पटना: भाकपा माले के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र प्रसाद सिंह का 75 वर्ष की आयु में मुजफ्फरपुर में निधन हो गया. उनके निधन पर भाकपा माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि यह पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है. वीरेंद्र प्रसाद सिंह कई दिनों से बीमार थे और आज उनका निधन हो गया. वे छात्र जीवन से ही वामपंथी धारा में सक्रियता से जुड़ गए थे.
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1969 में ही पार्टी में शामिल हो गए थे वीरेंद्र सिंह
माले राज्य सचिव ने कहा कि 1969 में ही पार्टी के गठन के साथ ही वीरेंद्र सिंह भाकपा माले में शामिल हो गए थे. तब से अध्यापक रहते हुए भी वे पार्टी के कार्यकर्ता बने रहे. उन्होंने कहा कि पार्टी की नेतृत्व कार्य कमेटियों में वीरेंद्र सिंह शामिल रहे. वे जनता की सेवा करने के लिए हमेशा तत्पर रहते थे. कुणाल ने कहा कि वीरेंद्र सिंह का गरीबों से विशेष लगाव था.
मुजफ्फरपुर कॉलेज में रसायन विभाग के थे विभागाध्यक्ष
माले नेता ने बताया कि प्रोफेसर वीरेंद्र प्रसाद सिंह मुजफ्फरपुर साइंस कॉलेज के रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष पद से 10 साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे. उनके निधन से आमजन और गरीबों को अपूरणीय क्षति हुई है. वहीं, पार्टी के केंद्रीय कमेटी के सदस्य धीरेंद्र झा, विधायक महबूब आलम, संदीप सौरव, मनोज मंजिल, अजीत कुशवाहा, अमरजीत कुशवाहा सहित अन्य नेताओं ने उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त किया है.