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CAA और NRC के खिलाफ दरभंगा में भी महिलाओं ने खोला मोर्चा, कहा- लेना ही होगा कानून वापस

महिलाएं पूरे जोश में इस कानून के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती नजर आ रही हैं. धरने पर बैठी महिलाओं का कहना है कि ये कानून केवल मुसलमान ही नहीं बल्कि आदिवासी, हरिजन और गरीबों के भी खिलाफ है.

धरने पर बैठी महिलाएं
धरने पर बैठी महिलाएं
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Published : Jan 22, 2020, 10:08 PM IST

Updated : Jan 22, 2020, 11:30 PM IST

दरभंगा: जिले में सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहा अनिश्चितकालीन प्रदर्शन अब भी जारी है. प्रदर्शन के बढ़ते दिन के साथ भीड़ में महिलाओं की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. शहर के कर्पूरी चौक, किलाघाट और लालबाग इलाका इन दिनों दिल्ली का शाहीनबाग बन गया है. दिन-रात यहां धरना जारी है.

स्थिति ऐसी बनती जा रही है कि प्रदर्शन में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की भीड़ देखने को मिल रही है. महिलाएं पूरे जोश में इस कानून के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती नजर आ रही हैं. धरने पर बैठी महिलाओं का कहना है कि ये कानून केवल मुसलमान ही नहीं बल्कि आदिवासी, हरिजन और गरीबों के भी खिलाफ है.

DARBHANGA
धरने पर बैठी महिलाएं

'कानून को लेना होगा वापस'
प्रदर्शनकारी महिला रजिया हसन ने कहा कि ये काला कानून है. केंद्र सरकार को इस कानून को वापस लेना ही होगा. लोकतंत्र में जनता के हितों को ध्यान में रखकर कानून बनाया जाता है. लेकिन, ये कानून जन हित से परे है. शहर में ये प्रदर्शन इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार कुंभकर्णी नींद में है. उन्हें जगाने के लिए यह जन जागरण अभियान जरूरी है.

देखें पूरी रिपोर्ट

ये भी पढ़ें: CAA और NRC के विरोध में HAM ने निकाला राजभवन मार्च, पुलिस ने जेपी गोलंबर के पास रोका

आरजेडी विधायक भी पहुंचे
बुधवार को धरना में शामिल होने के लिए आरजेडी विधायक ललित यादव पहुंचे. मौके पर उन्होंने कहा कि इस काले कानून के खिलाफ में ऐतिहासिक धरती जननायक कर्पूरी ठाकुर चौक पर हमलोग एकत्रित हैं. ये बेशर्म सरकार है. जिस तरह से महिलाएं सड़कों पर हैं वे निश्चित तौर पर बधाई की पात्र हैं.

दरभंगा: जिले में सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहा अनिश्चितकालीन प्रदर्शन अब भी जारी है. प्रदर्शन के बढ़ते दिन के साथ भीड़ में महिलाओं की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. शहर के कर्पूरी चौक, किलाघाट और लालबाग इलाका इन दिनों दिल्ली का शाहीनबाग बन गया है. दिन-रात यहां धरना जारी है.

स्थिति ऐसी बनती जा रही है कि प्रदर्शन में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की भीड़ देखने को मिल रही है. महिलाएं पूरे जोश में इस कानून के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती नजर आ रही हैं. धरने पर बैठी महिलाओं का कहना है कि ये कानून केवल मुसलमान ही नहीं बल्कि आदिवासी, हरिजन और गरीबों के भी खिलाफ है.

DARBHANGA
धरने पर बैठी महिलाएं

'कानून को लेना होगा वापस'
प्रदर्शनकारी महिला रजिया हसन ने कहा कि ये काला कानून है. केंद्र सरकार को इस कानून को वापस लेना ही होगा. लोकतंत्र में जनता के हितों को ध्यान में रखकर कानून बनाया जाता है. लेकिन, ये कानून जन हित से परे है. शहर में ये प्रदर्शन इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार कुंभकर्णी नींद में है. उन्हें जगाने के लिए यह जन जागरण अभियान जरूरी है.

देखें पूरी रिपोर्ट

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आरजेडी विधायक भी पहुंचे
बुधवार को धरना में शामिल होने के लिए आरजेडी विधायक ललित यादव पहुंचे. मौके पर उन्होंने कहा कि इस काले कानून के खिलाफ में ऐतिहासिक धरती जननायक कर्पूरी ठाकुर चौक पर हमलोग एकत्रित हैं. ये बेशर्म सरकार है. जिस तरह से महिलाएं सड़कों पर हैं वे निश्चित तौर पर बधाई की पात्र हैं.

Intro:जिले में CAA और NRC के खिलाफ चल रहे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन दौर लगातार जारी है। प्रदर्शन के बढ़ते दिन के साथ-साथ भिड़ो में महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके चलते दरभंगा शहर के कर्पूरी चौक, किलाघाट और लालबाग मुहल्ला दिल्ली का शाहीनबाग बन गया है। दिन से लेकर रात तक यहां प्रदर्शन में भाग लेने वाले नेता और लोगों का आना जाना लगा रहता है। स्थिति ऐसी बनती जा रही है कि प्रदर्शन में पुरुष से ज्यादा महिलाओं की भीड़ पूरे जोश में इस कानून के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती रहती है।




Body:मुसलमान ही नही आदिवासी, हरिजन और गरीबों के खिलाफ है यह कानून

वही प्रदर्शनकारी महिला रजिया हसन ने कहा कि यह जो कानून है सिर्फ मुसलमानो के खिलाफ सिर्फ नहीं, यह कानून आदिवासी, हरिजन और गरीबों के खिलाफ है। इस कानून के खिलाफ आज हमलोग सड़क पर उतरकर सरकार से वापस लेने की मांग कर रहे है। साथ ही उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता के हितों को ध्यान में रखकर कानून बनाया जाता है। लेकिन केंद्र की सरकार ने जो काला कानून लाया है वह किसी काम का कानून नहीं है। ये बात सरकार को समझ में नहीं आ रहा है और वे बोल रहे हैं कि एक कदम हम पीछे नहीं हटेंगे। सरकार को समझना पड़ेगा कि यह लोकतंत्र है।




Conclusion:सरकार को कुंभकरण की नींद से उठाने के लिए है यह जन जागरण अभियान

वहीं धरना में शामिल होने पहुंचे राजद विधायक ललित यादव ने कहा कि इस काले कानून के खिलाफ में ऐतिहासिक धरती जननायक कर्पूरी ठाकुर चौक पर हमलोग एकत्रित हैं। खास कर के हमारी माता और बहने सलाम के पात्र हैं, जो इतनी बड़ी संख्या में सड़क पर उतर आई है। ये बेशर्म सरकार है, सरकार को चुल्लू भर पानी में डूब जाना चाहिए। देश में जिस तरह लोग आंदोलित हो चुके हैं और यह सरकार कुंभकरण की नींद में सोई है। सरकार को कुंभकरण की नींद से उठाने के लिए जन जागरण अभियान है।


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रजिया हसन, महिला प्रदर्शनकारी
ललित यादव, राजद विधायक
Last Updated : Jan 22, 2020, 11:30 PM IST
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