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रेलवे का बड़ा फैसला: स्पेशल ट्रेन और स्पेशल किराया खत्म, अब पहले की तरह होगा सफर

देश में कोरोना वायरस के मामले कम हो रहे हैं. इसके साथ ही रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी है. दरअसल, रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को सभी नियमित ट्रेन सेवाओं को बहाल करने का फैसला किया है. वहीं रेलवे ने स्पेशल ट्रेनें और स्पेशल किराया को भी खत्म कर दिया है.

रेल मंत्री
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Published : Nov 12, 2021, 9:27 PM IST

Updated : Nov 13, 2021, 7:12 AM IST

नई दिल्ली : रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी है. दरअसल, किराये में वृद्धि पर यात्रियों के दबाव का सामना करने के बाद रेलवे ने मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए विशेष टैग हटाने का आदेश दिया है. इसके अलावा रेलवे ने महामारी से पहले के किराये पर तत्काल प्रभाव से लौटने का एक आदेश जारी किया.

जब से कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन में ढील दी गई थी, रेलवे केवल विशेष ट्रेनें चला रहा है. इसकी शुरुआत लंबी दूरी की ट्रेनों से हुई थी और अब, यहां तक कि कम दूरी की यात्री सेवाओं को थोड़ा अधिक किराए वाली विशेष ट्रेनों के रूप में चलाया जा रहा है ताकि "लोगों को परिहार्य यात्रा से हतोत्साहित किया जा सके.

रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को जोनल रेलवे को लिखे पत्र में कहा कि ट्रेनें अब अपने नियमित नंबर के साथ परिचालित की जाएंगी और किराया कोविड पूर्व दर जैसा सामान्य हो जाएगा.

रेलवे मंत्रालय का आदेश
रेलवे मंत्रालय का आदेश

बोर्ड के 12 नवंबर की तारीख वाले आदेश में कहा गया है, कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सभी नियमित मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें एमएसपीसी (मेल/एक्सप्रेस स्पेशल) और एचएसपी (होलीडे स्पेशल) के रूप में चलाई जा रही है. अब यह फैसला किया गया है कि वर्किंग टाइम टेबल, 2021 में शामिल सहित एमएसपीसी और एचएसपी ट्रेन सेवाएं नियमित नंबर के साथ परिचालित की जाएगी और किराया दिशानिर्देशों के मुताबिक, यात्रा के लिए संबद्ध वर्ग व ट्रेन के प्रकार पर आधारित होगा.

आदेश में कहा गया है कि यह रेलवे बोर्ड के यात्री विपणन निदेशालय के सहयोग से जारी किया गया है.

हालांकि, आदेश में यह नहीं बताया गया है कि जोनल रेलवे को कोविड पूर्व अपनी सेवाएं कब बहाल करने की जरूरत है.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जोनल रेलवे को निर्देश जारी किया गया है. हालांकि, तत्काल प्रभाव से जारी आदेश की तामील में एक या दो दिन लग सकता है.

एक अन्य अधिकारी ने कहा, अगले कुछ दिनों में 1,700 से अधिक ट्रेनें बहाल की जाएंगी. ट्रेन नंबर का पहला अंक शून्य (जीरो) नहीं होगा जैसा कि स्पेशल ट्रेनों के मामले में था.

हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लगाये गये प्रतिबंध प्रभावी रहेंगे, जैसे कि रियायत, बेड रोल (बिस्तर) और भोजन सेवाएं आदि पर पर अस्थायी प्रतिबंध जारी रहेगा.

यह भी पढ़ें- NEET results: SC ने कहा-दो छात्रों के लिए पुन: परीक्षा का आदेश नहीं दे सकते

विशष ट्रेनों के परिचालन और किराये में रियायत नहीं देने से रेलवे के राजस्व में भी काफी वृद्धि देखी गई है. रेलवे ने यात्री मद से 2021-2022 की दूसरी तिमाही के दौरान पहली तिमाही की तुलना में 113 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है.

रेलवे के आदेश में यह भी कहा गया है कि सभी ट्रेनों में कोरोना से जुड़ी एहतियात और प्रतिबंध लागू रहेंगे. इसके अलावा यह भी कहा गया है कि एडवांस में बुक हो चुकीं टिकटों पर रेलवे की ओर से न ही कोई अतिरिक्त किराया वसूल किया जाएगा और न ही कोई पैसा वापस किया जाएगा.

नई दिल्ली : रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत दी है. दरअसल, किराये में वृद्धि पर यात्रियों के दबाव का सामना करने के बाद रेलवे ने मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए विशेष टैग हटाने का आदेश दिया है. इसके अलावा रेलवे ने महामारी से पहले के किराये पर तत्काल प्रभाव से लौटने का एक आदेश जारी किया.

जब से कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन में ढील दी गई थी, रेलवे केवल विशेष ट्रेनें चला रहा है. इसकी शुरुआत लंबी दूरी की ट्रेनों से हुई थी और अब, यहां तक कि कम दूरी की यात्री सेवाओं को थोड़ा अधिक किराए वाली विशेष ट्रेनों के रूप में चलाया जा रहा है ताकि "लोगों को परिहार्य यात्रा से हतोत्साहित किया जा सके.

रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को जोनल रेलवे को लिखे पत्र में कहा कि ट्रेनें अब अपने नियमित नंबर के साथ परिचालित की जाएंगी और किराया कोविड पूर्व दर जैसा सामान्य हो जाएगा.

रेलवे मंत्रालय का आदेश
रेलवे मंत्रालय का आदेश

बोर्ड के 12 नवंबर की तारीख वाले आदेश में कहा गया है, कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सभी नियमित मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें एमएसपीसी (मेल/एक्सप्रेस स्पेशल) और एचएसपी (होलीडे स्पेशल) के रूप में चलाई जा रही है. अब यह फैसला किया गया है कि वर्किंग टाइम टेबल, 2021 में शामिल सहित एमएसपीसी और एचएसपी ट्रेन सेवाएं नियमित नंबर के साथ परिचालित की जाएगी और किराया दिशानिर्देशों के मुताबिक, यात्रा के लिए संबद्ध वर्ग व ट्रेन के प्रकार पर आधारित होगा.

आदेश में कहा गया है कि यह रेलवे बोर्ड के यात्री विपणन निदेशालय के सहयोग से जारी किया गया है.

हालांकि, आदेश में यह नहीं बताया गया है कि जोनल रेलवे को कोविड पूर्व अपनी सेवाएं कब बहाल करने की जरूरत है.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जोनल रेलवे को निर्देश जारी किया गया है. हालांकि, तत्काल प्रभाव से जारी आदेश की तामील में एक या दो दिन लग सकता है.

एक अन्य अधिकारी ने कहा, अगले कुछ दिनों में 1,700 से अधिक ट्रेनें बहाल की जाएंगी. ट्रेन नंबर का पहला अंक शून्य (जीरो) नहीं होगा जैसा कि स्पेशल ट्रेनों के मामले में था.

हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लगाये गये प्रतिबंध प्रभावी रहेंगे, जैसे कि रियायत, बेड रोल (बिस्तर) और भोजन सेवाएं आदि पर पर अस्थायी प्रतिबंध जारी रहेगा.

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विशष ट्रेनों के परिचालन और किराये में रियायत नहीं देने से रेलवे के राजस्व में भी काफी वृद्धि देखी गई है. रेलवे ने यात्री मद से 2021-2022 की दूसरी तिमाही के दौरान पहली तिमाही की तुलना में 113 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है.

रेलवे के आदेश में यह भी कहा गया है कि सभी ट्रेनों में कोरोना से जुड़ी एहतियात और प्रतिबंध लागू रहेंगे. इसके अलावा यह भी कहा गया है कि एडवांस में बुक हो चुकीं टिकटों पर रेलवे की ओर से न ही कोई अतिरिक्त किराया वसूल किया जाएगा और न ही कोई पैसा वापस किया जाएगा.

Last Updated : Nov 13, 2021, 7:12 AM IST
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