश घरों के बाहर पानी जमा है. जिसे रोज पार करके लोगों को सड़क तक जाना पड़ता है.
आवाजाही में हो रही परेशानी
अपने घर से पानी पार करके सड़क पर आ रहे छोटेलाल मुखिया ने बताया कि बाढ़ के कारण परिवार के साथ उन्हें दो महीने तक दूसरे के घर में शरण लेना पड़ा था. अब वे लोग अपने घर में आ गए हैं. ऐसे में कमर तक गंदा पानी पार करके उन्हें आवाजाही करनी पड़ रही है.
पानी से इन्फेक्शन
वहीं मुन्नी देवी ने बताया कि उनके घर के चारों तरफ पानी जमा है. जिससे बीमारी फैलने की आशंका है. उन्होंने बताया कि उनके घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं जिन्हे इस गंदे पानी से इन्फेक्शन हो गया है.
नहीं हुआ दवा का छिड़काव
ग्रामीण मंटू सिंह ने बताया कि जलजमाव के कारण घर से बाहर निकलने में समस्या है. गंदे पानी के कारण सबसे ज्यादा बच्चों के बीमार होने का खतरा है. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के बीच जलजमाव से होने वाली बीमारियां भी लोगों को अब परेशान करने लगी है.
सांप बिच्छू का डर
स्थानीय दीनानाथ साह ने बताया कि उनका घर बाढ़ में ध्वस्त हो गया है, रहने लायक एक कमरा बचा है. जिसके चारो तरफ गंदा पानी फैला हुआ है. जिससे सांप बिच्छू सहित अन्य कीड़ों का डर हमेशा बना रहता है.
जल निकासी के स्रोत पर अतिक्रमण
अजगरी गांव में लोगों ने जल निकासी के सभी स्रोतों पर अतिक्रमण करके घर बना लिया है. जिससे गांव में बाढ़ का पानी जमा हो गया है. जो लोगों की परेशानी का सबब बनता जा रहा है. वहीं, जिला प्रशासन की लापरवाही से लोगों में काफी आक्रोश भी देखने को मिल रहा है.