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अब बिहार के लिए भी लाइफ लाइन बना पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, जानिए कैसे - तीन किलो मीटर लंबा रनवे

देश और उत्तर प्रदेश के साथ ही अब पड़ोसी राज्य बिहार में भी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विकास कार्यों की तारीफ हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे. 340.8 किलो मीटर लंबी छह लेन का ये एक्सप्रेस-वे सूबे में अब तक का सबसे बड़ा और लंबा एक्सप्रेस-वे है.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
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Published : Nov 15, 2021, 10:17 AM IST

लखनऊ/पटना : उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को अभी कुछ माह शेष बचे हैं. लेकिन सियासी पार्टियां अभी से ही मैदान में सक्रिय हो गई हैं. जमकर दावे और वादे किए जा रहे हैं. नेता जमीनी से लेकर आसमानी जुमलेबाजी में मशगूल हैं. लेकिन, सीएम योगी अपने इस ब्रह्मास्त्र के कारण दूसरों से कही आगे नजर आ रहे हैं.

दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार प्रदेशवासियों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के रूप में तोहफा देने जा रही है और पीएम मोदी 16 नवंबर को इसका उद्घाटन करेंगे.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

वहीं, यह पूर्वी यूपी के गाजीपुर से शुरू होकर राजधानी लखनऊ में समाप्त होगा. इसके साथ ही राज्य के महत्वपूर्ण जनपदों वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर और प्रयागराज को लिंक रोड से आपस में जोड़ेगा. वहीं, सुलतानपुर में पीएम मोदी के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन किए जाने के बाद इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के बारे में

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 22,494 करोड़ रुपये की लागत आई है, जिसमें अधिग्रहित भूमि की कीमत भी शामिल है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 340.824 किलो मीटर लंबा है जो कि पूर्वी यूपी के गाजीपुर से शुरू होकर राजधानी लखनऊ में समाप्त होता है. बता दें कि ये एक्सप्रेस-वे प्रदेश के नौ जनपदों, लखनऊ, बाराबंकी, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, अमेठी, सुलतानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से निकलेगा. छह लेन का यह एक्सप्रेस-वे आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है. साथ ही अब 300 किलो मीटर की यात्रा केवल साढ़े तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

यूपी में शुरू हुई सियासी ब्रांडिंग

कुछ माह बाद सूबे में विधानसभा चुनाव होने हैं. योगी सरकार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को उनकी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में पेश कर रही है. इस एक्सप्रेस-वे के बनने से प्रदेश के पूर्वांचल के जिलों का अब लखनऊ से सड़क संपर्क बेहतर होगा.

एक्सप्रेस-वे पर बना तीन कि.मी लंबा रनवे

सुलतानपुर में इस एक्सप्रेस-वे पर तीन किलो मीटर लंबा रनवे बनाया गया है. जिस पर अब लड़ाकू जहाज उतर सकते हैं. वहीं, पीएम मोदी 16 नवंबर को सवा तीन बजे यहां एयर शो भी देखेंगे और इसे भारतीय वायुसेना के जवान पेश करेंगे.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

इधर, एक्सप्रेस वे पर बनी एयर स्ट्रिप पर ट्रायल के लिए तीन लड़ाकू विमान भी पहुंच गए. बता दें कि सुलतानपुर में कुरेभार गांव के नजदीक 3.2 किलोमीटर लंबा रन-वे बनाया गया है. बताया जा रहा है कि 'टच एंड गो' ऑपरेशन के तहत विमान उतरते ही उड़ेंगे.

पढ़ें : पीएम मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती पर दी श्रद्धांजलि, सम्मान में संग्रहालय का करेंगे उद्घाटन

इन शहरों से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे

340.824 किलोमीटर लंबा ये एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ेगा. एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय गांव से शुरू होगा और ये एक्सप्रेस-वे राजधानी लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर निकलेगा. वहीं, योगी सरकार का दावा है कि यह एक्सप्रेस-वे न सिर्फ उद्योग धंधों का मार्ग प्रशस्त करने में अहम भूमिका निभाएगा, बल्कि क्षेत्रीय स्तर पर रोजगार भी यहां सृजित होंगे.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

यूपी के साथ ही बिहार को भी होगा फायदा

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से न केवल यूपी बल्कि बिहार के लोगों को भी फायदा होगा. इसके बनने के बाद अब दिल्ली से बिहार तक का सफर आसान हो जाएगा. असल में दिल्ली से यमुना एक्सप्रेस-वे के जरिए आगरा, फिर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से लखनऊ तक का सफर पूरा होगा. इसके बाद लखनऊ से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गाजीपुर आसानी से पहुंचा जा सकेगा. गाजीपुर से बिहार की सीमा महज 18 किलोमीटर दूर है.

12 जिलों में जमीन खरीद रही योगी सरकार

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के चालू होने के बाद सूबे की योगी सरकार अगले माह से इंडस्ट्रियल कॉरिडोर पर काम शुरू करेगी. इसके लिए एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर 12 जिलों में कुल 9179 हेक्टेयर जमीन की पहचान की गई है. साथ ही बताया गया कि इन स्थानों पर टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, खाद्य प्रसंस्करण, होजरी, रसायन, दवा व मशीनरी बनाने के उद्योग लगाए जाएंगे.

वहीं, यूपीडा ने एक्सप्रेस-वे के आसपास के जिलों में जमीन चिन्हित कर ली है. इसके अलावा एक्सप्रेस-वे के जरिए वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ, आगरा, नोएडा और दिल्ली के बीच कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

11 स्थलों पर टोल टैक्स की व्यवस्था

यूपीडा ने 13 इंटरचेंज और 11 स्थानों पर टोल टैक्स की व्यवस्था की है. इसमें छह जगहों पर टोल प्लाजा और पांच रैम्प प्लाजा भी बनाए गए हैं.

बिहार के इन छह जिलों को मिलेगा लाभ

बताया जा रहा है कि अब ट्रेन से भी कम समय में रोड के रास्‍ते दिल्‍ली, अयोध्‍या और लखनऊ पहुंचा जा सकेगा. वहीं, बिहार के लोग पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के बनने से खासा खुश हैं. पटना सहित बक्‍सर, भोजपुर, अरवल, रोहतास और जहानाबाद जैसे जिलों के लोग अब आसानी से इस एक्सप्रेस-वे के जरिए दिल्ली तक का सफर कर सकेंगे.

आरा-बक्‍सर से आसान हुआ दिल्‍ली का सफर

बिहटा-दानापुर के बीच बनने वाली एलिवेटेड सड़क के इस हिस्‍से के अब तक नहीं बनने से सड़क के रास्ते पटना से दिल्ली अभी भले ही दूर हो, लेकिन बक्सर से यह दूरी ट्रेन से भी कम समय में पूरी होगी. ट्रायल बेसिस पर पूर्वांचल एक्‍सप्रेस-वे सड़क को कुछ दिनों पहले ही खोल दिया गया था और बक्सर से लोग बड़ी आसानी से सड़क मार्ग से अयोध्या, लखनऊ और दिल्ली का सफर तय कर रहे हैं. बक्सर में राजधानी एक्सप्रेस और संपूर्ण क्रांति जैसी कम समय में दिल्ली तक का सफर कराने वाली ट्रेनों का पड़ाव नहीं है. मगध और श्रमजीवी जैसी ट्रेनें यहां से दिल्ली तकरीबन 14 से 16 घंटे में पहुंचती हैं, जबकि सड़क मार्ग से अब यह दूरी 10 घंटे में तय होगी.

वहीं, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे गाजीपुर के हैदरिया पखनपुरा से प्रारंभ हो रहा है और यहां से बक्सर की दूरी महज 18 किलोमीटर है. बक्सर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तक चार लेन सड़क की भी योजना स्वीकृत है, लेकिन इसके बनने में अभी कुछ समय लगेगा. हालांकि, अभी जो दो लेन की सड़क है, वह भी ठीक है और रास्ते में कहीं बॉटल-नेक नहीं होने से जाम की समस्या नहीं है.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बक्सर को श्रीराम परिपथ से भी जोड़ेगा और लोगों के लिए अयोध्या में रामलला का दर्शन करना आसान हो जाएगा. गाजीपुर में एक्सप्रेस-वे पर सफर शुरू करने के बाद सवा दो सौ किलोमीटर की दूरी तय कर अयोध्या पहुंच जाएंगे. 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी कार चला रहे हों तब तीन घंटे में आप अयोध्या में होंगे.

लखनऊ/पटना : उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को अभी कुछ माह शेष बचे हैं. लेकिन सियासी पार्टियां अभी से ही मैदान में सक्रिय हो गई हैं. जमकर दावे और वादे किए जा रहे हैं. नेता जमीनी से लेकर आसमानी जुमलेबाजी में मशगूल हैं. लेकिन, सीएम योगी अपने इस ब्रह्मास्त्र के कारण दूसरों से कही आगे नजर आ रहे हैं.

दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार प्रदेशवासियों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के रूप में तोहफा देने जा रही है और पीएम मोदी 16 नवंबर को इसका उद्घाटन करेंगे.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

वहीं, यह पूर्वी यूपी के गाजीपुर से शुरू होकर राजधानी लखनऊ में समाप्त होगा. इसके साथ ही राज्य के महत्वपूर्ण जनपदों वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर और प्रयागराज को लिंक रोड से आपस में जोड़ेगा. वहीं, सुलतानपुर में पीएम मोदी के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन किए जाने के बाद इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के बारे में

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 22,494 करोड़ रुपये की लागत आई है, जिसमें अधिग्रहित भूमि की कीमत भी शामिल है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 340.824 किलो मीटर लंबा है जो कि पूर्वी यूपी के गाजीपुर से शुरू होकर राजधानी लखनऊ में समाप्त होता है. बता दें कि ये एक्सप्रेस-वे प्रदेश के नौ जनपदों, लखनऊ, बाराबंकी, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, अमेठी, सुलतानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से निकलेगा. छह लेन का यह एक्सप्रेस-वे आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है. साथ ही अब 300 किलो मीटर की यात्रा केवल साढ़े तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

यूपी में शुरू हुई सियासी ब्रांडिंग

कुछ माह बाद सूबे में विधानसभा चुनाव होने हैं. योगी सरकार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को उनकी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में पेश कर रही है. इस एक्सप्रेस-वे के बनने से प्रदेश के पूर्वांचल के जिलों का अब लखनऊ से सड़क संपर्क बेहतर होगा.

एक्सप्रेस-वे पर बना तीन कि.मी लंबा रनवे

सुलतानपुर में इस एक्सप्रेस-वे पर तीन किलो मीटर लंबा रनवे बनाया गया है. जिस पर अब लड़ाकू जहाज उतर सकते हैं. वहीं, पीएम मोदी 16 नवंबर को सवा तीन बजे यहां एयर शो भी देखेंगे और इसे भारतीय वायुसेना के जवान पेश करेंगे.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

इधर, एक्सप्रेस वे पर बनी एयर स्ट्रिप पर ट्रायल के लिए तीन लड़ाकू विमान भी पहुंच गए. बता दें कि सुलतानपुर में कुरेभार गांव के नजदीक 3.2 किलोमीटर लंबा रन-वे बनाया गया है. बताया जा रहा है कि 'टच एंड गो' ऑपरेशन के तहत विमान उतरते ही उड़ेंगे.

पढ़ें : पीएम मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती पर दी श्रद्धांजलि, सम्मान में संग्रहालय का करेंगे उद्घाटन

इन शहरों से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे

340.824 किलोमीटर लंबा ये एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ेगा. एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय गांव से शुरू होगा और ये एक्सप्रेस-वे राजधानी लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर निकलेगा. वहीं, योगी सरकार का दावा है कि यह एक्सप्रेस-वे न सिर्फ उद्योग धंधों का मार्ग प्रशस्त करने में अहम भूमिका निभाएगा, बल्कि क्षेत्रीय स्तर पर रोजगार भी यहां सृजित होंगे.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे

यूपी के साथ ही बिहार को भी होगा फायदा

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से न केवल यूपी बल्कि बिहार के लोगों को भी फायदा होगा. इसके बनने के बाद अब दिल्ली से बिहार तक का सफर आसान हो जाएगा. असल में दिल्ली से यमुना एक्सप्रेस-वे के जरिए आगरा, फिर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से लखनऊ तक का सफर पूरा होगा. इसके बाद लखनऊ से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गाजीपुर आसानी से पहुंचा जा सकेगा. गाजीपुर से बिहार की सीमा महज 18 किलोमीटर दूर है.

12 जिलों में जमीन खरीद रही योगी सरकार

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के चालू होने के बाद सूबे की योगी सरकार अगले माह से इंडस्ट्रियल कॉरिडोर पर काम शुरू करेगी. इसके लिए एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर 12 जिलों में कुल 9179 हेक्टेयर जमीन की पहचान की गई है. साथ ही बताया गया कि इन स्थानों पर टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, खाद्य प्रसंस्करण, होजरी, रसायन, दवा व मशीनरी बनाने के उद्योग लगाए जाएंगे.

वहीं, यूपीडा ने एक्सप्रेस-वे के आसपास के जिलों में जमीन चिन्हित कर ली है. इसके अलावा एक्सप्रेस-वे के जरिए वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ, आगरा, नोएडा और दिल्ली के बीच कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

11 स्थलों पर टोल टैक्स की व्यवस्था

यूपीडा ने 13 इंटरचेंज और 11 स्थानों पर टोल टैक्स की व्यवस्था की है. इसमें छह जगहों पर टोल प्लाजा और पांच रैम्प प्लाजा भी बनाए गए हैं.

बिहार के इन छह जिलों को मिलेगा लाभ

बताया जा रहा है कि अब ट्रेन से भी कम समय में रोड के रास्‍ते दिल्‍ली, अयोध्‍या और लखनऊ पहुंचा जा सकेगा. वहीं, बिहार के लोग पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के बनने से खासा खुश हैं. पटना सहित बक्‍सर, भोजपुर, अरवल, रोहतास और जहानाबाद जैसे जिलों के लोग अब आसानी से इस एक्सप्रेस-वे के जरिए दिल्ली तक का सफर कर सकेंगे.

आरा-बक्‍सर से आसान हुआ दिल्‍ली का सफर

बिहटा-दानापुर के बीच बनने वाली एलिवेटेड सड़क के इस हिस्‍से के अब तक नहीं बनने से सड़क के रास्ते पटना से दिल्ली अभी भले ही दूर हो, लेकिन बक्सर से यह दूरी ट्रेन से भी कम समय में पूरी होगी. ट्रायल बेसिस पर पूर्वांचल एक्‍सप्रेस-वे सड़क को कुछ दिनों पहले ही खोल दिया गया था और बक्सर से लोग बड़ी आसानी से सड़क मार्ग से अयोध्या, लखनऊ और दिल्ली का सफर तय कर रहे हैं. बक्सर में राजधानी एक्सप्रेस और संपूर्ण क्रांति जैसी कम समय में दिल्ली तक का सफर कराने वाली ट्रेनों का पड़ाव नहीं है. मगध और श्रमजीवी जैसी ट्रेनें यहां से दिल्ली तकरीबन 14 से 16 घंटे में पहुंचती हैं, जबकि सड़क मार्ग से अब यह दूरी 10 घंटे में तय होगी.

वहीं, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे गाजीपुर के हैदरिया पखनपुरा से प्रारंभ हो रहा है और यहां से बक्सर की दूरी महज 18 किलोमीटर है. बक्सर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तक चार लेन सड़क की भी योजना स्वीकृत है, लेकिन इसके बनने में अभी कुछ समय लगेगा. हालांकि, अभी जो दो लेन की सड़क है, वह भी ठीक है और रास्ते में कहीं बॉटल-नेक नहीं होने से जाम की समस्या नहीं है.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बक्सर को श्रीराम परिपथ से भी जोड़ेगा और लोगों के लिए अयोध्या में रामलला का दर्शन करना आसान हो जाएगा. गाजीपुर में एक्सप्रेस-वे पर सफर शुरू करने के बाद सवा दो सौ किलोमीटर की दूरी तय कर अयोध्या पहुंच जाएंगे. 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी कार चला रहे हों तब तीन घंटे में आप अयोध्या में होंगे.

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