दरभंगा: जिले में सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहा अनिश्चितकालीन प्रदर्शन अब भी जारी है. प्रदर्शन के बढ़ते दिन के साथ भीड़ में महिलाओं की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. शहर के कर्पूरी चौक, किलाघाट और लालबाग इलाका इन दिनों दिल्ली का शाहीनबाग बन गया है. दिन-रात यहां धरना जारी है.
स्थिति ऐसी बनती जा रही है कि प्रदर्शन में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की भीड़ देखने को मिल रही है. महिलाएं पूरे जोश में इस कानून के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करती नजर आ रही हैं. धरने पर बैठी महिलाओं का कहना है कि ये कानून केवल मुसलमान ही नहीं बल्कि आदिवासी, हरिजन और गरीबों के भी खिलाफ है.
'कानून को लेना होगा वापस'
प्रदर्शनकारी महिला रजिया हसन ने कहा कि ये काला कानून है. केंद्र सरकार को इस कानून को वापस लेना ही होगा. लोकतंत्र में जनता के हितों को ध्यान में रखकर कानून बनाया जाता है. लेकिन, ये कानून जन हित से परे है. शहर में ये प्रदर्शन इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार कुंभकर्णी नींद में है. उन्हें जगाने के लिए यह जन जागरण अभियान जरूरी है.
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आरजेडी विधायक भी पहुंचे
बुधवार को धरना में शामिल होने के लिए आरजेडी विधायक ललित यादव पहुंचे. मौके पर उन्होंने कहा कि इस काले कानून के खिलाफ में ऐतिहासिक धरती जननायक कर्पूरी ठाकुर चौक पर हमलोग एकत्रित हैं. ये बेशर्म सरकार है. जिस तरह से महिलाएं सड़कों पर हैं वे निश्चित तौर पर बधाई की पात्र हैं.