नई दिल्ली: कृषि और रियल एस्टेट क्षेत्र में मंदी के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था के दुनिया में तीव्र गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था होने का हवाला देते हुये वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि नोटबंदी का देश की अर्थव्यवस्था पर कोई नकारात्मक असर नहीं हुआ.
सीतारमण ने मंगलवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान स्पष्ट किया कि विनिर्माण क्षेत्र में धीमी वृद्धि दर के अपने अलग कारण हैं, इसमें नोटबंदी का कोई योगदान नहीं है. उन्होंने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि को बढ़ाने के लिये विभिन्न सुधार कार्यक्रम शुरू किये गये हैं.
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उन्होंने दलील दी कि कृषि, होटल, परिवहन, भंडारण, संचार और सेवा क्षेत्र सहित अन्य कारोबारी क्षेत्रों में 2018-19 में धीमी वृद्धि दर में सुधार हुआ है. उन्होंने कहा कि मंदी के बावजूद भारत, अमेरिका और चीन सहित अन्य देशों की तुलना में सबसे तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था है.
सीतारमण ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2016 से 2019 तक 1.6 से 2.3 प्रतिशत के बीच रही. इस अवधि में चीन की वृद्धि दर 6.7 से 6.3 प्रतिशत के बीच रही, वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7 से 7.3 प्रतिशत से अधिक है.
उन्होंने कहा कि इस दिशा में सुधारात्मक कदम भी उठाये गये हैं. इनमें पीएम किसान सम्मान योजना और पेंशन योजना जैसी सीधे जनता को वित्तीय लाभ पहुंचाने वाली योजनायें शामिल है. इनमें योजना के लाभार्थी के बैंक खाते में सीधा पैसा जमा कराया जाता है.