दरभंगा: बिहार के दरभंगा के मंडल कारागार में विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान DMCH में मौत हो गई. कैदी की बीते मंगलवार की शाम अचानक तबीयत खराब हो गई थी. जिसके बाद इलाज के लिए DMCH में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान रात के करीब 3 बजे मौत हो गई. मृत कैदी की पहचान मनीगाछी के गोपालपुर गांव निवासी दिलीप महतो के रूप में हुई है. वहीं परिजनों ने आरोप लगाया है कि मौत स्वाभाविक नहीं है. वह शराब मामले में विचाराधीन कैदी के रूप में जेल में रखा गया था.
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परिजनों ने जेल प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप: मृतक के परिजन आशा देवी ने बताया कि मौत कैसे हुई है. उसकी जानकारी हमलोगों को नहीं है. विगत 5 अगस्त को हमारी उनसे मुलाकात हुई थी. उस वक्त वे ठीक थे. जेल में उनके साथ क्या किया गया. जेल प्रशासन ने क्या खिलाया और क्या पिलाया. फिर मौत कैसी हुई हमलोगों को पता नहीं है. उन्होंने बताया कि शराब के मामले में इनकी गिरफ्तारी हुई थी. इन्हें पहले से किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी.
"पांच अगस्त को मुलाकात हुई थी. उस वक्त वे स्वस्थ थे. उन्हें कोई बीमारी नहीं है. जेल प्रशासन ने क्या खिलाया और क्या पिलाया. फिर मौत कैसी हुई हमलोगों को पता नहीं है. उनकी मौत स्वाभाविक नहीं नहीं है." -आशा देवी, परिजन
दरभंगा में इलाज के दौरान कैदी की मौत: जेल के वार्डन निलेश कुमार ने बताया कि मृतक दिलीप महतो मनीगाछी थाना के कांड संख्या 154/23 के विचाराधीन कैदी थे. उन्होंने बताया कि हम लोगों को साढ़े पांच बजे जानकारी मिलीं की एक कैदी की तबियत खराब है. उन्हें डीएमसीएच में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने कहा कि इनका सीटी स्कैन करना पड़ेगा. डीएमसीएच का सीटी स्कैन मशीन होने की वजह से प्राइवेट में जाकर सीटी स्कैन करवाया गया. लगभग 2 बजकर 30 मिनट पर परिजन की रोने की आवाज सुनकर हम लोग गए. हम लोगों ने देखा कि कैदी दिलीप महतो की मौत हो गई है.