बेगूसराय: बिहार में पिछले चार साल से शराबबंदी लागू है. एक तरफ नीतीश कुमार जहां इसे महिलाओं के लिए बेहतर फैसला बताते हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी की महिला प्रदेश अध्यक्ष अमिता भूषण ने इसे लेकर कहा है कि इस फैसले से महिलाएं सबसे ज्यादा प्रताड़ित हुईं हैं.
कांग्रेस महिला प्रदेश अध्यक्ष अमिता भूषण ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि वे कहते हैं कि महिलाओं के कहने पर उन्होंने प्रदेश में शराबबंदी कानून लाया. लेकिन, उन्हें मालूम होना चाहिए कि शराबबंदी कानून से अगर सबसे ज्यादा कोई प्रताड़ित हुआ है तो वह बिहार की महिलाएं हैं. जिन्हें तरह-तरह के शोषण और प्रताड़ना को इस शराबबंदी कानून के जरिए झेलना पड़ा है.
महिलाएं हो रहीं प्रताड़ित
कांग्रेस महिला प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि घर का कोई भी सदस्य अगर शराब पीता था या शराब रखता था तो पुलिस वाले इस बहाने घर में घुसकर महिलाओं को परेशान करते थे और अभी भी करते हैं. दिन हो या रात पुलिस जब चाहे किसी के भी घर में घुस आती है. जिससे महिलाओं में काफी दहशत है. उन्होंने कहा कि महिलाओं में अभी भी शिक्षा का अभाव है. यही वजह है कि ज्यादातर महिलाएं कानून के अधिकार के बारे में नहीं जानती हैं. जिस वजह से उन्हें प्रताड़ित होना पड़ रहा है.
चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस
बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस महिला प्रदेश अध्यक्ष अमिता भूषण ने कहा कि अगर आज हम इंटरनेट के जरिए या वर्चुअल रैली के जरिए प्रचार प्रसार कर रहे हैं या चुनाव लड़ने की सोच रहे हैं तो उसका श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी को जाता है. उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दल बिहार चुनाव की तैयारी में लग गए हैं. कांग्रेस पार्टी भी बिहार में चुनाव की तैयारी कर रही है. यह बात अलग है कि प्रचार तंत्र के मामले में कांग्रेस पार्टी जरूर कमजोर है और दिखावे से कांग्रेस पार्टी परहेज करती है. क्योंकि कांग्रेस का यह संस्कार है कि पार्टी जो काम करती है उसे ही बताती है झूठ का प्रोपेगेंडा नहीं करती है.
महिलाओं की पसंद है कांग्रेस
वहीं, चुनाव में महिलाओं को टिकट दिए जाने के मामले में चर्चा करते हुए कांग्रेस पार्टी की महिला प्रदेश अध्यक्ष अमिता भूषण ने बताया कि किसी भी अन्य राजनीतिक दल की तुलना में कांग्रेस पार्टी महिलाओं को आनुपातिक रूप से ज्यादा तवज्जो देती है. पिछले बार भी कांग्रेस पार्टी ने पांच महिलाओं को टिकट दिया था, जिसमें से चार विजयी रहे थे. कांग्रेस पार्टी के लिए बिहार विधानसभा चुनाव में महिलाएं खुलकर वोटिंग करेंगी और कांग्रेस पार्टी ने जिस तरीके से महिलाओं के लिए काम किया है, निश्चित रूप से आम महिला मतदाताओं की पहली पसंद कांग्रेस ही होगी.