दरभंगा: कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. इसी के तहत उत्तर बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल डीएमसीएच में जांच और इलाज की व्यवस्था की गई है. अस्पताल के माइक्रो बायोलॉजी विभाग में मंगलवार तक 416 मरीजों की जांच रिपोर्ट आ चुकी थी, जिनमें सभी नेगेटिव पाए गए हैं. जबकि 73 नमूनों की जांच की जा रही है. इनके रिपोर्ट का इंतजार है.
डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में मंगलवार तक 60 मरीज भर्ती कराए गए. जिनमें से 44 मरीजों को छुट्टी दे कर उन्हें घर में क्वारेंटाइन किया गया है. अस्पताल में कुल 234 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. जबकि कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए फिलहाल 8 बेड का एक वार्ड अलग से है.
संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव
दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एच.एन झा ने बताया कि अस्पताल में दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, पूर्णिया, किशनगंज, मधेपुरा, कटिहार और सुपौल जिलों के कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है. अभी तक जांच रिपोर्ट में कोई भी व्यक्ति पॉजिटिव नहीं पाया गया है.
लोगों की बढ़ी उम्मीदें
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन-2 की घोषणा की है. इसके साथ ही 20 अप्रैल से उन जिलों में कुछ छूट दी जा सकती है जिनमें कोरोना पॉजिटिव केस नहीं पाए जाते हैं. ऐसे में उत्तर बिहार के इन सभी नौ जिलों के लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं. एक तरफ लोगों में उत्साह है, वहीं सावधानी के साथ लॉक डाउन में रहने की चुनौती भी है.