नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के शांतिवन में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की. कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, 'पंडित नेहरू के प्रगतिशील विचारों ने सभी चुनौतियों के बावजूद भारत के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाया और देश के लोगों को बिना किसी भेदभाव के हर पल एक साथ रहने और हमेशा देश को पहले रखने के लिए प्रोत्साहित किया.'
-
#WATCH | Delhi: Congress chief Mallikarjun Kharge, Congress Parliamentary Party chairperson Sonia Gandhi and Congress General Secretary KC Venugopal pay floral tribute to #PanditJawaharlalNehru on his birth anniversary, at Shanti Van pic.twitter.com/Km3wyGZ3vZ
— ANI (@ANI) November 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">#WATCH | Delhi: Congress chief Mallikarjun Kharge, Congress Parliamentary Party chairperson Sonia Gandhi and Congress General Secretary KC Venugopal pay floral tribute to #PanditJawaharlalNehru on his birth anniversary, at Shanti Van pic.twitter.com/Km3wyGZ3vZ
— ANI (@ANI) November 14, 2023#WATCH | Delhi: Congress chief Mallikarjun Kharge, Congress Parliamentary Party chairperson Sonia Gandhi and Congress General Secretary KC Venugopal pay floral tribute to #PanditJawaharlalNehru on his birth anniversary, at Shanti Van pic.twitter.com/Km3wyGZ3vZ
— ANI (@ANI) November 14, 2023
बता दें कि स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री के सम्मान में हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है. पूर्व पीएम नेहरू को प्यार से 'चाचा नेहरू' कहा जाता है और वह बच्चों को प्यार और स्नेह देने के महत्व पर जोर देने के लिए जाने जाते हैं. पंडित नेहरू की मृत्यु के बाद सर्वसम्मति से उनके जन्मदिन को भारत में 'बाल दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया.
ये भी पढ़ें- लोकसभा अध्यक्ष व सांसदों ने पंडित नेहरू को संसद भवन में अर्पित की श्रद्धांजलि
पंडित नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ था. 27 मई, 1964 को उन्होंने अंतिम सांस ली. देश के स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भूमिका के बाद वे 15 अगस्त 1947 को प्रधानमंत्री बने. इस दिन देशभर के स्कूलों में छात्रों के लिए खेल प्रतियोगिताएं आदि जैसी कई गतिविधियां आयोजित की जाती है. 1954 में संयुक्त राष्ट्र ने 20 नवंबर को सार्वभौमिक बाल दिवस के रूप में घोषित किया और भारत 1956 से पहले उस दिन बाल दिवस मनाता था, लेकिन 1964 में प्रधानमंत्री नेहरू की मृत्यु के बाद संसद में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें पंडित नेहरू की जयंती राष्ट्रीय बाल दिवस के रूप में घोषित किया गया.