भागलपुरः बिहार के भागलपुर में सिपाही प्रशिक्षण केंद्र के पास से मिले चार बम मामले (Bomb Found In Nathnagar of Bhagalpur) की जांच के लिए डॉग स्क्वायड टीम (Dog Squad Team Reached In Bhagalpur) और डीआईजी सुजीत कुमार नाथनगर पहुंचे. उन्होंने पूरे इलाका का जायजा लिया. डीआईजी नाथनगर थाना पुलिस से पूरे मामले की जानकारी ली. उन्होंने बताया कि बीडीएस कि टीम भी आ रही है, जो फिलहाल यहीं कैंप करेगी.
ये भी पढ़ें-क्यों नहीं थम रहा भागलपुर में धमाकों का सिलसिला?
डीआईजी ने किया स्थल का मुआयनाः भागलपुर के नाथनगर थाना क्षेत्र स्थित सिपाही प्रशिक्षण केंद्र के पीछे 4 बम मिलने से इलाके में सनसनी फैल गयी है. इसकी जांच के लिए डॉग स्क्वायड व इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो की टीम, रेंज डीआईजी सुजीत कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थल का मुआयना किया. उन्होंने बताया कि बीडीएस की टीम को सूचना दी गयी है. लेकिन 60 किलोमीटर दूर जमालपुर से आने में उन्हें घण्टों वक्त लग गया. खबर लिखे जाने तक टीम नाथनगर नहीं पहुंची थी.
मौके पर पहुंचे डीआईजी सुजीत कुमार ने कहा अभी मुआयना किया गया है. बीडीएस कि टीम आ रही है, ये जांच का विषय है. अभी कुछ दिन टीम यहां कैम्प करेगी. लेकिन भागलपुर में उनके लिए किस तरह की व्यवस्था हो सकती है ये देखते हैं. उधर स्थानीय लोगों का कहना है कि उनके बच्चे आस-पास इलाके में खेलते रहते हैं. 4 बम मिला है, जिससे काफी डर बना हुआ है.
भागलपुर में नहीं बीडीएस की टीमः हैरानी की बात ये है कि शहर में लगातार बम धमाके और बम मिलने के बावजूद भी शहर में बम निरोधक दस्ता को स्थायी रूप से नहीं रखा जा रहा है. लगातार इस तरह के मामले सामने आने के बाद जिला व पुलिस प्रशासन क्या कर रही है. ये एक सवाल है. लोग भी काफी डरे हुए हैं. कब कहां कैसे धमाका हो जाए.
लोगों में है दहशतः बता दें कि जिले में लगातार बम मिल रहे हैं. जिसके चलते यहां के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. बीते कुछ महीनों की बात करें तो जिले के कई इलाकों से पुलिस ने जिंदा बम बरामद किया है. वहीं बम धमाके में अबतक लगभग 20 लोगों की मौत भी हो चुकी है. एक बार फिर नाथनगर इलाके से सिपाही प्रशिक्षण केंद्र के पास से चार बम बरामद किए गये हैं. जिसकी जांच के लिए डॉग स्क्वायड टीम ने पहुंच कर जांच की. डॉग स्क्वायड टीम अभी कुछ दिन यहीं रहेगी.
पिछले 4 महीने से भागलपुर में हुए धमाके: सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या भागलपुर शहर बारूद के ढेर पर बैठा हुआ है और शहर के अंदर जो लगातार धमाके हो रहे हैं वह महज संयोग है या फिर कोई सोची-समझी बड़ी साजिश है. बता दें कि पिछले 4 महीने में कई बार भागलपुर सिल्क सिटी ब्लास्ट से जल चुकी है. दिसंबर महीने में तीन धमाके सामने आए थे. 9 दिसंबर 2021 को नाथ नगर रेलवे स्टेशन से सटे कूड़ेदान के पास बम फटने से 40 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. दूसरी घटना 11 दिसंबर को हुई थी जिसमें मोमिन टोला में एक कनस्तर बम विस्फोट में 2 स्कूली बच्चे घायल हो गए थे. 14 दिसंबर को नाथनगर (Bomb Blast In Nathnagar) में ही टिफिन बम विस्फोट में 7 साल के बच्चे की मौत हुई थी. इसके 1 दिन बाद ही 15 दिसंबर को जगदीशपुर थाना क्षेत्र के सैदपुर गांव में खेत में दो जिंदा बम बरामद हुआ था.
3 मार्च की वो काली रात: इस दिन के धमाके ने पूरे देश को हिला दिया था. 3 मार्च को भागलपुर के ततारपुर थाना क्षेत्र के काजीवलीचक मुहल्ले में ब्लास्ट होने से पूरा इलाका थर्रा गया था. रात करीब 11 बजे यह ब्लास्ट हुआ और यह इतना जबरदस्त था कि पूरा घर जमींदोज होने के साथ आसपास के घर भी क्षतिग्रस्त हो गए. इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई है और दर्जनभर लोग घायल हुए हैं. विस्फोट इतना भीषण था कि इसकी गूंज काफी दूर तक सुनाई पड़ी. घर में भीषण विस्फोट से पूरे शहर में हड़कंप मच गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करके मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी थी.
दो साल में 30 घटनाएं: भागलपुर एसएसपी बाबूराम की मानें तो बम विस्फोट और बम बरामदगी से संबंधित मामलों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाकर छापेमारी का निर्देश दिया गया है. समय-समय पर इसकी समीक्षा भी की जाती है. आपको बता दें कि साल 2021 और 2022 से अब तक कुल 30 घटनाएं घटित हुई हैं. जिनमें से 72 आरोपी में से 17 आरोपी की 21 कांडों में अब तक गिरफ्तारी सुनिश्चित हो पाई है. वहीं 9 मामलों में पुलिस आरोपी को नहीं ढूंढ पाई है. कहीं ना कहीं 55 आरोपी अब तक फरार चल रहे हैं, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP