पटना: रविवार का दिन एलजेपीआर चीफ चिराग पासवान के लिए काफी अहम रहा. एक तरफ जहां बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने उनसे मुलाकात की, वहीं दूसरी तरफ पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में उनको बीजेपी से गठबंधन के लिए अधिकृत कर दिया गया है. इसके साथ ही यह स्पष्ट हो गया कि एलजेपीआर जल्द ही एनडीए का हिस्सा बनेगी. बाद में पत्रकारों से बात करते हुए चिराग ने कहा कि उन्होंने कहा कि वह दिल्ली जा रहे हैं, जहां अभी कई दौर की बैठक होगी. उसके बाद गठबंधन को लेकर जानकारी सार्वजनिक कर दी जाएगी.
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"भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत हुई है. जबतक गठबंधन के भीतर चर्चा पूरी नहीं हो जाती है, बाहर उसकी जानकारी देना गठबंधन धर्म की मर्यादा को तोड़ना होगा. एक बार सब तय हो जाए, फिर जानकारी साझा की जाएगी. मंत्री बनना मेरे लिए प्राथमिकता नहीं है. जैसे ही चर्चा पूरी हो जाएंगी, मंत्री पद पर भी फैसला हो जाएगा"- चिराग पासवान, अध्यक्ष, एलजेपीआर
बीजेपी से गठबंधन के लिए चिराग अधिकृत: रविवार को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के पार्टी पदाधिकारियों को अहम बैठक हुई. जहां सर्वसम्मति से तय हुआ कि गठबंधन पर फैसला चिराग पासवान करेंगे. इसके लिए उनको ही अधिकृत कर दिया गया है. वहीं पत्रकारों से बात करते हुए चिराग ने कहा कि अभी दिल्ली में कई दौर की बैठक होगी. जिसके बाद तस्वीर साफ होगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस बारे में निर्णय सार्वजनिक कर दूंगा.
चिराग पासवान से मिले नित्यानंद राय: उधर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने चिराग पासवान से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच करीब 45 मिनट तक बातचीत हुई. जहां एनडीए में शामिल होने और मोदी मंत्रिमंडल विस्तार समेत अन्य विषयों पर चर्चा हुई. बाहर निकलकर नित्यानंद राय ने कहा कि चिराग कभी हमसे दूर हुए ही नहीं थे, इसलिए दोबारा से साथ आने की बात कहां से आती है. हमलोगों का रिश्ता अटूट है.
मोदी कैबिनेट में चिराग को मिलगी जगह?: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में मोदी कैबिनेट का विस्तार होगा. इस अंतिम मंत्रिपरिषद विस्तार में एलजेपीआर चीफ चिराग पासवान को भी शामिल किया जा सकता है. खबर है कि उनको स्वतंत्र प्रभार मंत्री का जिम्मा मिल सकता है. हालांकि अभी तक विभाग को लेकर कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
18 जुलाई को एनडीए की बैठक: खबर है कि एनडीए की 18 जुलाई को होने वाली बैठक के लिए चिराग पासवान को भी बुलाया गया है. एलजेपीआर के अलावे जीतनराम मांझी की हम के साथ-साथ उपेंद्र कुशवाहा की आरजेडी और मुकेश सहनी की वीआईपी भी एनडीए की मीटिंग में शामिल होगी.
चाचा के होने से मुझे फर्क नहीं पड़ता: वहीं पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि जिस गठबंधन का आप हिस्सा बनने जा रहे हैं, उसमें पहले से ही आपके चाचा पशुपति पारस हैं तो कैसे साथ रहेंगे? इस पर चिराग ने कहा कि मेरे लिए उनके होने या ना होने से कोई फर्क नहीं पड़ता. जिसका जितना जनाधार होता, उस हिसाब से उसकी अहमियत होती है. वैसे भी बीजेपी को गठबंधन तय करना है.
पारस की पार्टी का चिराग पर प्रहार: एक तरफ जहां चिराग की एनडीए में एंट्री लगभग तय मानी जा रही है, वहीं दूसरी तरफ उनके चाचा पशुपति पारस की पार्टी ने उन पर हमला बोला है. राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रवक्ता चंदन सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की नोटबंदी की नीति हो या अग्निवीर योजना चिराग ने सभी का विरोध किया, बावजूद इसके अगर वह एनडीए में शामिल होना चाहते हैं तो इसको लेकर हम कुछ नहीं कहेंगे लेकिन जो शर्त वह एनडीए में रहकर चाहते हैं हमें नहीं लगता है कि वह कहीं से भी उचित है.
"एनडीए से बाहर जाने के बाद चिराग पासवान लगातार नरेंद्र मोदी के कार्यों की आलोचना करते रहे हैं, जबकि हम लोग उनके साथ रहे हैं और मोदी सरकार के सभी नीति का समर्थन करते रहे हैं. वह एनडीए में आ रहे हैं तो इसको लेकर हम लोगों को कहीं से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन इतना जरूर कहेंगे कि चौबे गए थे छब्बे बनने और दुबे बन कर आ गए, यह कहावत उन पर चरितार्थ होती है"- चंदन सिंह, प्रवक्ता, आरएलजेपी