नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने यूक्रेन में फंसे छात्रों समेत भारतीयों को बाहर निकालने की प्रक्रिया में समन्वय के लिए चार केंद्रीय मंत्रियों को युद्धग्रस्त देश के पड़ोसी देशों में भेजने का सोमवार को फैसला किया. यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में संपन्न एक उच्च स्तरीय बैठक में किया गया. सरकारी सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और वीके सिंह भारत के 'विशेष दूत' के तौर पर यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे.
उन्होंने बताया कि सिंधिया भारतीयों को यूक्रेन के निकालने के अभियान के लिए समन्वय का काम रोमानिया और मोल्दोवा से संभालेंगे, जबकि रिजिजू स्लोवाकिया जाएंगे. सूत्रों ने बताया कि पुरी हंगरी जाएंगे और सिंह भारतीयों को निकालने का प्रबंध करने के लिए पोलैंड जाएंगे. इन मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने का फैसला करने से एक दिन पहले ही मोदी ने कहा था कि युद्धग्रस्त देश में भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और उन्हें बाहर निकालना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है.
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#WATCH | Prime Minister Narendra Modi calls a high-level meeting on the Ukraine crisis. Some Union Ministers may go to neighboring countries of Ukraine to coordinate the evacuations.#RussiaUkraineCrisis pic.twitter.com/yqTFYwspxo
— ANI (@ANI) February 28, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) February 28, 2022
सोमवार को हुई बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला समेत कई मंत्री एवं वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. मोदी ने रविवार को भी यूक्रेन संकट पर एक बैठक की अध्यक्षता की थी. सूत्रों ने बताया था कि बैठक में यूक्रेन के पड़ोसी देशों के साथ सहयोग और बढ़ाने का फैसला किया गया था, ताकि भारतीय छात्रों को युद्धग्रस्त देश से तेजी से बाहर निकाला जा सके.
बता दें, रूस और यूक्रेन की जंग का आज सोमवार को पांचवा दिन है. यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकीव शहर पर रूसी सेना के हमले जारी है. वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूस ने उनकी हत्या कराने के लिए कीव में 400 से ज्यादा भाड़े के हत्यारे भेजे हैं. इधर भारतीयों को यूक्रेन से निकालने के लिए मोदी सरकार ने नया प्लान बनाया है. इसमें चार मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा जाएगा.
इससे पहले यूक्रेन से 249 भारतीयों को लेकर पांचवी फ्लाइट दिल्ली आ चुकी है. यह फ्लाइट रोमानिया से दिल्ली के लिए रविवार रात उड़ी थी. विदेश मंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. जब फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंची तो अपनों से मिलकर परिजन भावुक हो गए. उन्होंने फूलमाला और गुलदस्तों से अपनों का स्वागत किया.
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स्पाइसजेट फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए विशेष उड़ान संचालित करेगी
इधर, स्पाइस जेट एअर लाइन रूसी सैन्य आक्रमण के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए शुक्रवार को हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिए विशेष उड़ान संचालित करेगी. भारत ने शनिवार को यूक्रेन से सटे देशों रोमानिया एवं हंगरी के रास्ते अपने नागरिकों को निकालना शुरू किया था क्योंकि यूक्रेन का हवाई क्षेत्र रूसी सैन्य आक्रमण शुरू होने के बाद 24 फरवरी से ही बंद है.
टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एअर इंडिया ने अब तक अपनी पांच उड़ानों के माध्यम से 1156 भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से निकाला है. उसकी छठी उड़ान 240 भारतीय नागरिकों को लेकर सोमवार की शाम को दिल्ली पहुंचेगी. फिलहाल करीब 14000 भारतीय यूक्रेन में फंसे हैं जिनमें ज्यादातर छात्र हैं.
स्पाइस जेट ने कहा है कि वह इस विशेष उड़ान के लिए अपने बोइंग, 737 मैक्स विमान का इस्तेमाल करेगी जो सोमवार की शाम को दिल्ली से रवाना होगा. एयरलाइन ने कहा कि यह विमान दिल्ली से बुडापेस्ट जाएगा और जार्जिया के कुटैसी के रास्ते लौटेगा. स्पाइस जेट ने कहा है कि वह और ऐसी उड़ानें संचालित करने की योजना बना रही है और इस सिलसिले में उसकी संबंधित अधिकारियों से बातचीत चल रही है.