पटना: आज देश को नया संसद भवन मिल गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया. लोकार्पण से पहले पीएम मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूरे विधि-विधान से पूजा की. वहीं 21 दलों ने इस उद्घाटन कार्यक्रम का बायकॉट किया. इस बीच लोकार्पण के तुरंत बाद आरजेडी ने विवादित ट्वीट किया है. पार्टी ने ताबूत के साथ संसद भवन की तस्वीर पोस्ट की है. जिस पर बीजेपी ने आपत्ति जताई है. राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नए संसद भवन की तुलना ताबूत से करने वालों पर देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए.
ये भी पढ़ें: New Parliament Building Inauguration: विरोध में JDU का उपवास, अंबेडकर की मूर्ति के नीचे करेंगे अनशन
आरजेडी ने ताबूत से संसद भवन की तुलना की: राष्ट्रीय जनता दल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक पोस्ट किया गया है. जिसमें एक तरफ ताबूत है, वहीं दूसरी तरफ नया संसद भवन है. ट्वीट के जरिए सवाल पूछा गया है कि 'ये क्या है?' जाहिर है इस तस्वीर के जरिये आरजेडी ने नए संसद भवन की तुलना ताबूत से की है. आपको बताएं कि इस नए संसद भवन को तिकोना आकार में डिजाइन किया गया है, जबकि पुराना संसद भवन गोलाकार है. नए भवन में लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सांसदों की सिटिंग कैपेसिटी बनाई गई है.
-
ये क्या है? pic.twitter.com/9NF9iSqh4L
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) May 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">ये क्या है? pic.twitter.com/9NF9iSqh4L
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) May 28, 2023ये क्या है? pic.twitter.com/9NF9iSqh4L
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) May 28, 2023
आरजेडी पर बीजेपी का पलटवार: वहीं बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने आरजेडी पर पलटवार करते हुए कहा कि आज भले ही सभी दलों के लोगों ने भवन बहिष्कार किया हो लेकिन कल सदन की कार्यवाही तो वहीं चलने वाली है. क्या राष्ट्रीय जनता दल ने यह तय कर लिया है कि वे नए संसद भवन का स्थायी रूप से बहिष्कार करेंगे? क्या वे लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे? ताबूत का चित्र दिखाना इससे ज्यादा अपमानजनक कुछ नहीं है.
"RJD ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक ओर नये संसद भवन का चित्र और दूसरी और मृतक को रखने वाले बक्सा यानी coffin का चित्र डाला है. पहला चित्र भारत का भविष्य है और दूसरा चित्र RJD का भविष्य है. भारत के गौरव दिवस पर इतनी शर्मनाक हरकत आरजेडी और जदयू ही कर सकता है"- सुशील कुमार मोदी, राज्यसभा सांसद, बीजेपी
"ये पूरी तरह जनता तय करेगी. जनता 2024(लोकसभा चुनाव) और 2025 (बिहार विधानसभा चुनाव) में उसी ताबूत में बंद करके राष्ट्रीय जनता दल(RJD) को समाप्त कर देगी"- सम्राट चौधरी, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
आरजेडी नेता शक्ति यादव की सफाई: वहीं आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि हमारे ट्वीट का ताबूत लोकतंत्र को दफन किए जाने का प्रतिनिधित्व करता है. देश इसे स्वीकार नहीं करेगा. संसद लोकतंत्र का मंदिर है और यह चर्चा करने की जगह है.
जेडीयू ने नई संसद को बताया कलंक: उधर, जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने नई संसद को देश के लिए कलंक बताया है. उन्होंने कहा कि इतिहास इस बात को याद रखेगा कि कैसे इन लोगों (बीजेपी) ने गौरवान्वित इतिहास को बदलने का काम किया है. नए संसद भवन बनाने के मोदी सरकार के फैसले की आलोचना की जानी चाहिए.
किन दलों ने किया समारोह का बायकॉट?: आरजेडी उन 21 दलों में शामिल है, जिसने राष्ट्रपति के हाथों उद्घाटन नहीं होने पर कार्यक्रम से दूरी बनाई थी. आरजेडी के अलावे कांग्रेस, जेडीयू, टीएमसी, एनसीपी, डीएमके, एमडीएमके आप, शिवसेना (उद्धव गुट), सपा, सीपीआई, सीपीएम, जेएमएम, आरएलडी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, केरल कांग्रेस (मणि), एआईएमआईएम, एआईयूडीएफ, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और विदुथलाई चिरुथिगल कच्ची समेत 21 दलों ने लोकार्पण समारोह से दूरी बनाई है.